पलवल।उपायुक्त नरेश नरवाल के दिशा-निर्देशानुसार पीएनडीटी एक्ट के अंतर्गत प्रसव पूर्व लिंग जांच कराने के एक मामले में स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा सफल रैड की गई और तीन लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ केस दर्ज करवाया गया। जिला प्रशासन की ओर से प्रसव पूर्व लिंग जांच जैसी गतिविधियों पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाने के लिए निरंतर कार्रवाई की जा रही है और अल्ट्रासाउंड सेंटर्स व हस्पतालों में रैड की जाती है, ताकि पीएनडीटी एक्ट के नियमों का उल्लंघन करने वाले दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा न जाए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. ब्रह्मदीप ने बताया कि उन्हें एक गुप्त सूचना मिली कि राजूद्दीन व सुनील नाम का व्यक्ति पलवल के कुछ क्षेत्रों से गर्भवती महिलाओं को दिल्ली ले जाते हैं और उनके गर्भ में पल रहे बच्चों की लिंग जांच कराते हैं, जिसकी एवज में वे 40 हजार से 50 हजार रुपए वसूलते हैं। इसकी जांच के लिए सिविल सर्जन ने डॉक्टर जगदीश प्रसाद, डॉक्टर निधि सरोद, डीसीओ कृष्ण कुमार, लीगल एडवाइजर संजय गुप्ता को अधिकृत किया।
इसके उपरांत जांच टीम ने अपने साथ एक नकली ग्राहक तैयार कर उसका संपर्क राजूद्दीन से करवाया। राजूद्दीन ने नकली ग्राहक को दिल्ली के शास्त्री नगर स्थित जग प्रवेश हॉस्पिटल में बुलाया। टीम नकली ग्राहक को अपने साथ लेकर जग प्रवेश हॉस्पिटल के पास पहुंची। जहां उनकी मुलाकात राजूद्दीन से हुई। राजूद्दीन ने कुछ देर अपने फोन पर बात करने के बाद सौदा 40 हजार रुपए में तय किया। इसके पश्चात वह नकली ग्राहक को एक थ्री व्हीलर में बैठाकर लोनी चक्कर नई दिल्ली पर ले गया। जहां राजूद्दीन ने नकली ग्राहक को मनोज नाम के लडक़े को दे दिया, जोकि वह उसे अपनी मोटरसाइकिल पर बैठाकर लोनी बॉर्डर की तरफ चल दिया। टीम लगातार इनका पीछा करती रही। कुछ दूरी पर जाने के बाद मनोज ने नकली ग्राहक को ज्ञान नाम के लडक़े के हवाले कर दिया।
ज्ञान अपनी मोटरसाइकिल पर नकली ग्राहक को दिल्ली डायग्नोस्टिक सेंटर लोनी गाजियाबाद में लेकर गया। जहां पर उसका अल्ट्रासाउंड करवाकर उसके गर्भ में पल रहे बच्चे का लिंग जांच कराया और उसके घर में लडक़ी होना बताया। इसके बाद वह नकली ग्राहक को वापस लेकर लोनी गोल चक्कर दिल्ली की तरफ आने लगा और रास्ते में नकली ग्राहक को अन्य व्यक्ति जोगिंदर के हवाले कर दिया और जोगिंदर नकली ग्राहक को लेकर लोनी गोल चक्कर पर आ गया। जहां पर राजूद्दीन पहले से ही मौजूद था। इसके बाद दोनों नकली ग्राहक को वापस छोडऩे के लिए जग प्रवेश हॉस्पिटल पर आए। जहां पर टीम ने दोनों को काबू कर लिया। राजूद्दीन की तलाशी के दौरान उससे 16 हजार रुपए तथा जोगिंदर की तलाशी में चार हजार रुपए बरामद हुए।
राजूद्दीन व जोगिंदर ने बताया कि वह लिंग जांच कराने का काम सुनील नाम के व्यक्ति के मार्फत करवाते हैं, जिसके बाद इन दोनों की निशानदेही पर सुनील को वही पास की ही लैब से काबू किया गया, जिनको लेकर टीम लोनी स्थित दिल्ली अल्ट्रासाउंड एंड डायग्नोस्टिक सेंटर पर गई। लेकिन टीम के पहुंचने से पहले ही ज्ञान व अल्ट्रासाउंड करने वाला डॉक्टर वहां से फरार हो गया। उन्होंने बताया कि इसके बाद टीम तीनों दोषियों को अपने साथ लेकर न्यू उस्मानपुर थाने गई, जहां पर टीम ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की कोशिश की परंतु एसएचओ उस्मानपुर ने यह कहते हुए मुकदमा दर्ज नहीं किया कि अपराध का होना पलवल से शुरू हुआ है। इसलिए पलवल जिले में इस मुकदमे को दर्ज कराया जा सकता है, जिसके बाद टीम तीनों आरोपियों को लेकर सिटी पलवल थाने आई और एक लिखित तहरीर देकर आरोपियों के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज कराई। सिविल सर्जन ने बताया कि आगे की तफ्तीश पुलिस कर रही है और बाकी दोषियों की भी गिरफ्तारी जल्द की जाएगी।