फैक्टशाला में महिलाओ को सिखाए फैक्ट चैक करने के गुर

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Teach women how to do factory check in the factory

Today Express News / Ajay verma / वर्तमान दौर में जिस तरह का माहौल बना हुआ है उसे देखते हुए अत्यंत जरूरी है कि हर व्यक्ति को मीडिया की सही जानकारी होनी चाहिए तभी वह सूचना की जांच पड़ताल कर सकता है इसी बात को ध्यान में रखते हुए संजय कॉलोनी में स्थित महिलाओं के लिए फैक्ट चेकिंग पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया । जिसमें डीएवी महाविद्यालय फरीदाबाद के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग की अध्यक्ष एवं फैक्टशाला ट्रेनर रचना कसाना ने महिलाओ को न्यूज फैक्ट चैक करने के गुर सांझा किए।फैक्टशाला Google.org और Google न्यूज़ इनिशिएटिव के समर्थन तथा DataLEADS के सहयोग से इंटर्न्यूज़ द्वारा शुरू किया गया एक समाचार और सूचना साक्षरता कार्यक्रम है। इसका उद्देश्य सूचना का मूल्यांकन और बारीकी से समीक्षा करने में लोगों की मदद करना है। फैक्टशाला की मुख्यवक्ता कसाना ने बताया कि भ्रामक सूचनाओं की वजह से कई बार संप्रदायिक दंगे, मोबलिंचिंग जैसी घटनाएं घटित हो जाती है । जो हमारे समाज व देश दोनों के लिए हानिकारक हैं । उन्होंने न्यूज फैक्ट चैक करने की विभिन्न तकनीकों से अवगत कराया । इस वर्कशॉप में कुल 35 प्रतिभागीयों ने ट्रेनिंग का आनंद उठाया आज सोशल मीडिया पर जानकारी को मनोरंजन के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है। विडियो व फोटो बाहर के देशों की होती है और उन्हें भारत का बता कर वायरल कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि गुगल क्रोम में गुगल रिवर्स इमेज सर्च, सर्च बाई इमेज, टीनआई इत्यादि के जरिए फोटो व विडियो को वैरीफाई किया जा सकता है। टाइम टूल के जरिए पता लगाया जा सकता है कि वह फोटो कब खिंची गई। ऑब्जर्वेशन के जरिए सही गलत का पता लगाया जा सकता है।

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