Today Express News / Report / Ajay Verma / फरीदाबाद। सिद्धपीठ महारानी श्री वैष्णोदेवी मंदिर में नवरात्रों के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की भव्य पूजा अर्चना की गई। प्रात: 4:30 बजे मंदिर के पुजारियों द्वारा पूजा अर्चना कर तीसरे नवरात्रे का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मंदिर संस्थान के प्रधान जगदीश भाटिया ने कोरोना पीडि़तों के जल्द स्वस्थ्य होने की कामना की। उन्होंने माता रानी से कोरोना बीमारी का जल्द से जल्द अंत करने की भी मुराद मांगी। इस अवसर पर मां को उनके प्रिय व्यजंन का भोग लगाया गया। बता दें कि कोरोना बीमारी के चलते मंदिर के कपाट पूरी तरह से बंद हैं और जो भक्त मंदिर में आ रहे हैं, वह बाहर से ही माथा टेककर जा रहे हैं। मंदिर संस्थान के प्रधान जगदीश भाटिया ने मंदिर में पूजा अर्चना करते हुए पूरे विश्व के लिए प्रार्थना की।इस अवसर पर प्रधान जगदीश भाटिया ने बताया कि मां चंद्रघंटा की भव्य पूजा अर्चना करते हुए उन्हें प्रसाद का भोग लगाया गया। श्री भाटिया ने बताया कि मां चंद्रघंटा तत्काल फल देने वाली माता है। जो भी भक्त नवरात्रों के अवसर पर मां चंद्रघंटा की पूजा अर्चना करते हुए सच्चे मन से अरदास करते है, उनकी इच्छा अवश्य पूरी होती है। श्री भाटिया के अनुसार मां चंद्रघंटा को दूध व खीर का भोग लगाया गया। दूध व खीर उनके प्रिय व्यजंन हैं। मां को सफेद रंग अति प्रिय है। इस अवसर पर मंदिर संस्थान के प्रधान ने माता रानी से अरदास करते हुए कहा कि तू नाराज तो है अपने इंसान से भगवान..
तृतीय नवरात्रे पर मां चंद्रघंटा से मांगी कोरोना पीडि़तों के स्वस्थ्य होने की कामना
नहीं तो मंदिरों के दरवाजे बंद ना करता..
सज़ा दे रहा है कुदरत से खिलवाड़ की..
नहीं तो गुरुद्वारों से लंगर कभी ना उठता..
आज उन बारिश की बूंदों से संदेश मिला..
रोता तो तू भी है जब इंसान आंसू बहाता..
माफ़ करदे अपने बच्चों के हर गुनाह..
सब कहते हैं, तेरी मर्ज़ी के बिना तो पत्ता भी नहीं हिलता!
उन्होंने जल्द से जल्द इस महामारी से पूरे विश्व की रक्षा करने के लिए पूजा अर्चना की।