TODAY EXPRESS NEWS ( REPORT BY AJAY VERMA ) वाईएमसीए विश्वविद्यालय , फरीदाबाद के छात्रों द्वारा ” जॉए ऑफ़ गिविंग ” अभियान की शुरूआत की गयी। इस अभियान का उद्देश्य लोगों द्वारा दान किये गए पुराने कपडे, किताबें और खिलौने को इकठ्ठे करके अनाथ आश्रम, गरीबों और हर ज़रूरतमंदों के पास पहुँचाना है। इस अभियान की शुरुआत विश्विद्यालय के वाईस चांसलर प्रोफ़ेसर दिनेश कुमार द्वारा किया गया। इस अवसर पर डीन स्टूडेंट वेलफेयर के प्रोफ़ेसर नरेश चौहान ख़ास तौर पर मौजूद रहे. वहीँ विश्वविद्यालय के सभी छात्र मौजूद रहे। बीते शनिवार को छात्रों ने घर – घर जाकर इस अभियान के बारे में जागरूकता फैलायी वहीँ लोगो ने भी वाईएमसीए के छात्रों द्वारा इस पहल को खूब सराहा और गरीब बच्चो के लिए कपडे , खिलोने आदि ज़रूरत का सामान छात्रों को दिया और कहा की यदि इसके अलावा वह और भी मदद कर सके तो वह कालेज आकर उनसे संपर्क करेंगे।
इस कार्यक्रम की तर्ज पर विश्वविद्यालय के छात्रों ने “नेकी की दीवार” नाम से भी एक और अभियान चलाया हुआ है। इस अभियान के तहत बच्चे इस्तेमाल में लायी हुए कुछ चीज़ ( किताबें, कपड़ें आदि ) दीवार के पास छोड़ जाते है, जिस ज़रूरतमंद को इन चीज़ों की आवश्यता होती है वह अपने काम की चीज़ यहाँ से ले जाता है। विश्वविद्यालय का प्रयास गरीबी और विवशता से लड़ने की ओर उठाया गया सराहनीय कदम है। यह समाज में बदलाव की दिशा की ओर लिया गया एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध होगा। इस अभियान को सफल बनाने के लिए छात्रों ने उनके बीच के छात्र चिराग , गीतू और कन्हैया का धन्यवाद किया जिन्होंने इस अभियान से उन्हें जोड़ा और उनसे जरूरी दिशा निर्देश दिए. छात्रों ने बताया की इस अभियान से जुड़कर उन्हें बेहद सकून महसूस हो रहा है और आगे भी वह इस अभियान से जुड़े रहेंगे। इस अभियान को सफल बनाने के लिए डाक्टर सोनिया बंसल की मुख्य भूमिका रही जिन्होंने अपनी दूरगामी सोच के चलते छात्रों को इस अभियान से जोड़ा जिससे गरीब और ज़रूरतमंद बच्चो की वह मदद कर पाए. उन्होंने छात्रों और वाइस चांसलर प्रोफ़ेसर दिनेश कुमार और डीन स्टूडेंट वेलफेयर के प्रोफ़ेसर नरेश चौहान का इस अभियान को सफलतापूर्वक चलाने के लिए धन्यवाद किया।
( अभियान से सम्बंधित देखिये कुछ और तस्वीरें )