अमीश के बेस्टसेलर ” सुहेलदेव – द किंग हू सेव्ड इंडिया” पर एक बड़ी फिल्म बनेगी

0
1057
A big film will be made on Amish's bestseller Suheldev - The King Who Saved India

आखिरकार यह संभव हो रहा है! प्रसिद्ध लेखक अमीश के नवीनतम बेस्टसेलर, “सुहेलदेव – द किंग हू सेव्ड इंडिया” पर अब एक प्रमुख फीचर फिल्म बनायी जा रही है। फिल्म का निर्माण वकाऊ फिल्म्स, कासा मीडिया और इम्मॉर्टल स्टूडियो द्वारा किया जा रहा है।

फिल्म का निर्देशन भारत के प्रमुख रचनात्मक शख्सीयतों में से एक, और भारतीय विज्ञापन जगत में सबसे अधिक अवार्ड हासिल कर चुके फिल्म निर्माता – सेंथिल कुमार द्वारा करेंगे। सेंथिल, वंडरमैन थॉम्पसन (पूर्ववर्ती जेडब्लूटी), भारत के चीफ क्रिएटिव ऑफिसर हैं और यह उनकी पहली फीचर फिल्म होगी।

बेहद लोकप्रिय और सफल शिवा ट्रियोलॉजी और राम चंद्र सीरीज के बाद, व्यापक रूप से प्रशंसित उपन्यासकार और लेखक, अमीश ने हाल ही में “सुहेलदेव – द किंग हू सेव्ड इंडिया” को बड़ी धूमधाम से जारी किया। लॉकडाउन के बावजूद, पुस्तक (वेस्टलैंड पब्लिकेशंस द्वारा प्रकाशित) काफी सफल रही है और आज की तारीख तक वर्ष की सबसे बड़ी बेस्टसेलर फिक्शन बुक बनी हुई है। अब तक अमीश की 8 पुस्तकों की 5.5 मिलियन प्रतियां बिक चुकी हैं, जिसकी वजह से वे भारतीय प्रकाशन इतिहास के सबसे सफल लेखकों में से एक हैं।

उपन्यास राजा सुहेलदेव की असाधारण कहानी का वर्णन करता है, जिन्होंने भारत से सर्व-विजयी तुर्क शासकों को भारत से बाहर खदेड़ने के लिए साहसिक लड़ाई लड़ी। कहानी 11वीं शताब्दी की है जब गज़नी के महमूद के नेतृत्व में तुर्कों ने भारत पर कई हमले किये और सबसे पवित्र सोमनाथ मंदिर को भी नष्ट कर दिया। यह सब देखकर युवा योद्धा सुहेलदेव एक साहसिक यात्रा पर निकल पड़े और तुर्की लुटेरों से लड़ने के लिए सभी धर्मों, जातियों और क्षेत्रों के सैनिकों को लेकर अपनी खुद की एक सेना बनायी। यह पुस्तक बहराइच (वर्तमान उत्तर प्रदेश में) के महाकाव्यात्मक युद्ध का खूबसूरती से वर्णन करती है, जिसमें राजा सुहेलदेव के नेतृत्व में भारतीय सेना ने तुर्क सेना को कुचल दिया, और उनके आखिरी सैनिक तक को खत्म कर दिया। यह विजय ऐसी रही कि अगले 160 वर्षों तक किसी भी तुर्क सेना ने भारत पर आक्रमण करने की हिम्मत नहीं की!

हाल ही में एक लेखक के रूप में 10 साल पूरे कर चुके अमीश की यह पहली पुस्तक होगी, जो ‘सुहेलदेव’ के रूप में फिल्मी पर्दे पर आ रही है। वह प्रोजेक्ट के क्रिएटिव प्रोड्यूसर भी हैं।

शानदार युद्ध-दृश्यों पर विशेष जोर देने के साथ ही, भव्य पैमाने पर प्रस्तुत की जा रही यह फिल्म एक महान कलाकृति साबित होगी। यह फिल्म एक्शन ड्रामा होगी, जो वर्चुअल प्रोडक्शन तकनीक का इस्तेमाल करके बनाई जाने वाली पहली भारतीय फिल्मों में से एक होगी।

स्क्रिप्ट पर पहले से काम चल रहा है, और निर्माता जल्द ही राजा सुहेलदेव की भूमिका निभाने वाले मुख्य अभिनेता के नाम की घोषणा करेंगे। फिल्म अडाप्टेशन के बारे में बात करते हुए, अमीश ने कहा कि “महाराजा सुहेलदेव 11वीं शताब्दी के भारत के सबसे अधिक महत्वपूर्ण नायकों में से एक हैं, जो आधुनिक भारतीयों के लिए अपेक्षाकृत अज्ञात हैं, जो कि दुखद है। यह कहानी पूरे वर्ग, जाति और धार्मिक सीमाओं को दूर करने वाली एकता का एक सार्वभौमिक संदेश देती है, जो आज के भारत के लिए विशेष रूप से प्रासंगिक है। महाराजा सुहेलदेव की कहानी हमें बताती है कि जब हम भारतीय एकजुट रहते हैं, तब हम अपराजेय होते हैं। मुझे खुशी है कि मेरी किताब ‘लीजेंड ऑफ सुहेलदेव’ को व्यापक दर्शकों तक पहुंचाने के लिए फिल्म में परिवर्तित किया जा रहा है।”

प्रोड्यूसर्स के बारे में:
वकाऊ फिल्म्स विपुल डी शाह (ऑप्टिमिस्टिक्स), अश्विन वर्दे (कबीर सिंह, मुबारकां, बॉस और अन्य फिल्मों के निर्माता) और राजेश बहल (ऑप्टिमिस्टिक्स) की कंपनी है।कासा मीडिया का नेतृत्व मीडिया-एंटरप्रेन्योर प्रणव चतुर्वेदी और सुजय शंकरवार करते हैं।इम्मॉर्टल स्टूडियो, अमीश का अपना प्रोडक्शन हाउस है, और इसे पेशेवर जोड़ी – अनीश त्रिपाठी और अमन गुरुवाड़ा द्वारा संचालित किया जाता है। इन सभी निर्माताओं में मल्टी-डिसिप्लनरी कौशल और विशेषज्ञता है, और ये निर्माता उच्चतम अंतरराष्ट्रीय मानकों वाला अनुभव देने का वादा करते हैं। यह प्रोजेक्ट कई महाकाव्यों पर फिल्मों के बनने की शुरुआती संभावना को भी दर्शाता है, जिन्हें ये निर्माता भविष्य में मिलकर बनाने का इरादा रखते हैं।

LEAVE A REPLY