पीडब्‍लू और ज़ाइलेम लर्निंग ने दक्षिण भारत में शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव लाने के लिए भागीदारी की

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  • पीडब्‍लू दक्षिण भारत के बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए 500 करोड़ रुपये का निवेश करेगा

टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ । नई दिल्ली, 26 जून 23- फिज़िक्स वाला (पीडब्‍लू) ने दक्षिण भारत में अपनी स्थिति मज़बूत करने के लिए ज़ाइलेम लर्निंग के साथ रणनीतिक भागीदारी की घोषणा की है। ज़ाइलेम लर्निंग सबसे तेज़ी से बढ़ने वाली एजुकेशन टेक्‍नोलॉजी कंपनी है जिसका मुख्यालय केरल में है। 26 वर्षीय एमबीबीएस स्नातक डॉ. अनंथू द्वारा स्थापित ज़ाइलेम लर्निंग स्‍टूडेंट्स के लिए शैक्षणिक उत्कृष्टता और पहुँच का दूसरा नाम बन गई है और यह पिछले दो वर्षों में केरल में सबसे बड़ी ऑनलाइन और हाइब्रिड कंपनी बन चुकी है। इस सहयोग का उद्देश्य दक्षिण भारत के स्‍टूडेंट्स को सीखने का एक बेजोड़ अनुभव प्रदान करना है।

सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को सुलभ बनाने के साझा विज़न के साथ पीडब्‍लू और ज़ाइलेम, दोनों की स्थापना की गई थी। यह भागीदारी पूरे भारत में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को पहुँच योग्य बनाने के इनके मिशन का प्रतीक है। टेक्‍नोलॉजी और ज्ञान के आदान-प्रदान पर निर्मित, यह सहयोग दोनों प्लैटफॉर्म्स की मज़बूती का लाभ उठाने का मौका प्रदान करता है ताकि दक्षिण भारत में जेईई/नीट की महत्वाकांक्षा रखने वाले स्‍टूडेंट्स को सीखने का सबसे बेहतरीन अनुभव दिया जा सके। पीडब्‍लू ने किफायती मूल्य में उच्च गुणवत्ता वाली शैक्षणिक सामग्री उपलब्ध कराने के लिए खुद को टेक्‍नोलॉजी का उपयोग करने वाले एक पथप्रदर्शक के रूप में स्थापित किया है। ज़ाइलेम लर्निंग केरल मार्केट में एक गहन अनुभव और मजबूत उपस्थिति लेकर आई है, जिससे स्थानीय स्‍टूडेंट्स समुदाय को अच्छी तरह समझना संभव हो पाता है और अब इसका विस्तार तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और दक्षिण भारत के दूसरे बाजार में किया जाएगा। वर्तमान में ज़ाइलेम लर्निंग अपने 30 यू-ट्यूब चैनलों के माध्यम से 30 लाख से अधिक स्‍टूडेंट्स को मुफ्त क्लासेज़ उपलब्ध कराती है। इसके अलावा, इसके विभिन्न ऑनलाइन कोर्सेज़ में 1 लाख से अधिक फीस का भुगतान कर पढ़ने वाले स्‍टूडेंट्स हैं और केरल के 5 प्रमुख ज़िलों में स्थित इसके ऑफलाइन/हाइब्रिड केंद्रों में 30,000 स्‍टूडेंट्स शिक्षा प्राप्त करते हैं। इसके साथ ही यह 10 ट्यूशन केंद्रों और 7 स्कूलों में एक स्कूल-एकीकृत कार्यक्रम का परिचालन भी करती है। इसके अलावा इसने कॉमर्स और केरल पीएससी टेस्ट की तैयारियों के क्षेत्र में भी कदम रखा है और अन्य श्रेणियों में विस्तार करना जारी रखेगी।

पीडब्‍लू के संस्थापक और सीईओ श्री अलख पांडे ने कहा, “ज़ाइलेम लर्निंग के साथ इस भागीदारी से मैं बहुत उत्साहित और गर्व महसूस कर रहा हूँ। यह सभी के लिए ना सिर्फ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के हमारे साझा विज़न के अनुकूल है, इसके साथ ही यह भागीदारी हमें दक्षिण भारत में अग्रणी शैक्षणिक प्लैटफॉर्म बनने के हमारे रणनीतिक लक्ष्य के और करीब लेकर जाती है। सटे हुए राज्यों में अनूठे “हाइब्रिड लर्निंग के ज़ाइलेम मॉडल” को फैलाने के लिए तीन वर्षों में हम 500 करोड़ रुपए निवेश करेंगे – यह सीखने का एक परिणाम उन्मुख विशेष प्लान है जिसने मुझे खास तौर पर प्रभावित किया है। इसे करने के लिए, एक सशक्त टीम का निर्माण, कंटेंट विकास, तकनीकी नवाचार, अन्य श्रेणियों और हाइब्रिड केंद्रों में विस्तार करना आवश्यक होगा। इसके साथ ही हम विलय और अधिग्रहण के मौके भी तलाशेंगे। दक्षिण भारत में हमारे विस्तार के लिए डॉ. अनंथू हमारे पथ प्रदर्शक होंगे। मेरे नजरिये से ज़ाइलेम लर्निंग दक्षिण भारत का पीडब्‍लू है और यही चीज़ इस भागीदारी को और भी ज़्यादा सार्थक बनाती है और दक्षिण में विस्तार के लिए डॉ. अनंथू हमारे अगुआ होंगे।”

डॉ. अनंथू एस, फाउंडर एवं सीईओ, ज़ाइलेम लर्निंग, ने भी इस सहयोग को लेकर उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, “पीडब्‍लू के तकनीकी कौशल और एक संवहनीय बिज़नेस मॉडल का निर्माण करने के हमारे साझा लक्ष्य को पहचानते हुए, पीडब्‍लू के साथ भागीदारी करके हम बहुत उत्‍साहित हैं। शिक्षा के क्षेत्र में सार्थक योगदान देते हुए, लाभदेयता का प्रदर्शन करते हुए पीडब्‍लू और ज़ाइलेम दोनों ही पहले दिन से सफलता की कहानियां गढ़ते रहे हैं। हमने वित्‍त वर्ष 2024 में 25% एबिटा के साथ 300 करोड़ की आय प्राप्‍त करने का लक्ष्‍य तय किया है जोकि वित्‍त वर्ष 2023 की तुलना में 150 करोड़ से काफी अधिक होगा। अलख पांडे का विज़न सटीक तरीके से हमारे विज़न के साथ मेल खाता है, क्योंकि हम दोनों ही स्‍टूडेंट्स के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को सुलभ और किफायती बनाने के लिए समर्पित हैं। हमारे प्रयासों को मिलाकर, हमें पक्‍का भरोसा है कि नीट और जेईई की तैयारी कर रहे इच्छुक स्‍टूडेंट्स के जीवन में हम एक महत्वपूर्ण और सकारात्मक प्रभाव ला सकते हैं। यह भागीदारी शिक्षा को किफायती, भरोसेमंद और लोकतांत्रिक बनाने के सिद्धांतों से संचालित है। आखिरकार, स्‍टूडेंट्स को उनकी पूरी शैक्षणिक यात्रा के दौरान सीखने के बेहतरीन संसाधन और अटूट सहयोग उपलब्ध कराना ही हमारा उद्देश्य है।”

पीडब्‍लू और ज़ाइलेम लर्निंग के बीच हुई रणनीतिक भागीदारी भारत में शिक्षा को लोकतांत्रिक बनाने की दिशा में इनकी यात्रा में एक महत्वपूर्ण पड़ाव है।

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