Today Express News / Ajay verma / नई दिल्ली/चंडीगढ़, 21 दिसंबर। हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि पत्रकार समाज का आईना होते हैं और समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित कर गर्व व गौरव की अनुभूति होती है। वे सोमवार को दिल्ली स्थित ली मेरिडियन होटल के सभागार में आयोजित देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री जननायक स्व. चौ. देवीलाल अवार्ड सम्मान समारोह के दौरान पत्रकारों, समाजसेवियों व बुद्धिजीवियों को सम्मानित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पत्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है और समाज की सही दिशा तय करने में पत्रकारों का उल्लेखनीय योगदान है।
इस अवसर पर दुष्यंत चौटाला ने उपस्थित जनों से आह्वान किया कि हम सबको प्रदेश और देश की उन्नति और प्रगति में यथासंभव योगदान देना चाहिए। उन्होंने उपस्थित जनों से हरियाणा प्रदेश और देश को आगे ले जाने के लिए सुझाव भी मांगे। डिप्टी सीएम ने कहा कि कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के दौरान जिस तरह से 130 करोड़ भारतीयों ने अपने साहस का परिचय दिया है और पत्रकार बंधुओं ने निर्भीकता से देशवासियों को जागरूक करने का प्रयास किया है, इसके लिए सभी बधाई के पात्र है। वहीं कार्यक्रम में दुष्यंत चौटाला ने जननायक चौधरी देवीलाल को नमन करते हुए कहा कि ताऊ देवीलाल जी कल्याणकारी नीतियों की वजह से देशभर में सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में बदलाव की क्रांति आई। उन्होंने कहा कि जनकल्याण के लिए वे हमेशा समर्पित रहे और उनके द्वारा लागू की गई नीतियों का पूरे देश में अनुसरण किया गया।
“मेरी मां” फाउंडेशन के सौजन्य से आयोजित सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने दीप प्रज्वलित कर सम्मान समारोह की शुरुआत की और समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पत्रकारों, बुद्धिजीवियों व समाजसेवियों को सम्मानित किया। फाउंडेशन की ओर से चेयरमैन कैप्टन राज माथुर, अध्यक्ष सुभाष मलिक बॉबी, उपाध्यक्ष दिनेश डागर, महामंत्री दीपक भागचंदानी, वाइस चेयरमैन दयानंद, वाइस चेयरमैन पवन वत्स, वाइस चेयरमैन राजीव कुमार, कोषाध्यक्ष शुभम मलिक, रणधीर डागर, सतपाल दलाल, सुरेंद्र फोगाट, पूर्व विधायक गंगा राम, ऋषि राज राणा, सुरिंदर ठाकरान सुखविंदर टोकस सहित उपस्थित फाउंडेशन के सदस्यों ने पुरस्कार विजेताओं को बधाई व शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर युवा कवि जशन महैला, एमडी केडी व नाथुला बॉर्डर पर शहीद हुए कैप्टन पृथ्वी सिंह डागर और चौधरी झंडु सिंह टोकस परिवार और उनके वंशजों को भी सम्मानित किया गया।