टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ । रिपोर्ट अजय वर्मा । मानव रचना शैक्षणिक संस्थान (एमआरईआई) में आधी आबादी को समर्पित अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का जश्न धूमधाम से मनाया गया। परिसर में महिला दिवस के उपलक्ष्य पर महिलाओं के उत्थान के लिए पूरे दिन कई कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। लैंगिक समानता और समावेशी विकास का संदेश देते हुए विभिन्न कार्यक्रमों के साथ महिलाओं के लिए इस खास दिन को यादगार बनाया गया।
आईसीएसएसआर के सहयोग से मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज (एमआरआईआईआरएस) ने एक कार्यशाला का आयोजन किया। ‘हरियाणा में डीएवाई-एनआरएलएम के तहत ग्रामीण महिलाओं के उद्यमिता विकास’ पर आयोजित हुई इस कार्यशाला में दिल्ली-एनसीआर में प्रमुख शिक्षाविदों ने भाग लिया। वक्ताओं ने मौके पर ग्रामीण महिलाओं के बीच गरीबी उन्मूलन और आर्थिक सशक्तिकरण में माइक्रो फाइनेंसिंग की प्रभावशाली भूमिका पर प्रकाश डाला। साथ ही हरियाणा प्रदेश में डीएवाई-एनआरएलएम योजना के तहत ग्रामीण महिलाओं के उद्यमशीलता विकास पर विभिन्न आयामों के साथ चर्चा की।
इस मौके पर एमआरईआई के महानिदेशक डॉ. एन.सी. वाधवा ने योजना के महत्व पर प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि रहे डॉ. राजश्री सिंह, आईपीएस ने महिला उद्यमियों के साहस की सराहना की। इस दौरान एक सम्मान समारोह और एक विशेष सत्र का आयोजन भी हुआ। इस दौरान ग्रामीण महिला उद्यमियों ने अपने अनुभव साझा किए। ग्रामीण महिलाओं को उद्यमिता के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
इसके साथ ही डॉ. ओ.पी. भल्ला फाउंडेशन की ओर से संरक्षित व महिलाओं के कौशल विकास की दिशा में काम करने वाले एनजीओ स्नेह आश्रम से लगभग 40 लाभार्थियों को भी विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया था। इन लाभार्थियों में विभिन्न पृष्ठभूमि से आई महिलाएं शामिल रहीं, जिन्होंने उत्थान की दिशा में सहयोगात्मक प्रयासों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के दौरान महिलाओं को पुरस्कृत भी किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रमों और प्रेरक भाषणों के माध्यम से, इन महिलाओं को अपने सपनों को साकार करने और जीवन में आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए सशक्त बनाया गया। डॉ. ओपी भल्ला फाउंडेशन सीडीपी से डॉ. नंदिनी श्रीवास्तव और उनकी टीम ने कार्यक्रम की सफलता में विशेष भूमिका निभाई। स्कूल ऑफ बिहेवियरल एंड सोशल साइंसेज ने “फ्रॉम स्ट्राइड टू स्ट्राइव: विकसित भारत में महिलाओं का प्रभाव” विषय पर एक पैनल चर्चा का आयोजन किया। इस पैनल प्रो.(डॉ.)हिमांशु रॉय, प्रोफेसर, राजनीति विज्ञान केंद्र, जे.एन.यू.; डॉ. पिंकी गोस्वामी, वरिष्ठ मनोवैज्ञानिक; एडवोकेट रेनू बाजपेयी, वकील सुप्रीम कोर्ट ने निचले स्तर पर आवश्यक प्रयासों पर चर्चा की।
स्कूल ऑफ मीडिया स्टडीज एंड ह्यूमैनिटीज ने जेंडर सेंसिटाइजिंग सेल के साथ मिलकर राष्ट्र निर्माण में नारी शक्ति: आज महिलाओं के लिए प्रगति और वायदे विषय पर एक पैनल चर्चा का आयोजन किया। सम्मानित पैनलिस्ट डॉ. अंशु जोशी,फैकल्टी, जेएनयू; लोपामुद्रा त्रिपाठी, डेवलपमेंट प्रोफेशनल, यूनिसेफ; डॉ. दर्शनी प्रिया, उपन्यासकार व सामाजिक कार्यकर्ता, पीएचडी, जेएनयू ने मिलकर सशक्तिकरण की प्रासंगिकता और इस प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए जरूरी उपायों पर चर्चा की।
मानव रचना डेंटल कॉलेज के पीरियडोनटोलॉजी विभाग ने संस्थान की सभी महिला फैकल्टी और कर्मचारियों के लिए एक मुफ्त स्केलिंग शिविर का आयोजन किया। साथ ही इस मौके पर ‘ओरल हेल्थ और महिला स्वास्थ्य’ पर व्याख्यान भी आयोजित किया गया।
एमआरईआई के सेंट्रल एचआर ने कर्मचारियों के लिए ज़ुम्बा और भांगड़ा सत्र और कई स्टालों का आयोजन किया। इस दौरान सभी ने मिलकर लजीज़ व्यंजनों का लुत्फ भी उठाया।