टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ । रिपोर्ट मोक्ष वर्मा । ऐसे समय में जहां एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री अपनी कथा को फिर से परिभाषित कर रही है रिताभरी चक्रवर्ती बदलाव की एक किरण के रूप में सामने आई हैं, जो फिल्मों में मजबूत स्वतंत्र महिलाओं को अपने शक्तिशाली चित्रण के माध्यम से निडर होकर रूढ़िवादिता को तोड़ रही हैं। अपने शानदार प्रदर्शन से उन्होंने न केवल दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया है बल्कि सामाजिक मानदंडों को चुनौती देने और परिदृश्य को आकार देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
रिताभरी चक्रवर्ती का फुलोरा भादुड़ी का किरदार लचीलेपन की कहानी है। अपने वजन के लिए उपहास के बावजूद फुलोरा का फैशन के प्रति जुनून और असाधारण डिजाइनिंग कौशल ने उनके सपनों को उड़ान दी। वह अपने मजबूत चरित्र का प्रदर्शन करते हुए सामाजिक और सौंदर्य मानदंडों को चुनौती देती है।
चक्रवर्ती ने हाल ही में नंदिनी नामक अपना एक और प्रोजेक्ट पूरा किया है। सयंतनी पुताटुंडा की किताब पर आधारित सीरीज़ “नंदिनी” में उनका किरदार अपनी बच्ची को बचाने के लिए एक मां के अटूट दृढ़ संकल्प को दर्शाता है, जो जन्म से पहले ही रहस्यमय तरीके से अपनी मां को बुलाती है। यह सीरीज़ कन्या भ्रूण हत्या जैसे पितृसत्तात्मक मानदंडों को चुनौती देती है, जो चक्रवर्ती के मजबूत महिला किरदारों के प्रभावशाली चित्रण को जोड़ती है और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में रूढ़िवादिता को तोड़ती है।
रिताभरी का सशक्त महिला किरदारों का प्रभावशाली चित्रण मनोरंजन इंडस्ट्री और उससे परे बदलाव के लिए उत्प्रेरक साबित हुआ है। रूढ़ियों को तोड़कर और महिलाओं का प्रामाणिक प्रतिनिधित्व प्रस्तुत करके वह सामाजिक दृष्टिकोण को नया आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।