अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ एमपी सिंह ने याद दिलाया कि 27 फरवरी का महत्व

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All India Human Welfare Trust National President Dr. MP Singh reminded that the importance of 27th February

Today Express News / Ajay verma / 1931- क्रांतिकारी एवं स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आजाद ने इलाहाबाद के अल्फ्रेड पार्क में ब्रिटिश पुलिस के साथ मुठभेड़ में गिरफ्तारी से बचने के लिए 27 फरबरी के दिन खुद को गोली मार ली । वो अपने वचनों पर अटल थे छोटी आयु में अंग्रेजों के शासन को जड़ से उखाड़ फैंकने की प्रतिज्ञा करने वाले अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद का नाम आते ही हर भारतवासी का मस्तक श्रद्धा से झुक जाता है। 23 जुलाई 1906 को पंडित सीताराम तिवारी के घर जन्मे इस बालक ने बनारस में रहते अपने फूफा जी पंडित शिव विनायक जी के सान्निध्य में ‘काशी विद्यापीठ’ में संस्कृत भाषा का अध्ययन शुरू किया। उन दिनों बनारस में असहयोग आंदोलन की लहर चल रही थी। 1919 में जलियांवाला बाग नरसंहार से व्यथित चंद्रशेखर गांधी जी के असहयोग आंदोलन में पहली बार भाग लेकर अपने विद्यालय के छात्रों संग गिरफ्तार हुए। धरने पर बैठे चंद्रशेखर जब पकड़े गए तो उन्हें एक पारसी न्यायाधीश द्वारा पंद्रह बैंतों की सजा सुनाई गई। 14 साल के इस बहादुर बालक के मुंह से हर बैंत की मार पर ‘भारत माता की जय’ ही निकला। 1922 में अचानक से गांधी जी द्वारा असहयोग आंदोलन बंद किए जाने के बाद से इनका मन देश को आजाद कराने के लिए सशस्त्र क्रांति की ओर मुड़ गया।

उस समय बनारस क्रांतिकारियों का गढ़ बन चुका था । वह क्रांतिकारी दल के सदस्य बन गए। दल का नाम था हिन्दुस्तान प्रजातंत्र संघ। आजाद की सबसे पहली सक्रियता काकोरी कांड यानी काकोरी डकैती में रही। इसके कुछ समय बाद इन्होंने नए सिरे से दल का संगठन किया जिसका नाम ‘हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन’ रखा गया। आजाद इस दल के कमांडर थे और भगत सिंह जैसे क्रांतिकारी इनके साथी बन चुके थे। 17 दिसम्बर,1928 को भगत सिंह और राजगुरु के साथ आजाद ने लाहौर में ब्रिटिश आफिसर जॉन सांडर्स को गोलियां मार कर लाला लाजपत राय की मौत का बदला ले लिया ।

इस दिन को यादगार बनाने के लिए

अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट ने के सभी पदाधिकारियों ने आज सेक्टर 2 के पास झुग्गी झोपड़ी वालों के बच्चों को कॉपी , किताबें पेंसिल और समोसे वितरण किए और बच्चों को शिक्षा के बारे में अवगत कराया गया पढ़ेगा इंडिया बढ़ेगा इंडिया इस अभियान के तहत सब बच्चों को शिक्षा के प्रति आकर्षण और शिक्षित होने के फायदे के बारे में विस्तार से समझाया गया इस मौके पर अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के संस्थापक हृदयेश कुमार, राष्टीय महासचिव महेश शर्मा, राष्ट्रीय सचिव नीलम तेवतिया राष्ट्रीय सचिव नीलम शर्मा राष्ट्रीय सचिव लता सिंगला ,एवं हरियाणा प्रदेश प्रदेश अध्यक्ष पं.तरसेम वत्स , महासचिव मुकेश गुर्जर , राजन कुमार शशी चन्द्र व अन्य लोग उपस्थित रहे ।

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