टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ । रिपोर्ट अजय वर्मा । गुरुग्राम, 25 अगस्त, 2022: एमजी मोटर इंडिया ने आज एमजी ताल ‘नया सफर,नई ताल’ का दूसरा सीजन लॉन्च किया। यह इंडी म्यूजिक कलाकारों के लिये एक अनूठा नेशनल टैलेंट हंट है। ‘ताल’ सीजन 2 उभरते हुए और कुछ नया करने वाले कलाकारों के लिये एक मजबूत कदम है और यह दूर-दूर तक पहुंचने वाले प्लेटफॉर्म के माध्यम से बेहतरीन टैलेंट दिखाने पर फोकस करेगा। देशभर में टैलेंट की खोज करता यह कार्यक्रम अनूठे और योग्य भारतीय कलाकारों को सामने लाने में मदद करेगा, चाहे वह देश के किसी भी हिस्से में रहते हों!
सॉन्गड्यू के सहयोग में, एमजी ताल के सीजन 2 का उद्देश्य उभरते हुए इंडी कलाकारों को अपने प्लेटफॉर्म की बड़े पैमाने पर पहुंच और संगीत में विशेषज्ञता के साथ मदद करना है। यह कलाकारों के संगीत को सभी प्लेटफार्म और माध्यमों में बढ़ाने में मदद करेगा-चाहे वह रेडियो, टीवी या डिजिटल चैनल हो। शॉर्टलिस्ट किए जाने वाले टैलेंट को कॅरियर गाइडेंस भी दिया जाएगा। एमजी, विजेताओं को ना केवल एमजीवर्स ग्राहक कार्यक्रमों में परफॉर्म करने के लिए एक प्लेटफॉर्म प्रदान कर उनकी हौसलाअफजाई और सहयोग करेगा, बल्कि एनएफटी तैयार करने में भी उनकी मदद करेगा। एमजी ताल सीजन 2 एक 1-साल का कार्यक्रम होगा जहां शीर्ष दो विजेता कलाकारों को काफी कुछ सीखने, सही प्रसिद्धि, उपयोगी जुड़ाव और महत्वपूर्ण अनुभव मिलेगा- ये एमजी ताल के चार मूल स्तंभ हैं।
नया सफर, नई ताल के इस सैलाब में हिस्सा लेना आसान है। यदि आप एक प्रतिभाशाली कलाकार हैं तो बस www.songdew.com/mgtaal पर जाएं और अपना कंटेंट यहां पोस्ट कर दें।
गौरव गुप्ता, चीफ कमर्शियल ऑफिसर- एमजी मोटर इंडिया, का कहना है, “हम ताल सीजन 2 के माध्यम से इंडी म्यूजिक कम्युनिटी से जुड़ने के लिये बहुत उत्सुक हैं। एमजी में, संगीत को लेकर दीवानगी है। हम अपनी विस्तृत कम्युनिटी और अपने ब्रांड के बीच इसे एक साझा बंधन के रूप में देखते हैं। हमें पूरा विश्वास है कि इस नए सीजन में प्रतिभा की हमारी खोज, उम्दा कलाकारों के लिए सहयोग का हाथ भी बढ़ाएगी और उनकी हौसलाअफजाई भी करेगी। हमें यादगार संगीत बनाने और हर जगह मौजूद हमारे दर्शकों को कभी ना खत्म होने वाला मजा और खुशी देने की उम्मीद है।”
सुनील खन्ना, संस्थापक, सॉन्गड्यू का कहना है, “सॉन्गड्यू में हमने 55 हजार भारतीय कलाकारों और बैंड का एक परिवार तैयार कर लिया है, जो प्रचार, वितरण और संगीत से कमाई करने में हमारी सेवाओं का उपयोग कर रहे हैं। हमारा मानना है कि भारत में संगीत का भविष्य उज्जवल है और इस चलन को आगे बढ़ाने के लिये हम कई सारे हितधारकों के साथ साझेदारी कर रहे हैं। पिछले 18 महीनों या उससे ज्यादा समय से, इंडी म्यूजिक की लोकप्रियता काफी बढ़ी है, जोकि बहुत ही तेज रफ्तार से आगे बढ़ रही है। इसलिए, एमजी ताल के सीजन 2 के लिये इससे बेहतर समय कुछ और नहीं हो सकता। इस पहल के तहत हमें एमजी के साथ काम करके बेहद खुशी हो रही है और संगीत प्रेमियों के बीच चुनिंदा कलाकारों के संगीत को पेश करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का हमें बेसब्री से इंतजार है।”
