टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ / रिपोर्ट अजय वर्मा / 29 सितंबर, 2021: जैसे ही भारत सरकार ने स्कूलों को आंशिक रूप से फिर से खोलने को हरी झंडी दिखाई, दुनिया के सबसे बड़े ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म ब्रेनली ने यह समझने के लिए सर्वेक्षण किया है कि एडटेक छात्रों के जीवन में कैसे फिट होगा क्योंकि सीखने के प्रतिमान फिर से बदलते हैं। कुल 1,731 प्रतिक्रियाओं को एकत्रित करते हुए ब्रेनली का सर्वेक्षण कई दिलचस्प इनसाइट्स को दर्शाता है। सर्वेक्षण से मुख्य हाइलाइट्स में शामिल हैं:
ज्यादातर छात्र स्कूलों के फिर से खुलने को लेकर उत्साहित हैं
वायरल के प्रकोप की वजह से छात्रों ने रातों-रात डिजिटल लर्निंग की ओर रुख किया था, जिससे एडटेक को काफी राहत मिली है। भारत में ब्रेनली छात्रों का बहुमत (82%) अब ऑफलाइन मोड में स्कूलों में लौटने को लेकर उत्साहित है। इस ट्रेंड पर बोलते हुए ब्रेनली के सीपीओ राजेश बिसानी ने कहा, “भारतीय छात्रों ने खुद को घर से पढ़ाई के लिए ढाल लिया था। अब उन्हें फिर से स्कूल लौटने की उम्मीद है। इससे साफ दिखता है कि कोई भी तकनीक साथियों से दोस्ती और बातचीत की जगह नहीं ले सकती है।” 61% छात्रों ने यह भी दावा किया कि उनके माता-पिता उन्हें शारीरिक कक्षाओं में भेजने में सहज महसूस कर रहे हैं, और स्कूलों के खुलने को पॉजिटिव रूप से में देख रहे हैं।
स्कूल उचित सुरक्षा सावधानी बरत रहे हैं
सर्वेक्षण में शामिल 79 प्रतिशत छात्रों को लगता है कि वे स्कूल लौट रहे हैं तो उनके स्कूल इमारतों में आवश्यक एहतियाती कदम उठा रहे हैं। आधे से अधिक छात्रों (55%) ने कहा कि उनके स्कूल के अनुसार ऑफलाइन क्लासेस में भाग लेना अनिवार्य हो गया है। इसका मतलब यह है कि कई स्कूल अभी भी ऑनलाइन सीखने का रास्ता अपना रहे हैं क्योंकि वे सावधानी बरत रहे हैं जबकि देश के कई क्षेत्रों में महामारी प्रतिबंध अभी भी जारी है। वास्तव में 82% छात्रों ने कहा है कि उनके स्कूल अभी भी सीखने के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हैं।
छात्र और स्कूल एडटेक पर निर्भर हैं
अब छात्र न केवल ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के अभ्यस्त हो गए हैं बल्कि इस माध्यम में भी आगे बढ़ रहे हैं। यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि 77% छात्र अपने स्कूल फिर से खुलने के बाद भी ब्रेनली जैसे ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म से सहायता लेना जारी रखने की बात कर रहे हैं। इसके अलावा, अधिकांश छात्र (75%) चाहते हैं कि उनके स्कूल निकट भविष्य मेें सीखने के हाइब्रिड मॉडल को अपनाएं।