हरियाणा में ईएसडीएम क्षेत्र को दिया जाएगा और बढ़ावा

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Today Express News / Ajay Verma / चंडीगढ़, 03 जून। प्रदेश में नए उद्योग स्थापित करने और युवाओं के लिए रोजगार के ज्यादा से ज्यादा नए अवसर सृजित करने के लिए उद्योग एवं वाणिज्य विभाग का कार्यभार संभाल रहे  प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला निरंतर प्रयासरत है। इस दिशा में दुष्यंत चौटाला निरंतर एक के बाद एक मजबूत कदम आगे बढ़ा रहे है। इसी कड़ी में प्रदेश सरकार केंद्र के सहयोग से हरियाणा में ईएसडीएम क्षेत्र को और बढ़ावा देने जा रही है और इसके लिए डिप्टी सीएम ने इलेक्ट्रॉनिक उद्यमियों को हरियाणा में निवेश करने का आह्वान किया है। उन्होंने इलेक्ट्रोनिक्स सिस्टम डिजाइन एवं मैन्युफैक्चरिंग (ईएसडीएम) क्षेत्र के निवेशकों से आह्वान किया है कि वे राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के बाद केन्द्र सरकार द्वारा निवेशकों को आकर्षित करने के लिए चरणबद्ध तरीके से आरम्भ की गई योजनाओं के तहत निवेश के लिए हरियाणा में आएं। यह आह्वान उन्होंने मंगलवार को एक विशेष चर्चा के तहत भारत में निवेश ईएसडीएम विशेष निवेश फोरम- सीरीज-2’ में हरियाणा का प्रतिनिधित्व करते हुए किया।

उपमुख्यमंत्री ने राज्य का प्रतिनिधित्व करते हुए निवेशकों को हरियाणा में निवेश के अवसरों पर जानकारी दी। इस बारे में उन्होंने बताया कि हरियाणा ईएसडीएम क्षेत्र के निवेशकों के लिए बेहतर स्थान है क्योंकि इस क्षेत्र में हरियाणा देश का 57 प्रतिशत निर्माणकर्ता है और निर्यात करने वाला देश का दूसरा सबसे बड़ा राज्य है। इतना ही नहीं हरियाणा में सात विशेष आर्थिक जोन पहले से ही संचालित हैं और राज्य का लगभग दो तिहाई हिस्सा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पड़ता है। उन्होंने कहा कि आईटी क्षेत्र की 20 प्रतिशत कम्पनियों ने पहले से ही हरियाणा में अपनी इकाइयां संचालित की हुई हैं।

उप-मुख्यमंत्री ने निवेशकों को इस बात से भी अवगत करवाया कि हरियाणा राज्य औद्योगिक विकास एवं आधारभूत संरचना द्वारा प्रदेश में औद्योगिक सम्पदाएं विकसित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि 68 ऐसे ब्लॉक हैं जहां पर 10 एकड़ तक जमीन उपलब्ध है और यह लीज होल्ड या पूर्ण स्वामित्तव के आधार पर दी जा सकती है। उन्होंने बताया कि हरियाणा अपनी नई औद्योगिक नीति बना रहा है और 2020 से 2025 तक हरियाणा में एविऐशन क्षेत्र विनिर्माण एवं संरचना पर विशेष फोकस रहेगा।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि इतना ही नहीं हिसार में तीन चरणों में एविएशन हब विकसित किया जा रहा है। इसके अलावाइसका ड्राई पोर्ट के रूप में भी इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा में सडक़रेल व हवाई कनैक्टिविटी उपलब्ध है तो वहीं आईजीआई एयरपोर्टनई दिल्ली से हिसार की दूरी लगभग 135 किलोमीटर है और एक्सप्रैस-वे से मात्र दो घण्टे से यहां पहुंचा जा सकता है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि कि ईज ऑफ डुइंग बिजनेस मामले में हरियाणा उत्तर भारत में पहले स्थान पर व देश में तीसरे स्थान पर है। उन्होने कहा कि आधारभूत संरचना विकास इंडेक्स में देश में चौथे स्थान पर है।

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