TODAY EXPRESS NEWS FARIDABAD ( रिपोर्ट अजय वर्मा ) एनआईटी विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सभा में आज एक महिला ने जमकर हंगामा किया । महिला मुख्यमंत्री से मिलना चाहती थी पर पुलिस वालों ने उसे नहीं मिले दिया, जिसके बाद महिला बेशुद्ध हो कर जमीन पर गिर पड़ी और पुलिस वाले उठाकर उसे जनसभा से बाहर ले गए, पीड़ित महिला अपने पति के हत्यारों की जाँच के लिए मुख्यमंत्री चाहती थी, महिला के पति की एक साल पहले नहर किनारे लाश मिली थी जिसके हत्यारों का अभी तक पता नहीं लगा है.
दिखाई दे रहा नजारा एनआईटी विधानसभा क्षेत्र का है जहा मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर एनआईटी वासियों को विकासकार्यों की सौगात देने के लिए आये हुए थे , वही डबुआ की रहने वाली यह महिला मुख्यमंत्री से मिलने के लिए पहुंची थी पर पुलिस वालों ने इसे मुख्यमंत्री से नहीं मिलने दिया, काफी हंगामे के बाद भी जब महिला मुख्यमंत्री से नहीं मिल पाई तो तेज गर्मी के चलते बेसुध हो कर जमीन पर गिर पड़ी है, पर इससे भी पुलिस वालों का दिल नहीं पसीजा वह इसे उठाकर जनसभा से बाहर ले गए और इसकी बात तक सुनने की जहमत नहीं उठाई , महिला की माने तो एक साल पहले उसके पति की लाश चंदावली पुल पर नहर किनारे मिली थी तब से अब तक उसके पति के हत्यारों का पता नहीं चल पाया है महिला की शादी 10 साल पहले हुई थी, अब उसके दो बच्चे हैं महिला का आरोप है एक तरफ जहां उसे अपने अपने पति के हत्यारों का अभी तक कोई सुराग नहीं लगा वही उसके ससुराल वाले उसे घर से निकालना चाहते हैं और आए दिन उसे प्रताड़ित किया जा रहा जा रहा हैं, इसी बात से परेशान महिला आज मुख्यमंत्री से गुहार लगाने पहुंची थी पर उसकी मुलाकात मुख्यमंत्री से नहीं हो पाई. एक साल से अपने पति के हत्यारों की जाँच के लिए दर दर भटक रही पीड़ित महिला दीपाली चाहती है की उसके पति के हत्यारों को गिरफ्तार कर सजा दी जाये, इसके लिए वो मुख्यमंत्री से मिलकर ही रहेंगी।
वही पीड़ित महिला की माँ की माने तो उसकी बेटी न्याय के लिए दर दर की ठोकरें खा रही है मगर उसे दामाद के हत्यारों का सुराग तक नहीं मिल पा रहा है, आज मुख्यमंत्री से मिलकर न्याय की उम्मीद थी वो भी टूट गई क्योंकि पुलिस कर्मियों ने मिलने तक नहीं दिया।
वही इस बारे में जब मुख्यमंत्री से पूछा गया तो उन्होंने इस बारे में कहा महिला से बात करेंगे !
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भले ही VIP कल्चर खत्म कर आम लोगों के बीच जाकर उनकी समस्याएं सुनने की बात कह रहे हो पर फरीदाबाद की इस रैली में मुख्यमंत्री के पास लाल बत्ती तो नहीं थी लेकिन आम लोगों की उनतक पहुंच भी नहीं थी , और इसी के चलते यह सारा हंगामा देखने को मिला, क्या वास्तव में VIP कल्चर को खत्म करने की बात कर रहे लोग इस बात को समझ पाएंगे।