TODAY EXPRESS NEWS FARIDABAD : 2014 में फाइनेंसर राणा आहूजा हत्याकांड सुलझा दोस्त अजीत ही निकल अपने दोस्त का कातिल। पुलिस ने किया उसके दो साथियो सहित उसे गिरफ्तार। जी हाँ शहर के मशहूर फाइनेंसर राणा प्रताप आहूजा हत्याकांड की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस इस मामले में राणा के एक पुराने मित्र अजीत सिंह और उसके दो साथियों वीरेंद्र और सुरेंद्र को गिरफ्तार कर लिया है । पुलिस कमिश्नर ने आज इस अनसुलझे तीन साल पुराने हत्याकांड का खुलासा किया। उन्होंने बताया की 20 मार्च को प्रोपर्टी डीलर जगदीश की ह्त्या उसकी कार में गोलीमारकर की गयी थी जिसके मामले में अजीत से पुलिस पूछताछ कर रही थी की बंद पड़े तीन साल पुराने फाइनेंसर राणा आहूजा हत्याकांड केस में अजीत ने मान लिया की यह क़त्ल भी उसने ही किया था. अब आरोपी अजीत और उसके दो – दोस्तों पर दोहरे हत्याकांड का मामला कोर्ट में चलेगा।
पुलिस कमिश्नर ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया की फाइनेंसर राणा प्रताप आहूजा का अपहरण 18 अगस्त, 2014 को हुआ था ,एक पखवाड़े बाद 4 सितंबर 2014 को राणा का शव यमुना नदी से बरामद किया गया था उसकी बॉडी के साथ 20 – 20 किलो के बांट बंधे हुए थे ताकि बॉडी पानी के ऊपर न आ सके. उन्होंने बताया की यह कत्ल अजीत ने इसलिए किया था क्योंकि उसने राणा प्रताप को दो करोड़ तैंतीस लाख रूपये देने थे जिसके लिए उसने साजिश रची और अपने दो अन्य साथियो के साथ उसे ज़मीन दिखाने के बहाने यमुना पर ले गए और रस्सी से गला दबाकर उसकी ह्त्या कर दी और उसकी बॉडी पर 20 – 20 किलो के बांट बांधकर उसे पानी में डाल दिया। यह बांट उन्होंने बल्लभगढ़ की मार्कीट से खरीदे थे. गौरतलब है की 20 मार्च 2017 को सेक्टर 17 निवासी प्रॉपर्टी डीलर जगदीश की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने इस मसले में अजीत को 26 मार्च को गिरफ्तार किया था. पुलिस के मुताबिक जगदीश ने अजीत को 25 लाख रुपए देने थे यह रकम लौटाना न पड़े इसलिए उसने जगदीश की हत्या कर दी। इस हत्याकांड में अजीत के जगदीश के कत्ल में आरोपी बनने के बाद पुलिस के शक की पुराने दबे हुए केस राणा आहूजा हत्याकांड की तरफ घूम गई और जब गहनता से जांच की गयी तो अजीत ने तीन साल पुराने हत्याकांड को स्वीकार कर लिया।
वहीँ दोहरे हत्याकांड में पकडे हुए आरोपी अजीत ने बताया की 18 अगस्त 2014 को उसने अपने साथियो के साथ मिलकर फाइनेंसर राणा प्रताप आहूजा को इसलिए मारा था की उसने उसके पैसे देने थे जिसे वह नहीं दे पा रहा था लेकिन उस कत्ल के बाद वह कभी चैन से नहीं बैठ पाया। वहीँ उसने माना की हाल ही में बीती 20 मार्च को प्रोपर्टी डीलर जगदीश की उसकी कार में गोलीमारकर ह्त्या भी उसने इसलिए की थी की उसने जगदीश के माध्यम से 25 लाख रूपये उधार लिए थे इसीलिए यह पैसे न देने पड़े उसने जगदीश की ह्त्या कर दी थी.
( REPORT BY AJAY VERMA & RAJA PATEL 971 631 6892 )