श्री गुरु नानक देव जी के 551वें प्रकाश पर्व को शहर के गुरुद्वारों में बड़ी खुशी और आस्था के साथ मनाया गया

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The 551st Prakash Parv of Sri Guru Nanak Dev Ji was celebrated with great joy and faith in the Gurudwaras of the city.

Today Express News / फरीदाबाद / श्री गुरु नानक देव जी के 551वें प्रकाश पर्व को शहर के गुरुद्वारों में सोमवार को बड़ी खुशी और आस्था के साथ मनाया गया। इसको लेकर शहर के गुरुद्वारों को रंग-बिरंगी लाइटों व फूलों से सजाया गया। सुबह से धार्मिक कार्यक्रम शुरू हो गये और संगतें मथा टेकने के लिए गुरुघरों में पहुंचीं। इसी क्रम में गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा (रजि.) सुखमनी भवन, सेक्टर-16 में भी विशेष तैयारियां की गयीं। गुरुद्वारे में आयोजित कार्यक्रम में विधायक नरेंद्र गुप्ता मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे, जहां गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से तलवार व सरोपा भेंट कर उनका स्वागत किया गया। इस बार गुरु घर के बाहर कोविड-19 दिशा-निर्देशों को देखते हुए संक्रमण से बचने के लिए कई तरह के उपाय किए गए। इस मौके पर प्रधान कैप्टन चरन सिंह जौहर, सचिव अवतार सिंह पसरीचा, उपप्रधान डी.एस. मोंगा, जेपी सिंह, गुरबचन सिंह, अनिल अरोड़ा, सुरेंद्र सिंह, तजिन्द्र सिंह चड्डा, कुलदीप सिंह साहनी, राजीव खेड़ा, टोनी पहलवान, परमजीत पावा, नवीन पसरीचा, सुनील कुमार, गुरदीप कौर व शरणजीत कौर ने मुख्यातिथि व पूरी संगत का पधारने पर स्वागत किया। उपस्थित संगत को सम्बोधित करते हुए मुख्यातिथि विधायक नरेंद्र गुप्ता ने कहा कि सिख समाज के पहले गुरु श्री गुरुनानक देव जी के 551वें प्रकाश पर्व की आप सभी नू लख लख बधाई होवे। उन्होंने सभी से गुरु नानक जी के तीन उपदेशों – कीरत करना, नाम जपना तथा वंड के झकना को अपने जीवन में उतारकर अपना जीवन सफल बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि नाम जपने से जहां तन और मन के कष्ट दूर होते हैं, उसी तरह से हमें इस जहान से भी निजात मिलती है। वहीं मुख्य सेवादारों कुलदीप सिंह साहनी व टोनी पहलवान ने बताया कि सुबह से रागी जत्थे और कीर्तनी जत्थों की ओर से गुरु नानक देव जी के जीवन के बारे में संगतों को बताया गया। गुरु नानक देव जी ने विश्व के कई देशों की यात्रा कर वहां प्यार और लोगों की भलाई करने का संदेश दिया, इसके बारे बताया गया। वही कोविड-19 को देखते हुए गुरुद्वारा के द्वार पर सैनिटाइज करने का विशेष प्रबंध किया जिससे सभी आंगुतकों को सैनिटाइज किया गया। इसके अलावा गुरुघर में आने वाली संगत के लिए डिस्पोजेबल रूमाल भी रखे गए, जिसका इस्तेमाल कर उसे नष्ट किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि सभी संगत ने कोविड के दिशा-निर्देशों का पालन किया, जिसके लिए वे सभी का तहेदिल से आभार व्यक्त करते हैं।

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