TODAY EXPRESS NEWS ( REPORT BY AJAY VERMA ) पलवल, 16 सितम्बर। जिला में स्वयं सहायता समूहों के पदाधिकारियों और सदस्यों के लिए गत दिवस नाबार्ड द्वारा स्वयं सहायता समूहों को बैंकों से जोडऩे के राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम के तहत चौपाल रेस्टोरेन्ट, जी.टी.रोड, पलवल में एकदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिला में नाबार्ड के सहयोग से कार्यरत विभिन्न समूहों के 30 पदाधिकारियों और सदस्यों ने भाग लिया। कार्यक्रम में प्रतिभागियों का मार्गदर्शन करने के लिए विशेष अतिथि/संकाय के रूप में जिला अग्रणी बैंक प्रबन्धक सत्यदेव आर्य, सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक के क्षेत्रीय प्रबन्धक आर. पी. शर्मा, आरसेटी के निदेशक रोहताश सिंह यादव और वित्तीय साक्षारता केंद्र, पृथला के काउंसलर नरेश कुमार शर्मा ने शिरकत की। कार्यक्रम में पलवल जिला में स्वयं सहायता समूह कार्यक्रम कार्यान्वित करने वाली नाबार्ड की सहयोगी संस्था अभिव्यक्ति फाउंडेशन के महासचिव श्री शैलेंद्र कुमार सिंह और उनके कार्यकर्ताओं ने भी हिस्सा लिया।
कार्यक्रम के आरंभ में नाबार्ड के जिला विकास प्रबन्धक सुबोध कुमार ने स्वयं सहायता समूह कार्यक्रम की पृष्ठभूमि और उद्देश्यों पर चर्चा करते हुये ग्रामीण महिलाओं के सशक्तीकरण की दिशा में इस कार्यक्रम की क्रांतिकारी भूमिका को रेखांकित किया। नाबार्ड के जिला विकास प्रबन्धक ने ऋण अनुशासन को अच्छे समूह की प्रमुख विशेषता बताया और कहा कि स्वयं सहायता समूह निर्धन महिलाओं के आर्थिक और सामाजिक सशक्तीकरण की सीढी है और उन्हें इस मंच का सदुपयोग करना चाहिए। उनहोनने जिला में नाबार्ड के तत्वावधान में चलाई जा रही विभिन्न गतिविधियों और समूहों को उनसे जुडने की संभावना की भी संक्षिप्त जानकारी दी।
कार्यक्रम में स्वयं सहायता समूह की कार्यप्रणाली, समूह की बैठकों, बही खातों के रख-रखाव और नेतृत्व तथा उद्यमशीलता पर प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया गया। कार्यक्रम में सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक के क्षेत्रीय प्रबन्धक आर पी शर्मा ने महिलाओं से उद्यम वृत्ति अपनाने और बैंकों की योजनाओं का लाभ लेने की अपील की। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जिला अग्रणी बैंक प्रबन्धक सत्यदेव आर्य ने स्वयं सहायता समूहों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए नाबार्ड, बैंकों और गैर सरकारी संगठनों के बीच आपसी तालमेल की जरूरत पर बल दिया। उन्होने समूह की नियमित बैठकों पर जोर देते हुए महिलाओं से अनुरोध किया कि वे अपने कौशल को सत्त निखारने का प्रयास करें। आरसेटी के निदेशक रोहताश सिंह यादव ने आरसेटी द्वारा चलाये जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रमों के बारे में विस्तृत जानकारी दी और समूहों को बैंकों की योजनाओं से अवगत कराया।