आसियान भारत संगीत महोत्सव 2024: शानदार ग्रैंड फिनाले के साथ हुआ तीसरे दिन का समापन

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● माननीय विदेश राज्य मंत्री श्री पबित्रा मार्गेरिटा ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम का उद्घाटन किया

● शान, रघु दीक्षित, सुकृति और प्रकृति कक्कड़, जसलीन रॉयल और आसियान के शीर्ष कलाकारों ने तीन दिनों तक अपनी कला का जलवा बिखेरा

● संगीत समारोह में आसियान की पहचान को दर्शाया गया और भारत के साथ उसके सांस्कृतिक संबंधों का जश्न मनाया गया

टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ | नई दिल्ली, 03 दिसंबर 2024: तीसरे दिन आसियान भारत संगीत समारोह 2024 का समापन ऐतिहासिक पुराने किले में संगीत, ऊर्जा और भावनाओं के संचार के साथ हुआ। विदेश मंत्रालय (एमईए) और सहर द्वारा आयोजित तीन दिवसीय भव्य कार्यक्रम भारत की ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ के एक दशक और भारत और आसियान देशों के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी की शानदार विरासत की याद में आयोजित किया गया। यह महोत्सव माननीय विदेश राज्य मंत्री श्री पबित्रा मार्गेरिटा की उपस्थिति से और भी शानदार हो गया, जिन्होंने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम का उद्घाटन किया।

श्री मार्गेरिटा ने अपने विचार साझा करते हुए कहा, “आसियान भारत संगीत समारोह 2024 ने दिखा दिया कि किस तरह संगीत की धुनें सीमाओं को खत्म कर सकती हैं और भूगोल से परे जाकर आपसी संपर्क को बढ़ावा दे सकती हैं। इन तीन दिनों में हमने न केवल वाद्ययंत्रों की लय का जश्न मनाया, बल्कि साझा इतिहास और आकांक्षाओं से बंधे दो क्षेत्रों की धड़कन का भी जश्न मनाया। पुराने किले की ऊर्जा हमें याद दिलाती है कि जब कला बोलती है, तो यह हमें उन तरीकों से जोड़ती है, जिन्हें सिर्फ़ शब्द नहीं जोड़ सकते। संस्कृतियों की इस खूबसूरत सिम्फनी को देखना सम्मान की बात है।”

समापन के दिन भारत की जसलीन रॉयल ने मंच संभाला। दिल को छू लेने वाले गीतों और चुंबकीय उपस्थिति से उन्होंने भीड़ को मंत्रमुग्ध कर दिया। जैसे ही उनका संगीत पुराने किले की प्राचीन दीवारों से गूंजा, दर्शक झूम उठे, उन्होंने जमकर हूटिंग की और साथ में गाने लगे, जिससे यह रात यादगार बन गई। उनके साथ स्पॉटलाइट साझा करते हुए सिंगापुर के सबसोनिक आई ने बेहतरीन इंडी वाइब्स पेश किए, जबकि इंडोनेशिया के मिलिडेनियल्स ने अपनी संक्रामक ऊर्जा के साथ इस माहौल को कई गुना अधिक मादक बना दिया। लाओ पीडीआर के ताई अकॉर्ड और फिलीपींस के काया ने लाइनअप को जबरदस्त संगीत दावत में तब्दील कर दिया। हर एक ने अविस्मरणीय संगीत सिम्फनी बनाने के लिए अपनी अनूठी लयबद्धता दिखाई।

इस जश्न की भावनाओं को दर्शाते हुए जसलीन रॉयल ने कहा, “आसियान भारत संगीत महोत्सव जिस तरह अपने चरम पर पहुंचा, वह अविश्वसनीय रहा! यह सिर्फ़ एक कॉन्सर्ट से कहीं बढ़कर था – यह कनेक्शन का जश्न था, पल में मौजूद होने का और संगीत के ज़रिए कहानियाँ साझा करने का जश्न था। मैं इस अद्भुत यात्रा के लिए इससे बेहतर अंत की उम्मीद नहीं कर सकती थी।”

शान ने भी इस उत्सव में जी-भरकर आनंद लिया और कहा, “संगीत मानवता की धड़कन है। इस उत्सव ने हमें दिखाया कि यह संबंध कितना शक्तिशाली हो सकता है। यहाँ प्रदर्शन करना किसी जादू से कम नहीं था – आसियान के कलाकारों के साथ मंच साझा करना और दर्शकों की ऊर्जा को महसूस करना बहुत अलग अनुभव था। संगीत वास्तव में एक यूनिवर्सल लैंग्वेज है, और आज रात ने बिना किसी संदेह के इसे साबित कर दिया।”

संगीत उत्सव की सफलता पर सहर के संस्थापक निदेशक श्री संजीव भार्गव ने कहा, “संगीत समारोह का तीसरा दिन सिर्फ़ समापन नहीं था – यह उन सभी चीज़ों का उत्सव था जो इस उत्सव को ख़ास बनाती हैं। इन तीन दिनों में हमने कलाकारों और दर्शकों को संस्कृतियों, भाषाओं और सीमाओं से परे जाकर बेहतरीन पल संजोने के लिए एक साथ आते देखा। आज रात की ऊर्जा बहुत ज़्यादा थी, और जो संबंध बने, वे इन दीवारों से कहीं आगे तक गूंजेंगे। हम इस अविश्वसनीय माहौल को 9 दिसंबर को वाइब्रंट शहर बैंकॉक में ले जाने को लेकर रोमांचित हैं, जहाँ संगीत का जादू हमें एकजुट करता रहेगा।”

इस उत्सव में प्रवेश निःशुल्क था और तीन दिनों में हजारों संगीत प्रेमियों ने इस संगीत उत्सव में भाग लिया और उन्हें साउंड, सोल और शेयर्ड कहानियों के उत्सव में तब्दील किया। शान की सदाबहार धुनों और रघु दीक्षित के लोक-रॉक गानों से लेकर सुकृति और प्रकृति कक्कड़ की डाइनैमिक पॉप बीट्स और जसलीन रॉयल की दिल को छू लेने वाली धुनों तक, भारतीय कलाकारों ने आसियान संगीतकारों के वाइब्रंट परफॉर्मंस के साथ मंच पर समां बांध दिया, संस्कृतियों का एक सहज मिश्रण बनाया जिसने दर्शकों को इसे और भी अधिक पसंद करने को मजबूर कर दिया।

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