टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ । रिपोर्ट अजय वर्मा। फरीदाबाद, 30 सितम्बर 2023: अमृता विश्व विद्यापीठम की ओर से श्री माता अमृतानंदमयी देवी (अम्मा) के 70वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य में एक अमृता अस्पताल, फरीदाबाद में एक्टिविटी वीक का आयोजन किया गया। जिसमें पांच दिन तक अलग-अलग कई तरह की एक्टिविटीज की गईं।
इस एक्टिविटी वीक में अमृता स्कूल ऑफ मेडिसिन और अमृता स्कूल ऑफ नर्सिंग के छात्रों ने हिस्सा लिया। इस दौरान अमृता अस्पताल, फरीदाबाद के एडमिनिस्ट्रेटिव डायरेक्टर स्वामी निजामृतानंद पूरी जी, मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल कर्नल बी.के मिश्रा, एनाटॉमी की प्रोफेसर डॉ मीतू सिंह, नर्सिंग कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ लेखा विश्वनाथन और श्री उन्नीकृष्णन समेत अन्य लोगों ने छात्रों का मनोबल बढ़ाया और उन्हें प्रोत्साहित किया।
एक्टिविटी वीक के पहले दिन छात्रों ने अमृता अस्पताल, फरीदाबाद के आस-पास के क्षेत्र में अम्मा के 70वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में 70 पौधों का पौधारोपण किया। साथ ही छात्रों को ऑर्गेनिक फार्मिंग और इसके महत्व के बारे में बताया गया। इस वीक के दूसरे दिन रक्त दान कैंप लगाया, जिसमें छात्रों को रक्त दान करने के लिए प्रोत्साहित किया और इसके फायदे और कितनी लोगों को बचाया जा सकता है, इस बारे में विस्तार से बताया गया।
तीसरे दिन अमृता पाठशाला में हेल्थ स्क्रीनिंग का आयोजन किया गया। साथ ही छात्रों ने दांतों की सफाई और सामान्य स्वास्थ प्रबंधन पर एक नाटक प्रस्तुत किया, जिसमें छात्रों द्वारा जीवन में अपने शरीर की उचित स्वच्छता रखने के महत्व के बारे में जागरूक किया। अमृता पाठशाला के बच्चों को छात्रों द्वारा पढ़ाई के महत्व पर भी स्पीच दी गई और अंत में उन्हें डेंटल किट, शैक्षणिक पोस्टर्स और खाने का वितरण किया गया। चौथे दिन छात्रों को अनाथाश्रम ले जाया गया, जहां उन्होंने वहां के बच्चों को नाटकीय प्रस्तुति से पौष्टिक आहार के महत्व के बारे में जागरूक किया। साथ ही सेवा के महत्व और मासिक धर्म स्वच्छता पर भी स्पीच दी गई।
एक्टिविटी वीक के पांचवे और आखिरी दिन छात्रों ने अम्मा के जन्मदिन के मौके पर अपने हाथों से सांत्वना (सोलेस) कार्ड बनाए, जिनमें जीवन जीने के आधार पर अम्मा द्वारा दिए गए उद्धरण लिखे। इन कार्ड्स को छात्रों द्वारा ओपीडी और आईपीडी के मरीजों को दिए और साथ ही उनसे बात-चीत भी की।
इसकी शुरुआत केरला स्थित अम्मा के आश्रम से की गई। इसका उद्देश्य छात्रों को जीवन के विभिन्न आयामों के बारे में बताना तथा उनके अंदर सेवा भावना, प्रकृति के प्रति प्रेम और अन्य चीजों के बारे में जागरुक करना था।