Today Express News / Ajay Verma / चंडीगढ़, 17 जून। प्रदेश में चाहे उद्योग चलाने के लिए श्रमिकों की आवश्यकता हो या कृषि क्षेत्र में जीरी लगाने आदि काम के लिए किसानों को श्रमिकों की जरूरत हो, सरकार दोनों क्षेत्र के लिए प्रवासी श्रमिकों को वापस प्रदेश में लाने का काम करेगी। इसके लिए प्रवासी श्रमिकों ने भी हरियाणा में आकर वापस अपने काम पर लौटने की इच्छा जताई है। यह जानकारी आज प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कोरोना महामारी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कई राज्यों की हुई डिजिटल बैठक के बाद पत्रकारों से रूबरू होते हुए दी। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बैठक में सबसे पहले भारत-चीन के तनाव के चलते गलवान घाटी में शहीद हुए 20 वीर योद्धाओं को मिलकर श्रदांजलि दी गई और इसके बाद कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने बारे कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों व केंद्र शासित प्रदेशों के राज्यपालों की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि इस बैठक में राज्यों ने कोरोना संक्रमण के मौजूदा हालात के बारे में पूरी जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री को रिपोर्ट दी गई।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बैठक में बिहार राज्य की तरफ से बताया गया कि पलायन करने वाले मजदूर वहां से वापस हरियाणा और पंजाब में काम पर लौटना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इसमें खासकर उद्योग और कृषि क्षेत्र से जुड़े प्रवासी श्रमिक हैं। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि प्रदेश में जीरी लगाने का सीजन चल रहा है और ऐसे में वहां से श्रमिकों को लाने की दिशा में प्रदेश सरकार कदम उठाएगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए किसानों को राहत देते हुए सरकार श्रमिकों को बसों द्वारा लाने का काम करेगी। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि सरकार जल्द इसके लिए वेब पोर्टल के माध्यम से पंजीकरण शुरू कर देगी। साथ ही उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र के साथ-साथ उद्योग के कार्यों के लिए जिन उद्यमियों की श्रमिकों की मांग है उनके लिए सरकार तुरंत श्रमिकों की व्यवस्था करने का कार्य करेगी।
वहीं डिप्टी सीएम ने हरियाणा में कोरोना संक्रमण के बारे में बताया कि प्रदेश में मुख्य रूप से गुरुग्राम, फरीदाबाद और सोनीपत में मामले बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां कोरोना के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने के लिए संबंधित अधिकारियों ने पूरी रिपोर्ट दी है। उन्होंने कहा कि सोनीपत, गुरुग्राम और फरीदाबाद में कोरोना मरीजों के लिए बेड की संख्या बढ़ाने की मांग की गई है। उन्होंने कहा कि सरकार इसके लिए जरूरत पड़ने पर विकल्प के तौर पर अन्य कोई स्थान भी देख रही है, जैसे कुछ राज्यों की तरह कोविड मरीजों के उपचार के लिए इनडोर स्टेडियम में आइसोलेशन केंद्र बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भी इस दिशा में प्रयास करेगी। डिप्टी सीएम ने कहा कि कोरोना महामारी के खिलाफ राज्य सरकार की पूरी व्यवस्था है और स्वास्थ्य विभाग भी निरंतर बेहतर कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में पर्याप्त बेड उपलब्ध हैं और स्वास्थ्य विभाग की टीमें अच्छे तरीके से कोरोना संक्रमित मरीजों को वापस दुरुस्त करने में जुटी हुई है।