अपने ग्राहकों को शानदार अनुभव देने के लिये संगीत का इस्तेमाल करते हुए, एमजी मोटर ने संगीत के इर्द-गिर्द एक ढांचा तैयार कर लिया है, जिसमें ब्रांड की सॉनिक आइडेंटी, इसके शोरूम में ब्रांड के अनुरूप संगीत और ब्रांड एंथम शामिल है।
सीजन 1 में, एमजी ने 2 अभूतपूर्व एक्ट के साथ काम किया – सूरत के लुभावने कम्पोजिशन से सजी एक दुनिया/फ्यूजन- तापी प्रोजेक्ट और पुणे से जादुई गीतों के साथ एक बहु-शैली का अभिनय – फिडलक्राफ्ट। इनसे मिलकर जो म्यूजिक वीडियो तैयार हुआ, उसे दस लाख से अधिक बार देखा गया और यूजर्स द्वारा तैयार किए गए 500 से अधिक वीडियोज मिले। ब्रांड को एमजी ताल का दूसरा एडिशन और भी ज्यादा रोमांचक होने की उम्मीद है।
एमजी मोटर के विषय में
साल 1924 में यूके में संस्थापित, मोरिस गैराजेस के वाहन स्पोर्ट्स कार्स, रोडस्टर्स और कैब्रियोलेट सीरीज के लिये विश्व-प्रसिद्ध थे। अपनी स्टाइलिंग, सुंदरता और उत्साही प्रदर्शन के कारण एमजी के वाहन कई सेलीब्रिटीज की पसंद थे, जैसे ब्रिटिश प्रधानमंत्री और ब्रिटिश राज परिवार भी। यूके के एबिंगडन में साल 1930 में स्थापित एमजी कार क्लब के हजारों वफादार प्रशंसक हैं, जो इसे कार के एक ब्रांड के लिये विश्व के सबसे बड़े क्लबों में से एक बनाते हैं। विगत 98 वर्षों में एमजी एक आधुनिक, भविष्यगामी और अभिनव ब्राण्ड के तौर पर विकसित हुआ है। हलोल, गुजरात में स्थित उसकी अत्याधुनिक विनिर्माण सुविधा 1,25,000 वाहनों के वार्षिक उत्पादन की क्षमता रखती है और वहाँ लगभग 2500 लोग काम करते हैं। इस कंपनी में काम करने वाले लोगों में 37 प्रतिशत महिलायें हैं, और कारमेकर ने कई सामुदायिक पहलों की पेशकश की है। इसमें एमजीसेवा शामिल है जोकि समाज के सभी वर्गों (खासतौर से सुविधा से वंचित समुदायों को) को सशक्त करता है। एमजी स्थायी विकास में भी पथ-प्रदर्शक बन गया है, जिसने ईवी बैटरी रिसाइक्लिंग, अपने परिचालन में पवन-सौर ऊर्जा का इस्तेमाल, आदि जैसी प्रशंसनीय पहलें की हैं जोकि हरित भविष्य को आकार दे रही है। सीएएसई (कनेक्टेड, ऑटोनॉमस, शेयर्ड और इलेक्ट्रिक) परिवहन के अपने सपने के आधार पर यह तेजतर्रार कारमेकर आज ऑटोमोबाइल सेगमेंट में विभिन्न ‘अनुभवों’ को शामिल कर चुका है। इसने भारत में कई ‘पहलों’ की पेशकश की है, जैसे भारत की पहली इंटरनेट एसयूवी- एमजी हेक्टर, भारत की पहली प्योर इलेक्ट्रिक इंटरनेट एसयूवी- एमजी जेडएस ईवी, भारत की पहली ऑटोनॉमस (लेवल 1) प्रीमियम एसयूवी- एमजी ग्लॉस्टर और पर्सनल असिस्टेंट एवं ऑटोनॉमस (लेवल 2) टेक्नोलॉजी के साथ भारत की पहली एसयूपी- एमजी एस्टर।