टुडे एक्सप्रेस न्यूज़। रिपोर्ट मोक्ष वर्मा। सोनू सूद के सपोर्टर्स ने देशभर में एक कैंपेन, “मैं भी सोनू सूद” शुरू किया, जो 4 नवंबर, 2023 को नई दिल्ली से शुरू हुआ और अब अपनी फाइनल डेस्टिनेशन मुंबई तक पहुंच गया। इस पहल का उद्देश्य पूरे भारत में लोगों को जोड़ना, अच्छाई, एकता और जीवन बचाने के मूल्यों को मजबूत करना है। यह अभियान 100 से अधिक शहरों से गुजरा, जिसमें उत्तर में गाजियाबाद, देहरादून, शिमला, अमृतसर, मोगा जैसे बड़े और छोटे कस्बे और महानगर शामिल थे। यह दौरा पश्चिम की ओर बढ़ते हुए जैसलमेर, बामेर और अहमदाबाद जैसे शहरों तक पहुंचा और अब मुंबई में जाकर पूरा हुआ।
सोनू सूद को उनके फैंस द्वारा ट्रिब्यूट देने के लिए पूरा कैंपेन “एस” अक्षर पर केंद्रित था। यात्रा इंदौर और भोपाल जैसे केंद्रीय शहरों से होकर, पूर्वी हिस्से में, बरेली, बीसापुर, पौनी और नागपुर जैसे शहरों में रुकते हुए जारी रही। मुंबई पहुंचने से पहले कल्लेश्वरम, तिरूपति और विजयवाड़ा को भी कवर किया, जिसमें पश्चिम में मैंगलोर, बेंगलुरु और पणजी से गुजरी। लगभग 40 दिनों में 27 प्रमुख पड़ावों और 154 घंटों में 6645 किलोमीटर की दूरी तय करने के साथ, डुब्बा थांडा में सोनू सूद मंदिर में एक रात्रि विश्राम के साथ, एकता की भावना को बढ़ावा देने और लोगों को एक साथ आने के लिए प्रेरित करना था।
सोनू सूद के फाउंडेशन से जुड़कर, व्यक्ति एजुकेशन और मेडिकल नीड्स में योगदान दे सकते हैं और समाज के सबसे कमजोर लोगों की मदद कर सकते हैं। इस फैन-सेंट्रिक कैंपेन ने अच्छाई की शक्ति और उससे पैदा होने वाली एकता पर प्रकाश डाला। इसने इस विचार को भी साकार रूप दिया कि अपने प्रिय आइकन की तरह, हर व्यक्ति जीवन बचाने और समाज पर सकारात्मक प्रभाव डालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।