TODAY EXPRESS NEWS ( REPORT BY AJAY VERMA ) पलवल, 04 नवम्बर। लगन, प्रयत्न और साहस के द्वारा घोर गरीबी में भी उच्च शिक्षा प्राप्त कर उच्च पद को प्राप्त किया जा सकता है।
उपायुक्त मनीराम शर्मा ने शुक्रवार को सायंकाल गांव टीकरी ब्राहम्ण के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में पहुंचकर ‘मिशन सक्षम पलवल’ योजना के तहत जिला में स्कूल शिक्षा की वर्तमान प्रणाली को व्यवस्थित और सुदृढï़ करने तथा विद्यार्थियों में ग्रेड लेवल योग्यता हासिल करने का लक्ष्य प्राप्त करने के उद्देश्य से विद्यार्थियों व उनके अभिभावको तथा अध्यापकों को पे्ररित किया।
उपायुक्त ने कहा कि अध्यापकगण तथा अभिभावक बच्चों को पढ़ाई के लिए समय-समय पे्ररित करते रहें और उन्हें अच्छे संस्कार प्रदान करें ताकि वह उच्च शिक्षा प्राप्त कर अपने माता-पिता व क्षेत्र का नाम रोशन कर सके।
उन्होंने कहा कि पढ़ाई के लिए विद्यार्थी में लगन का होना अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी में लगन, उत्साह व उमंग हो तो वह अपने दृढ़ निश्चय, दृढ़ आत्मविश्वास, दृढ़ इच्छा शक्ति और कठोर परिश्रम से घोर गरीबी में भी उच्च शिक्षा प्राप्त कर उच्च पद को प्राप्त कर सकता है।
इस दौरान उपायुक्त ने कक्षा सातवीं व आठवीं के विद्यार्थियों से उनका ज्ञान जाने के लिए पाहड़े व अन्य सामान्य ज्ञान के प्रश्र किए। जिनका विद्यार्थियों ने बेहिचक उत्तर दिया।
इस अवसर पर पलवल के उपमण्डल अधिकारी(ना.)एस.के. चहल,मुख्यमंत्री के सुशासन सहयोगी अभिनव वत्स, सिविल सर्जन डॉ. आदित्य स्वरूप गुप्ता, शिक्षा अधिकारी रमेश शर्मा,अनिल शर्मा व खण्ड शिक्षा अधिकारी अशोक बघेल,स्कूल के प्राधानाचार्य राधेश्याम, सरपंच याकुब खान सहित अभिभावक, अध्यापक व विद्यार्थी भी उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि जिला में पलवल,होडल व हसनपुर खण्ड में दिसम्बर, 2017 के अंत तक कम से कम 80 प्रतिशत विद्यार्थियों के लिए ग्रेड लेवल योग्यता हासिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिला के चारों खण्डों में 01 से 08 कक्षा तक के राजकीय विद्यालयों में विद्यार्थियों में ग्रेड लेवल योग्यता हासिल करने के लक्ष्य को प्राप्त करने के उद्देश्य से उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक,अतिरिक्त उपायुक्त,उपमण्डल अधिकारी(ना.) सहित जिलाधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपी हुई हैं। मिशन सक्षम पलवल योजना को सफल बनाने के लिए यह अधिकारी सप्ताह में स्कूलों का दौरा कर निरीक्षण कर रहे हैं।
इस दौरान अधिकारियों द्वारा विद्यालय की मूलभूत सुविधाओं का जायजा लेने। निरीक्षण के दौरान विद्यालय का अध्यापकवार टाईम टेबल, कक्षावार टाईम टेबल, मुखिया कक्षा निरीक्षण डायरी,अध्यापक द्वारा कक्षा के छात्रों को गे्रड अनुसार विभाजन सूची, छात्रों के गे्रडनुसार निरीक्षण, उपस्थिति/अनुपस्थिति, मैट परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं के आधार पर छात्रों से प्रश्र पूछना आदि का निरीक्षण भी करना है।