टुडे एक्सप्रेस न्यूज़। रिपोर्ट मोक्ष वर्मा। म्यूजिक और देवी श्री प्रसाद स्वर्ग में बनी जोड़ी, ऐसा कहना गलत नहीं होगा। जब भी नेशनल अवॉर्ड विनिंग कम्पोजर ने किसी प्रोजेक्ट पर काम किया है, उन्होंने अपने काम को हमेशा ऊँचा ही उठाया है, जिससे साबित होता है कि उन्हें ‘रॉकस्टार’ डीएसपी के रूप में क्यों जाना जाता है। गानों में कैची रिदम और मेलोडियस धुनें डालने की उनकी क्षमता फिल्म की मोमेंटम और इसके सीन्स में डेप्थ डालने में मदद करती है। जबकि, उनकी कम्पोजीशन ने अक्सर इंटरनेट पर तहलका मचा दिया है, उनके बैकग्राउंड स्कोर भी समान रूप से सेलिब्रेट किये जाते हैं, जो तब स्पष्ट हुआ जब मेकर्स ने ‘पुष्पा 2: द रूल’, ‘कुबेर’ और ‘कांगुवा’ की पहली झलक पेश की।
यहां फिल्मों के बीजीएम और कम्पोजर के आगामी विभिन्न प्रोजेक्ट के म्यूजिक से उनके फैंस क्या उम्मीद कर सकते हैं, उसके बारे में बात की गई है:-
पुष्पा 2: द रूल: बेशक, यह अल्लू अर्जुन-स्टारर साल का बहुप्रतीक्षित प्रोजेक्ट है, जिसके फैंस डीएसपी के म्यूजिकल स्किल को देखने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। ‘पुष्पा पुष्पा’ और ‘द कपल सॉन्ग’ पहले से ही चार्ट पर राज कर रहे हैं, लेकिन जब मेकर्स ने टीज़र जारी किया, तो दीवानगी दूसरे स्तर पर पहुंच गई, जो फिल्म के बीजीएम की एक परफेक्ट झलक थी। झलक देखकर, डीएसपी के फैंस एक ब्लॉकबस्टर फ़िल्म इन द मेकिंग की उम्मीद कर सकते हैं।
कांगुवा: मेकर्स ने अब तक सिर्फ एक गाना रिलीज़ किया है, जिसका नाम ‘फायर सॉन्ग’ है, जिसने इंटरनेट पर धूम मचा दी है और इसका प्रमाण लोगों के बीच स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। सूर्या की एनरजेटिक स्क्रीन प्रेजेंस के साथ डीएसपी का इलेक्ट्रीफाईंग म्यूजिक बेशक रूप से एक ट्रीट है। म्यूजिक कम्पोजर, जिनके पास म्यूजिक को स्टार पावर के रूप में पेश करने की क्षमता है, बेशक अपने म्यूजिकल स्कोर के साथ थिएट्रिकल एक्सपीरियंस को बढ़ाएगा, जिसमें एक दिलचस्प और अलग हटकर वाइब देखने को मिलती है।
कुबेर: इस सोशल ड्रामा के पहले लुक ने इंटरनेट पर धूम मचा दी है और फैंस डीएसपी और शेखर कम्मुला के पहले कोलैबोरेशन का जश्न मना रहे हैं। एक कमेंट में लिखा है, “हर्ड अराउंड 100 टाइम्स इन ए लूप.” एक फैन ने लिखा, “आफ्टर रंगस्थलम ए डिफरेंट एंड बेस्ट म्यूजिक फ्रॉम डीएसपी. गूजबम्प. कैंट वेट टू वॉच शेखर-धनुष-डीएसपी कॉम्बो.”
विविध प्रकार के म्यूजिक तैयार करने की डीएसपी की क्षमता उनके स्किल और क्रिएटिविटी का प्रमाण है। इन प्रोजेक्ट के अलावा, वह पवन कल्याण की ‘उस्ताद भगत सिंह’, अजित की ‘गुड बैड अग्ली’ और नागा चैतन्य की ‘थंडेल’ में अपने म्यूजिक स्किल को दिखाने के लिए तैयार हैं।