आईएमए फरीदाबाद एवं अपोलो अस्पताल के सौजन्य से एक मेडिकल संगोष्टी का आयोजन

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A medical seminar organized by IMA Faridabad and Apollo Hospitals

टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ / रिपोर्ट अजय वर्मा / फरीदाबाद-इंडियन मेडिकल एसोसिएशन फरीदाबाद एवं अपोलो अस्पताल नई दिल्ली के सौजन्य से एक  मेडिकल संगोष्टी  का आयोजन नीलम बाटा रोड स्थित होटल डिलाइट ग्रेंड  में देर शाम शनिवार को किया गया । इस संगोष्टी में  इंडियन मेडिकल एसोसिएशन हरियाणा के प्रेसिडेंट डॉ अनिल मालिक मुख्यतिथि के रूप में उपस्थित थे ।  इंडियन मेडिकल एसोसिएशन फरीदाबाद के प्रधान डॉ  दिनेश गुप्ता ने कार्यक्रम  की अध्यक्षता की । इस मौक़े पर आइएमए के संरक्षक डॉ नरेश जिंदल एवं डॉ अनिल गोयल वशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

इस अवसर पर आइएमए हरियाणा के अध्यक्ष डॉ अनिल मालिक ने अपने सम्बोधन में कहा की डॉक्टर्स अपने पेशे की गरिमा को बनाते हुए समाजसेवा की और भी ध्यान देकर अंतिम छोर के लोगो की भी मदद करने के लिए हाथ बढ़ाते रहे, जिससे  विश्वास का रिश्ता बना रहने से
स्वस्थ समाज और देश का उत्थान संभव हो सके ।

इस संगोष्टी में  अपोलो अस्पताल नई दिल्ली के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ विनीता अरोड़ा एवं वरिष्ठ गुर्दा रोग विशेषज्ञ डॉ  कैलाश नाथ सिंह अतिथि वक्ता के रूम में उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन  डॉ अनिल डुडेजा ने किया ।

गुर्दा रोग विशेषज्ञ डॉ  कैलाश नाथ सिंह  ने गुर्दा रोग के झेत्र में  नवीनतम प्रगति के बारे में डॉक्टरों को विस्तार से जानकारी देते हुए बताया की क्रोनिक किडनी डिजीज के एडवांस स्टेज में जाने के बाद किडनी को ठीक करना बहुत कठिन हो जाता है इसलिए किडनी डिजीज को शुरू में रोकना मरीज के लिए लाभकारी है। इसके लिए  मरीजों में  ब्लड शुगर और  ब्लड प्रेशर को  कंट्रोल रखना  बहुत ही जरुरी है। इसके साथ ही अधिक मात्रा में दर्द निवारक दवाइयों से बचना चाहियें। इसलिए यदि समय पर हस्तछेप किया जाए तो मरीज के बचने की  सम्भावना अधिक हो जाती है।  यदि एक बार  मरीज  अंतिम चरण की किडनी की बीमारी की ओर बढ़ जाता है, तो उपचार के लिए एकमात्र विकल्प या तो आजीवन डायलिसिस या गुर्दा प्रत्यारोपण होता है।

इस संगोष्टी में अपोलो अस्पताल नई दिल्ली की वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ विनीता अरोड़ा ने बताया की पेसमेकर तकनीक में  पिछले 10 वर्षों में क्रांतिकारी परिवर्तन देखने को मिला है । अब हमारे पास लीडलेस पेसमेकर है । जो सर्जरी और  लीड  को छाती में लगाने की आवश्यकता को समाप्त कर देता  है और रोगियों में जटिलताओं को रोकता है।

कार्यक्रम के अंत में  इंडियन मेडिकल एसोसिएशन फरीदाबाद के प्रेसिडेंट डॉ दिनेश गुप्ता ने अतिथि वक्ताओं को स्मृति चिन्ह भेट किया और  सभी डॉक्टर्स का संगोष्ठी में आने पर धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया ।

इस मौके पर मुख्य रूप से डॉ आर एन रस्तोगी, डॉ  प्रताप कँवर ,डॉ अरविन्द लोहान ,डॉ बी एल भारद्वाज, डॉ  राजेश जेटली ,डॉ दीपा गुप्ता ,डॉ रीटा डुडेजा, डॉ मिनी वोहरा, डॉ नवनि गर्ग ,डॉ  कामना बक्शी ,डॉ अंजू गुप्ता, डॉ अनु गुलियानी, डॉ वंदना गुप्ता , डॉ  योगेश गुप्ता, डॉ  अरुण गुप्ता ,डॉ राजीव गुम्बर ,डॉ  एस सी जैन, डॉ मुकुल गोस्वामी, डॉ  मनोज शर्मा ,डॉ  राजीव सक्सेना, डॉ  सुरजीत मेहरा ,डॉ आभा लोहान, डॉ  मोहित अग्रवाल डॉ जेपी गुप्ता ,डॉ  एस बी सूद आदि उपस्थित रहे।

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