Today Express News / Report / Ajay Verma / फरीदाबाद, 02 जुलाई। 1983 पीटीआई अध्यापकों को अदालत के आदेश पर नौकरी से निकाले जाने से नाराज होकर भाजपा सरकार के खिलाफ सेक्टर-12 स्थित लघु सचिवालय के समक्ष धरने पर बैठे पीटीआई अध्यापकों को आज उस समय बड़ा बल मिल गया, जब हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं प्रदेश प्रवक्ता सुमित गौड़ ने पीटीआई अध्यापकों के धरने में पहुंचकर उनकी सभी मांगों को जायज करार दिया और उन्हें कांग्र्रेस पार्टी की ओर से समर्थन भी दिया। सुमित गौड़ ने पीटीआई अध्यापकों को विश्वास दिलाया कि उनकी इस हक-हकूक की लड़ाई में कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से उनके साथ है और हर स्तर पर संघर्ष करेगी। धरने पर बैठे पीटीआई अध्यापकों को संबोधित करते हुए सुमित गौड़ ने कहा कि कोरोना महामारी ने जहां देश व प्रदेश की आर्थिक व्यवस्था को पहले ही ध्वस्त कर रखा है, ऐसे में एक तरफ तो प्रधानमंत्री अपने संबोधन में कंपनी, फैक्टरी व कारखाने मालिकों से मजदूरों को नौकरी से न दिलाने की अपील करते है, जबकि दूसरी तरफ हरियाणा सरकार अदालत द्वारा निकाले गए इन पीटीआई कर्मचारियों को समायोजित करने की बजाए उनकी सुध तक नहीं ले रही। उन्होंने कहा कि वह मानते है कि यह मामला अदालत से जुड़ा है, लेकिन सरकार को कोई ऐसा रास्ता निकाला चाहिए, जिससे कि इन दो हजार परिवारों के समक्ष रोजी रोटी की समस्या पैदा न हो। उन्होंने कहा कि जब सरकार गेस्ट टीचरों को अन्य जगहों पर समायोजित कर सकती है तो पिछले दस से 15 सालों से सेवाएं दे रहे इन पीटीआई अध्यापकों को भी एडजस्ट करना चाहिए। इस दौरान पीटीआई अध्यापकों ने सुमित गौड़ को एक मांगपत्र भी सौंपा, जिस पर श्री गौड़ ने कहा पीटीआई अध्यापकों को आश्वासन दिया कि वह इस मांगपत्र को कांग्रस शीर्ष नेताओं के समक्ष रखकर उनकी हरसंभव मदद करवाने का प्रयास करेंगे। इस अवसर पर श्री गौड़ के साथ मुख्य रूप से सरदार कुलबीर सिंह, युवा समाजसेवी एवं कांग्रेसी नेता अमित कक्कड़, एडवोकेट प्रदीप भट््ट, एडवोकेट अनिल चौधरी, कपिल भड़ाना, ओमपाल शर्मा आदि मौजूद थे।