● SAVWIPL ने सरकार की “स्किल इंडिया पहल” को मजबूती दी
● संगठन छात्रों को उद्योग-अग्रणी मोबिलिटी सॉल्यूशन प्रदान करने के लिए अपने व्यावसायिक प्रशिक्षण के माध्यम से इनोवेशन को बढ़ावा देता है।
● इस साल, मेकेट्रॉनिक्स के छात्रों ने VW टाइगुन एसयूवी और VW वर्टस सेडान को मिलाकर एक यूनिक पिकअप ट्रक तैयार किया।
Today Express News | 26 सितंबर 2024: स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एसएवीडब्ल्यूआईपीएल) अपने स्टूडेंट कार प्रोजेक्ट के माध्यम से सरकार की ‘स्किल इंडिया’ पहल को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस साल, मेकेट्रॉनिक्स के छात्रों ने फॉक्सवैगन टाइगुन एसयूवी और फॉक्सवैगन वर्टस सेडान को मिलाकर एक यूनिक पिकअप ट्रक का निर्माण किया है। इस प्रोजेक्ट को विभिन्न चरणों में विकसित किया गया था, जिसमें कार कॉन्सेप्ट को अंतिम रूप देने से लेकर आइडिया कलेक्शन, बाजार विश्लेषण, अनुसंधान और विकास, खरीद, पैकिंग और नौ महीने की अवधि में लॉन्च के लिए अंतिम कार टेस्टिंग शामिल था। छात्रों ने डिजाइन से संबंधित चुनौतियों का समाधान करने के लिए अत्याधुनिक विनिर्माण तकनीकों का उपयोग करने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन करते हुए विभिन्न हिस्सों को डिजाइन और 3डी-प्रिंट किया। उन्होंने मजबूत पिकअप ट्रक डिजाइन को पूरा करते हुए इस वाहन में अंडरबॉडी सुरक्षा, स्टडेड टायर, एंबिएंट लाइटिंग और स्पेशल रूफ माउंटेड लाइट जैसे विशेष फीचर्स को शामिल किया।
पूरे प्रोजेक्ट के दौरान, छात्रों को SAVWIPL में कुशल पेशेवरों का मार्गदर्शन मिला। सलाहकारों ने छात्रों को आपूर्तिकर्ताओं और उद्योग विशेषज्ञों के साथ सहयोग करने के मामले में मदद करते हुए उनका मार्गदर्शन किया, जिससे उन्हें अपने नए विचारों को साकार करने में मदद मिली। यह परियोजना उन अन्य पहलों में से एक है जिसे कंपनी आम बजट 2024 में हाल की घोषणाओं के मुताबिक, युवाओं के कौशल पर सरकार के फोकस के अनुरूप चला रही है।
SAVWIPL अकादमी का मेकेट्रॉनिक्स में डुअल वोकेशनल ट्रेनिंग 2011 में शुरू किया गया एक प्रमुख कार्यक्रम है और हाई स्कूल के छात्रों को प्रशिक्षित करने में सहायक रहा है। जर्मनी की व्यावसायिक प्रणाली पर आधारित यह पूर्णकालिक 3.5-वर्षीय पाठ्यक्रम, ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए युवा प्रतिभाओं को विकसित करने और तैयार करने के लिए डिजाइन किया गया है। कार्यक्रम तकनीकी रचनात्मकता और आत्मविश्वास पैदा करते हुए नवीन तकनीकों को विकसित करने के लिए समस्या-समाधान मानसिकता को बढ़ावा देता है। यह परियोजना छात्रों को ऑटोमोटिव उद्योग, भविष्य के रुझानों और फॉक्सवैगन समूह मानकों का पता लगाने और बहुमूल्य जानकारियों को सामने लाने की आजादी देता है।
विश्व स्तर पर, स्कोडा के पास स्कोडा अकादमी के तहत एक अज़ुबी स्टूडेंट कार प्रोजेक्ट है। समूह का लक्ष्य देश की ‘स्किल इंडिया’ पहल का समर्थन करते हुए अपने वोकेशनल स्कूल में उच्च स्तर के प्रशिक्षण को शामिल करना है। यह परियोजना छात्रों को विचार मूल्यांकन और उसके क्रियान्वयन में व्यावहारिक अनुभव प्रदान करती है, जिससे उन्हें विनिर्माण प्रक्रिया में अपने कौशल को बढ़ाने के साथ-साथ सैद्धांतिक अवधारणाओं को अधिक स्पष्ट रूप से समझने में मदद मिलती है।
स्कोडा ऑटो ए.एस. के प्रॉडक्शन और लॉजिस्टिक्स के लिए बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट के सदस्य एंड्रियास डिक ने कहा, “भारत में स्टूडेंट कार प्रोजेक्ट 2.0 का सफल समापन दिखाता है कि युवा प्रतिभाएं उद्योग अग्रणी वाहन बनाने की दक्षता के लिए जरूरी किस तरह से अत्याधुनिक तकनीक और सटीकता का उपयोग करना सीख सकती हैं। वैश्विक विनिर्माण तरीकों को भारत में लाकर, हमारा लक्ष्य ऐसे माहौल का निर्माण करना है, जहां युवा इनोवेटर भविष्य के बदलाव लाने वाले कारक बन सकें, जो वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में भारत की भूमिका को मजबूती देगा। हमारी ऐसी परियोजनाएं न केवल उत्पादन क्षमताओं को मजबूत करने पर ध्यान देती हैं बल्कि यह भी सुनिश्चित करती हैं कि अगली पीढ़ी वैश्विक स्तर पर इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए तैयार है।”
स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और सीईओ पीयूष अरोड़ा ने कहा, “स्टूडेंट कार प्रोजेक्ट के तहत हमारे मेकेट्रॉनिक्स छात्रों द्वारा पिकअप ट्रक विकसित करने की यूनिक अवधारणा को देखना प्रभावशाली है। हमारा अनोखा स्टूडेंट कार प्रोजेक्ट, एक बेहतरीन मंच है जो मोबिलिटी के भविष्य को साझा करने के लिए छात्रों की कल्पना को पंख देता है। इस परियोजना के माध्यम से हम देश के ‘स्किल इंडिया’ मिशन के साथ जुड़े हुए हैं, जिसमें हम हाथों-हाथ सीखने की संस्कृति विकसित कर रहे हैं, जहां स्थानीय प्रतिभाएं वैश्विक पारितंत्र में पनप सकती हैं। हमारा मानना है कि सरकार की ये पहल ‘विकसित भारत’ को गति देगी। स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन इंडिया में, हम समाज के विकास, स्थानीय समुदायों का समर्थन करने और युवाओं को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”