टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ । रिपोर्ट अजय वर्मा । हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के माननीय न्यायमूर्ति श्री राजन गुप्ता चेयरमैन व न्यायाधीश पंजाब एंड हरियाणा उच्च न्यायालय तथा कार्यकारी अध्यक्ष के आदेशनुसार, श्री यशवीर सिंह राठौर जिला व सत्र न्यायाधीश व चेयरमैन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण फरीदाबाद के मार्गदर्शन तथा श्री मंगलेश कुमार चौबे मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण फरीदाबाद की देखरेख में “आजादी का अमृत महोत्सव” नेशनल लीगल सर्विस अथॉरिटी नई दिल्ली के आदेश अनुसार पूरे भारतवर्ष में 2 अक्टूबर 2021 से 14 नवंबर 2021 तक मनाया जा रहा है ।जिसमें विभिन्न प्रकार के प्रोग्रामो का आयोजन सामाजिक संगठनों ,स्वयंसेवी संस्थाओं, जिला प्रशासन के सहयोग से किया जा रहा है। नालसा व हालसा द्वारा चलाई जा रही विभिन्न स्कीमों को नुक्कड़ नाटक व कैंपों के माध्यम से लोगों को बताया जा रहा है, पैनल एडवोकेट के द्वारा विभिन्न विभिन्न क्षेत्रों में उनको उनके अधिकार व कानूनों के बारे में जागरूक किया जा रहा है जिसमें मुख्यता बाल अपराध कानून ,महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों से संबंधित कानून, वैक्सीनेशन कैंप, प्लांटेशन ड्राइव ,ब्लड डोनेशन, रोड सेफ्टी प्रोग्राम, पर्यावरण को बचाने के लिए पौधारोपण , योगासन प्रोग्राम, जेल के अंदर बंद कैदियों को उनके अधिकारों के बारे में भी अवगत कराया जा रहा है ।
श्री मंगलेश कुमार चौबे ने बताया कि नीमका जेल मे 4 अक्टूबर 2021 से 8 अक्टूबर 2021 तक पांच दिवसीय कानूनी जागरूकता के साथ-साथ महिला और पुरुष बंदियों को योगासन,प्राणायम के द्वारा स्वस्थ रहने के नियमों के बारे में बताया जाएगा। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण फरीदाबाद के पैनल एडवोकेट नीना शर्मा ,जीत कुमार रावत,वाई डी शर्मा कानूनी जागरूक करेंगे तथा योगाचार्य जयपाल शास्त्री व मीनू सिंह पतंजलि योगपीठ के द्वारा योगासन व प्रणाम कराएंगे।
श्री मंगलेश कुमार चौबे मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी व सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण फरीदाबाद ने बताया कि दिनांक 12 अक्टूबर 2021 को मानव रचना यूनिवर्सिटी फरीदाबाद में मेगा जागरुकता सेमिनार आयोजित किया जाएगा जिसमें विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहेंगे और लोगों की समस्याओं का मौके पर ही निदान करवाया जाएगा।
माननीय न्यायाधीश ने बताया कि नेशनल लीगल सर्विस अथॉरिटी नई दिल्ली का मकसद न्याय सबके लिए ,के आधार पर कार्य करता है जिसमें अमीर ,गरीब, बच्चा, बुजुर्ग ,पीड़ित ,शोषित, लिंग, धर्म नहीं देखा जाता है उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए संपूर्ण प्रयास के किया जाता है।