TODAY EXPRESS NEWS ( REPORT BY AJAY VERMA ) फरीदाबाद के एक गाँव में हुई कैंसर से 20 से ज्यादा लोगो की मौत. गाँव के लोगों का आरोप है कि गाँव की जमीन में लगे इलेक्ट्रोप्लेटिंग जोन के चलते यहाँ की फैक्ट्रियां बिना ट्रीट किया हुआ पानी जमीन में डाल रही हैं, जिससे गाँव के लोगों में तेज़ी से कैंसर फ़ैल रहा है. अब लोगों की मांग है कि यहाँ से इलेक्ट्रोप्लेटिंग ज़ोन शिफ्ट किया जाये, जिससे उनकी जान बच सके.
यह घर फरीदाबाद के झाड़सेंतली गाँव के सतपाल का है, जिनके भाई सतबीर डागर की महज़ आठ दिन पहले 23 अक्टूबर को कैंसर के चलते मौत हुई है. सतपाल के मुताबिक सिर्फ 6 महीने पहले उनके बड़े भाई को कैंसर डिटेक्ट हुआ था, इलाज भी कराया, लेकिन उनकी मौत हो गई. दूसरा मामला रविंदर डागर का है, जिसके पिता और ताऊ की कैंसर से मौत हो चुकी है। रविंदर के मुताबिक उनके पिता को सर में और ताऊ को गले में कैंसर था. इन लोगों को भी मरने से 6 महीने पहले कैंसर का पता चला. फरीदाबाद के प्रोग्रेसिव किसान मंच के अध्यक्ष सतवीर डागर के परिवार में भी दो मौतें कैंसर से हो चुकी हैं. वह भी इलेक्ट्रोप्लेटिंग ज़ोन से निकले पानी को ही गाँव में बढ़ते कैंसर के लिए ज़िम्मेदार ठहराते हैं. इलेक्ट्रोप्लेटिंग ज़ोन में भी काफी मात्रा में पानी जमा पाया गया.
इस बारे में जब हमने इलेक्ट्रोप्लेटिंग ज़ोन में फक्ट्री चलाने वाले लोगो से बात की तो उनका कहना है कि ज़ोन की सभी एलेट्रोप्लेटिंग यूनिट्स अपना वेस्ट पानी ट्रीटमेंट के लिए कॉमन एफ्युलेंट ट्रीटमेंट प्लांट में भेजते हैं, जिसके बाद की भी अनट्रीटेड पानी नहीं बचता है. यह जो पानी फैला हुआ है यह डाइंग यूनिट्स का है.
इस बारे में जब फरीदाबाद में पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अधिकारियो से बात की गई तो उन्होंने बताया कि एनजीटी ने 6 यूनिट्स को बंद करने के आदेश दिए हैं, लेकिन फिलहाल उन्हें आदेशों की कॉपी मिली नहीं है. जब आदेश मिलेंगे तो उनके मुताबिक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि समय-समय पर विभाग इस सम्बन्ध में कार्रवाई करता भी है.