TodayExpressNews / Report / Subhash Sharma / बडखल के एसडीएम पंकज कुमार अपने कार्यालय में समय देकर भी उपलब्ध नहीं होते और अक्सर अपने कार्यालय में लेट आते है। अपने काम के सिलसिले में उनसे मिलने वाले लोग धक्के खाकर वापिस लौट जाते है। दरअसल एसडीएम पंकज अपनी ड्यूटी से अक्सर नदारद रहते है। उनके कार्यालय का स्टाफ कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं होता, ऐसा ही एक वाक्या आज बुधवार देखने को मिला, जब एक मैटर पर वार्तालाप करने के लिए एसडीएम महोदय ने डब्ल्यूसीआरए सेक्टर-21ए को एक दिन पूर्व दस बजे अपने कार्यालय में मीटिंग करने का समय दिया था। जानकारी के मुताबिक एशियन अस्प्ताल सेक्टर-21ए के मरीजों के परिजनों की गाडिय़ां अक्सर सैक्टर के अंदर लोगों के घरों के आगे आड़ी तिरछी खड़ी कर दी जाती है। दो नंबर गेट पर अक्सर जाम लगता है, लोग बेहद परेशान है। इस परेशानी से बचने के लिए डब्ल्यूसीआरए ने एशियन अस्पताल से करीब 200 मीटर आगे सर्विस रोड पर गेट लगाने का प्रस्ताव पिछले वर्ष पास किया था परंतु इस गेट को डा. पाण्डे ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए लगने नहीं दिया और एसडीएम बडखल से तालमेल कर एक टैपरेरी स्टे ले लिया, जिसमें एसएचओ एनआईटी को हिदायत थी कि अगले आदेशों तक स्थिति यथावत रहे। यह आदेश तत्कालीन एसडीएम ने अपनी शक्तियों का गलत इस्तेमाल कर जारी किया था क्योंकि ऐसे आदेश अदालत ही दे सकती है, अब इस गलत स्थगना आदेश को हटाने के लिए डब्ल्यूसीआरए सेक्टर-21ए ने कई बार एसडीएम से मिलने की कोशिश की परंतु वो बहानेबाजी करते रहे और उपलब्ध नहीं हुए और काफी मशक्कत के बाद उनसे लिखित अनुरोध किया गया तो उन्होंने 4 मार्च को सुबह दस बजे बैठक के लिए बुलाया परंतु अफसोस एसडीएम साहब न केवल अपने कार्यालय से गायब थे बल्कि उनके सचिव धर्मवीर को भी उनकी कोई जानकारी नहीं थी। हालांकि उन्होंने माना कि आज की मीटिंग तय थी। बाद में उनके मोबाइल नंबर 9891607383 पर कई बार कॉल की गई परंतु उन्होंने फोन नहीं उठाया, जिससे पता चलता है कि वो अपनी ड्यूटी के प्रति कितने ईमानदार है। अब सवाल यह उठता है कि भाजपा सरकार ऐसे अक्षम अधिकारियों की तैनाती ही एसडीएम जैसी पब्लिक डीलिंग की पोस्ट पर क्यों करती है, जो पब्लिक से समय देकर भी नहीं मिलते। डब्ल्यूसीआरए के प्रतिनिधि पूरे सेक्टर का प्रतिनिधित्व करते है उन्हें समय देकर गायब रहना सवाल पैदा करता है कि पंकज कुमार आखिर अपने कार्यालय में लेट क्यों आते है। वहां उपस्थित और भी दर्जनों लोगों ने इसकी श्किायत की। डब्ल्यूसीआरए के प्रधान हर्ष खट्टर ने एसडीएम बडखल के खिलाफ विभागीय कार्यवाही की मांग की है और जिला उपायुक्त से अपील की है कि ऐसे अधिकारियों को ऐसी पोस्ट पर तैनात नहीं करना चाहिए। इसके अलावा उनके कार्यालय में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। ड्राईविंग लाईसेंस हो या अन्य सरकारी काम वहां तैनात स्टाफ व उनके दलाल बिना सुविधा शुल्क लिए किसी का काम समय पर नहीं करते, अगर कोई इनकी शिकायत भी करना चाहे तो एसडीएम पंकज उनसे मिलते तक नहीं। इस कार्यालय में रजिस्ट्रियों से लेकर राजस्व संबंधी कार्याे के लिए भी लोगों को अक्सर आना पड़ता है। इस कार्यालय के बाहर अवैध पार्किंग भी कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा की जाती है। इतना कुछ होने के बावजूद साहब पर कोई असर नहीं। लोगों की मांग है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर और विधायिका सीमा त्रिखा इस पर संज्ञान ले और तुरंत इस अधिकारी का तबादला करे या अन्य विभागीय कार्यवाही करे।
एसडीएम बडकल के कार्यालय का दृश्य साहब की कुर्सी खाली है और wcra sec 21 A के प्रतिनिधि इंतजार कर रहे हैं