ईज़बज़ पेमेंट सॉल्‍यूशंस के साथ भागीदारी के बाद पारुल यूनिवर्सिटी के फीस कलेक्‍शन साइकल में 60% का सुधार हुआ

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टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ । रिपोर्ट अजय वर्मा । राष्‍ट्रीय, 15 सितंबर, 2022: पिछले दो वर्षों में डिजिटाइजेशन के कारण भारत के शिक्षा क्षेत्र में बहुत बड़ा बदलाव आया है। इसमें पढ़ाने से लेकर परीक्षा लेने और मूल्‍यांकन करने के तरीके तक शामिल हैं। अब शिक्षा संस्‍थान अपने संचालन और शुल्‍क प्रबंधन को भी डिजिटल तरीके से बदल रहे हैं। भारत की अग्रणी निजी यूनिवर्सिटीज में से एक, पारुल यूनिवर्सिटी ने ईज़बज़ की सहायता से शुल्‍क लेने की पूरी प्रक्रिया को डिजिटाइज किया है, जिससे उसके खर्च में 70% कमी आई है और शुल्‍क लेने के चक्र में 60% का सुधार देखने को मिला है।

पारुल यूनिवर्सिटी ईज़बज के फीसबज़ सॉल्‍यूशन का इस्‍तेमाल कर रही है ताकि अपनी फीस जमा करने की प्रक्रिया को ऑटोमेट किया जा सके। यूनिवर्सिटी फीस इकट्ठा करने के लिए हाथ से किये जाने वाले काम में 90 प्रतिशत की कमी करने में सक्षम हुई है।

पारुल यूनिवर्सिटी में स्‍टूडेंट वेलफेयर के डीन ध्रुविल शाह ने कहा, “हमने फीस लेने की अपनी प्रक्रिया में ईजबज़ के कारण काफी सुधार देखा है, क्‍योंकि उन्‍होंने हमारे लिए काम को ऑटोमेट और डिजिटाइज्‍ड कर दिया है। पेरेंट्स के लिए भी फीस का भुगतान करना सुरक्षित, तेज और आसान हो गया है। हमें प्रदान किये गये सॉल्‍यूशन से खास चुनौतियों, जैसे फी रिफंड्स, डिफॉल्‍ट्स और बैच या कोर्स के अनुसार विभागों के बीच फीस का बंटवारा करने का आसानी से समाधान हुआ है । ईज़बज़ ने हमारी आवश्‍यकताओं के आधार पर एक प्रोडक्‍ट भी बनाया है, जिसने डिजिटल तरीके से सशक्‍त यूनिवर्सिटी बनने में हमारी मदद की है।”

ईज़बज़ में बिजनेस के ग्रुप हेड रोहित कात्‍याल ने कहा, “हमने हमेशा समस्‍या के मूल कारण को समझने का प्रयास किया है। फीस भुगतान की प्रक्रिया में भुगतान के बाद रिकॉन्सिलेशन के कई बिंदु होते हैं। हमारी टीम ने एक व्‍यापक उत्‍पाद डिजाइन किया है, जो फीस कलेक्‍शन को न केवल स्‍वचालित करता है, उस पर पूरी नजर रखता है और उसे रिकंसाइल करता है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करता है कि संस्‍थान स्‍मार्ट तरीकों से विद्यार्थियों और कोर्सेस का एक सुदृढ़ डेटाबेस बना सके।‘’

आमतौर पर यूनिवर्सिटीज का वित्‍तीय परिचालन तंत्र पेचीदा होता है, क्‍योंकि उसमें सेंट्रल यूनिवर्सिटी का एडमिन अकाउंट और फिर कई कॉलेज और विभिन्‍न विभाग होते हैं। पारुल यूनिवर्सिटी ने कहा कि मूल आवश्‍यकता एक ऐसी प्रणाली स्‍थापित करने की थी, जो हमें पूरी संचालन प्रणाली को डिजिटल तरीके से प्रबंधित करने दे और शिक्षा के शुल्‍क का लेन-देन यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों और लेखा विभाग के लिए तेज और आसान बनाए।

फीसबज़ कोर्सेस और बैचेस के अनुसार विद्यार्थी की फीस के भुगतान के प्रबंधन और स्‍वीकरण के लिये एपीआई पर आधारित एक एसएएएस सॉल्‍यूशन है। संस्‍थान और विद्यार्थी शुल्‍क के भुगतान के लिए ऐसे संपूर्ण प्‍लेटफॉर्म का फायदा उठा सकते हैं, जो विद्यार्थी की भर्ती के मापदंडों, शुल्‍क प्रबंधन के मापदंडों, ऑटो रिकॉन्सिलेशन, फीस लौटाने के प्रबंधन, सूचनाओं और विश्‍लेषण को सुविधाजनक बनाता है।

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