TODAY EXPRESS NEWS ( AJAY VERMA ) पलवल, 22 जनवरी। बसंत पंचमी के पावन अवसर पर सोमवार को हरियाणा विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय (एचवीएसयू) ने इरकॉन इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड सर्विसेज लिमिटेड के साथ पलवल के दुधोला गांव में हरियाणा विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए अनुमानित 900 करोड़ रूपये के कैंपस कंस्ट्रक्शन समझौते पर हस्ताक्षर किए।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि हरियाणा के कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री विपुल गोयल, पृथला विधान सभा क्षेत्र के विधायक टेक चंद शर्मा, कुलपति हरियाणा विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय राज नेहरु, प्रधान सचिव कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण टीसी गुप्ता, सीईओ इरकॉन इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड सी के नायर, उपायुक्त मनीराम शर्मा, दुधोला गांव के सरपंच सुंदर सिंह और उद्योग जगत के अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने शिरकत की।
हरियाणा के कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण व उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि हरियाणा कौशल शिक्षा के क्षेत्र में सदा अग्रणी रहा है । स्कूली स्तर पर भी कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने वाला हरियाणा पहला राज्य था तथा यूनिवर्सिटी स्तर पर भी राज्य ने देश की पहला सरकारी कौशल विश्वविद्यालय स्थापित किया है । इसमें जहाँ एक ओर ऑटोमोबाइल, रोबोटिक्स, बैंकिंग, आईटी आदि आधुनिक तकनीकी पाठयकर्मों का प्रशिक्षण दिया जायेगा वहीं दूसरी ओर खेल कूद व कृषि आदि से संबधित कौशल प्रशिक्षण भी दिए जायेंगें। उन्होंने अपने गतिशील और अभिनव दृष्टिकोण के लिए कुलपति की प्रशंसा की और कहा कि उन्हें यकीन है कि राज नेहरू निश्चित रूप से एचवीएसयू को देश में कौशल शिक्षा के एक आदर्श रूप में स्थापित करेंगें जो राज्य के युवाओं को विकास और स्वयं रोजगार के नए अवसर प्रदान करेगा।
उन्होंने कहा कि एचवीएसयू दोहरी कौशल शिक्षा मॉडल की विशेषता तथा कामयाबी उद्योग की साँझा भागीदारी में निहित है। उन्होंने उद्योग जगत का आह्वान करते हुए कहा कि समय आ गया की राज्य के समग्र विकास के लिए उद्योग भी अपनी भागीदारी इस तरह के प्रयासों में बढ़ाया।
इस अवसर पर कुलपति राज नेहरू ने कहा कि बसंत पंचमी के पवित्र दिवस पर समझौते पर हस्ताक्षर करने का अपना महत्व है। बसंत पंचमी देवी सरस्वती को समर्पित त्यौहार है जो ज्ञान और सभी कलाओं की देवी है। वह अपने सभी रूपों में रचनात्मक ऊर्जा और शक्ति का प्रतीक है उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय अपने शीघ्र निष्पादन के लिए जाना जाता है।
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों के सिमित कार्यकाल में हमने विभिन्न उद्योगों के साथ 50 से अधिक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं, लगभग 8 कार्यक्रम शुरू किए हैं । जिनमें दो डिग्री प्रोग्राम हैरो मोटोकॉर्प लि. के साथ शामिल हैं और अब केवल तीन महीने से काम समय में इरकॉन के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। यह एक अनुठा परिसर होगा जो युवाओं को स्किलिंग के फीडर स्कूल से लेकर पीएचडी स्तर के बेहतर अवसर प्रदान करेगा। इसमें जिवंत प्रोयोगशालायें और इंडस्ट्रीज के उत्कृष्टता केंद्र होंगे जो छात्रों को नवीनतम उपकरणों और तकनीकों पर कुशलता प्रदान करेंगें जिस से वो न केवल उद्योग के लिए तैयार होंगें अपितु दूसरों के लिए रोजगार सृजन करने में भी सक्षम होंगें ।
