टुडे एक्सप्रेस न्यूज़। रिपोर्ट मोक्ष वर्मा। जब आप रक्षाबंधन के बारे में सोचते हैं तो शायद एक बहन की अपने भाई की कलाई पर राखी बांधने की तस्वीर दिमाग में आती है। लेकिन बॉलीवुड की गतिशील दुनिया में अभिनेत्री ज़रीन खान अपनी अनूठी भावना और अंदाज़ से इस प्रक्रिया में रूढ़ियों को तोड़ देती हैं।
सामान्य परंपरा के बजाय ज़रीन की बहन सना खान उनकी कलाई पर राखी बांधती हैं। बदले में जरीन उन्हें चॉकलेट या कोई छोटा सा गिफ्ट देकर सरप्राइज देती हैं। जैसे-जैसे जरीन की सफलता बढ़ती गई, वैसे-वैसे उनका जश्न भी बढ़ता गया। उन्होंने सना को रक्षाबंधन पर एक खास डिनर के लिए बाहर ले जाना शुरू कर दिया, जिससे यह दिन और भी यादगार हो गया।
ऐसी दुनिया में जहां सुरक्षा का दायित्व आमतौर पर भाइयों को दिया जाता है, ज़रीन उस जिम्मेदारी को बहादुरी से निभाती है। बिना किसी भाई के, वह पूरे दिल से एक संरक्षक की भूमिका में कदम रखती है, त्योहार के सार को फिर से परिभाषित करती है और भाई-बहन के रिश्तों की पटकथा को फिर से लिखती है।
इस रक्षाबंधन पर ज़रीन खान हमें अपनी भूमिकाओं पर गहन विचार करने के लिए आमंत्रित करती हैं। उनका उत्सव एक अनुस्मारक है कि प्यार सीमाओं और लिंग-परिभाषित भूमिकाओं से परे है। इस त्योहार को एक अलग तरीके से मनाने के साथ भाई-बहन के रिश्ते को उजागर करने के लिए ज़रीन खान को बधाई।