उन्होंने कहा कि एचवीएसयू पाठ्यक्रम उद्योग और मांग उन्मुख होगा तथा हमारा लक्ष्य हमारे ऐतिहासिक विश्वविद्यालयों जैसे तक्षिला, नालंदा, विक्रमशला और वलभी जैसे कौशल और आधुनिक शिक्षा का प्रतीक स्थल बनाना है। यूनिवर्सिटी का ऑफ कैम्पस ड्यूल स्किली एजुकेशन मॉडल एक अनूठा मॉडल है जो अन्य राज्यों में भी लोकप्रिय हो रहा है और एचवीएसयू ई एंड वाई के साथ एक मैनुअल को विकसित करने की प्रक्रिया में है।
डॉ सुनील गुप्ता, रजिस्ट्रार एचवीएसयू और सी के नायर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, इरकॉन ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए । डॉ सुनील गुप्ता ने बताया कि भारत के पहले कौशल विश्वविद्यालय का निर्माण 82 एकड़ गांव दुधोल में, जिला पलवल में किया जाएगा। एचवीएसयू इसमें लगभग 900करोड़ निवेश करेगा जो तीन चरणों में होगा । पहले चरण में 400 करोड़ का निवेश होगा तथा इसका निर्माण 2020 तक लक्षित है इस हाई टेक कैंपस में हरियाणा के युवाओं को सशक्त बनाने के लिए नविन प्रौद्योगिकी और अत्याधुनिक पाठ्यक्रम होंगे जो औद्योगिक मांगों के लिए तैयार किए गए हैं । अकादमिक सत्र 2019 तक एचवीएसयू का प्रथम चरण दुधौला स्तिथ अपने परिसर में शुरू करेगा चरण 1 के दौरान 4000 उम्मीदवारों की प्रशिक्षण क्षमता के साथ विश्वविद्यालय द्वारा तैयार किए गए विभिन्न औपचारिक और गैर-औपचारिक कार्यक्रमों में शुरू होगें और हमारा लक्ष्य तीसरे चरण में 12000 उम्मीदवारों को कौशल प्रशिक्षण प्रदान करना है।
इस अवसर पर प्रधान सचिव टी सी गुप्ता ने कहा कि हुए कहा कि हरियाणा ने एप्रेंटशिप ट्रेनिंग में भी रिकॉर्ड कामयाबी हासिल की है और उन्हें उम्मीद है कि मैंगो ट्री के कांसेप्ट से शुरू यह यूनिवर्सिटी देश ही नहीं अपितु पुरे विश्व में हरियाणा का नाम रोशन करेगी
सी के नायर, इरकॉन ने प्रोजेक्ट के विभिन्न चरणों पर प्रकाश डाला तथा आश्वासन दिलाया कि यह प्रोजेक्ट निर्धारित समयावधि में पूर्ण हो जायेगा
विधायक टेक चंद शर्मा ने पलवल जिले के लोगों को बधाई दी और कहा कि एचवीएसयू के साथ साथ पलवल जिले का नाम भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रोशन होगा । उन्होंने ने राज नेहरू के गतिशील प्रयासों की सराहना की और आभार प्रकट करते हुए कहा कि यह पल पलवल जिले के विकास में उल्लेखनीय मील का पत्थर होगा।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि विपुल गोयल ने दीप प्रज्जवलित कर किया। तत्पश्चात रा.व.मा. विद्यालय की छात्राओं ने सरस्वती वंदना की । यूनिवर्सिटी के अधिकारीयों द्वारा मुख्य अतिथि विपुल गोयल सहित अन्य सभी गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया गया। संयुक्त निदेशक कर्नल उत्कर्ष राठौड़ ने आज तक के एचवीएसयु की उपलब्धियों तथा यात्रा को साझा किया । यूनिवर्सिटी का उद्देश्य अर्थव्यवस्था के उभरते क्षेत्रों में कौशल, कौशल आधारित शिक्षा और अनुसंधान और उद्यमिता विकास को बढ़ावा देना और इन क्षेत्रों से संबंधित विभिन्न क्षेत्रों में कौशल स्तर को बढ़ाना है।
अंत में श्रीमती सिमी उप निदेशक ने सभी का धन्यवाद किया। इस अवसर पर पलवल के उपमण्डल अधिकारी (ना.) एस.के. चहल, डॉ. अशोक श्रीवास्तव , डीन (इंजीनियरिंग), डॉ राज सिंह अंतिल, संयुक्त निदेशक, श्रीमती सिमी सोमसुंदर, सलाहकार भानूप्रताप सिंह, कॉर्पोरेट अफेयर्स अनिल बाहरी जनरल मैनेजर इरकॉन, उप निदेशक, डॉ एलके शर्मा, उप रजिस्ट्रार, डॉ जेपी कौशिक,उप रजिस्ट्रार, संजीव तयाल, सहायक रजिस्ट्रार परवीन, , इंजिनियर एस के भूटानी, डॉ विक्रम बंसल, श्रीमती शिखा गुप्ता, श्रीमती समृद्धि सिंघल, श्रीमती डिंपल, अनिल जांगड़ा और अन्य सदस्य भी उपस्थित थे।