एमजी मोटर इंडिया एमजी नर्चर के तहत 4 साल में 25 हजार से ज्यादा स्‍टूडेंट्स का कौशल निखारेगा

0
866

• विद्यार्थी सशक्तिकरण प्रोग्राम इंडस्ट्री की जरूरतों और शिक्षण संस्थाओं के सिलेबस के बीच के अंतर को कम करने पर केंद्रित है
• इंजीनियरिंग, डिप्लोमा और आईटीआई स्टूडेंट्स के लिए यह वैकल्पिक/इलेक्टिव कनेक्टेड, ऑटोनॉमस, इलेक्ट्रिक व्‍हीकल (सीए/इवी) प्रोग्राम है
• कैंपस टु कॉरपोरेट प्रोग्राम कॉरपोरेट जगत में स्टूडेंट्स का सफर आसान बनाएगा

टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ । रिपोर्ट अजय वर्मा । वडोदरा, 23 जनवरी, 2023 : एमजी मोटर इंडिया ने अपने एमजी नर्चर प्रोग्राम के तहत 4 साल में 25 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स का कौशल निखारने के लिए आज 22 कॉलेजों के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। एमजी नर्चर एक ऐसी पहल है जिसका मकसद स्टूडेंट्स को भविष्‍य के लिए तैयार कौशल सिखाना है और इसके लिए उन्‍हें भारत के विभिन्न इंजीनियरिंग कॉलेजों और आईटीआई में स्टूडेंट्स को ईवी, ऑटोनॉमस और कनेक्टेड वाहनों पर काम करने के लिए व्यावहारिक ट्रेनिंग दी जाती है। यह संपूर्ण कौशल विकास कार्यक्रम तकनीकी संस्थाओं के करीबी सहयोग से चलाया जाएगा। इसमें कैंपस टु कॉरपोरेट प्रोग्राम भी शामिल होगा, जिससे स्टूडेंट्स को अपनी सॉफ्ट स्किल्स को और बेहतर बनाने में मदद मिलेगी और कॉरपोरेट जगत में आसानी से कदम रख सकेंगे।

एजुकेशन पार्टनर स्किल लिंक स्टूडेंट्स को इंटर्नशिप और मेंटरशिप के अवसर प्रदान करेगी, जिससे उन्हें एक प्रोफेशनल माहौल में सीखने और अपने कौशल को निखारने का बेशकीमती अनुभव मिलेगा। इसके अलावा कंपनी इंडस्ट्री के नए-नए रुझानों और मानकों के अनुरूप सिलेबस बनाने और उसे लागू करने के लिए कॉलेजों से भी साझेदारी करेगी।

2023 में, एमजी नर्चर प्रोग्राम के तहत किसी भी ब्रांच के इंजीनियरिंग, डिप्लोमा और आईटीआई स्टूडेंट्स कनेक्टेड, ऑटोनॉंमस और इलेक्ट्रिक व्‍हीकल्स (ईवी) में एड ऑन या इलेक्टिव कोर्स का विकल्प चुन सकेंगे। इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स के लिए यह कोर्स छठे या सातवें सेमेस्टर में ऑफर किया जाता है। आईटीआई और डिप्लोमा कोर्स के स्टूडेंट्स को यह कोर्स चौथे और पांचवें सेमेस्टर में पेश किया जाता है। कंपनी जरूरत के अनुसार स्टूडेंट्स को इंटर्नशिप के मौके प्रदान करेगी और एमजी नर्चर पहल के तहत प्रतिभाशाली ग्रेजुएट स्टूडेंट्स को प्लेसमेंट में प्राथमिकता देगी।

एमजी मोटर इंडिया के प्रेसिडेंट और प्रबंध निदेशक श्री राजीव छाबा ने कहा, “एमजी नर्चर के तहत हमारा उद्देश्य कौशल में दक्ष कर्मचारियों के साथ भविष्य में काम करने लायक इकोसिस्टम विकसित करने पर जोर देना है। युवाओं में लगातार नई-नई स्किल्स विकसित कर और उनके कौशल को निखारकर उन्हें सशक्त बनाना हमारा मकसद है, ताकि वह समाज में अपना योगदान दे सकें। जो छात्र इस पहल में हिस्सा लेगें, उनमें काफी क्षमता विकसित होगी और वे भारत की ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाले व्यक्तियों के रूप में उभरेंगे।”
एमजी स्टूडेंट्स में नौकरी के लिए जरूरी कौशल विकसित करने के क्षेत्र में शिक्षण संस्थाओं के साथ साझेदारी में 2020 से काम कर रही है। कंपनी ने 79 शहरों में 200 स्टूडेंट्स के लिए पेड इंटर्नशिप प्रोग्राम शुरू किया है। इस प्रोग्राम के बाद 200 इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स को भारत में एमजी की डीलरशिप में एक साल की ट्रेनिंग दी जाती है। कार निर्माता कंपनी ने भारत में स्टूडेंट्स को ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में व्यावाहरिक प्रशिक्षण का अनुभव देने के लिए कॉलेजों को 13 कनेक्टेड कार या इलेक्ट्रिक व्‍हीकल्स (ईवी) प्रदान किए हैं। कंपनी ने इलेक्ट्रिक और ऑटोनॉमस व्हीकल्स के क्षेत्र में रिसर्च प्रोग्राम के लिए आईआईटी दिल्ली और आईआईटी सोनीपत के साथ करार किया है।

एमजी मोटर इंडिया के विषय में
साल 1924 में यूके में संस्‍थापित, मोरिस गैराजेस के वाहन स्‍पोर्ट्स कार्स, रोडस्‍टर्स और कैब्रियोलेट सीरीज के लिये विश्‍व-प्रसिद्ध थे। अपनी स्‍टाइलिंग, सुंदरता और उत्‍साही प्रदर्शन के कारण एमजी के वाहन कई सेलीब्रिटीज की पसंद थे, जैसे ब्रिटिश प्रधानमंत्री और ब्रिटिश राज परिवार भी शामिल हैं। यूके के एबिंगडन में साल 1930 में स्‍थापित एमजी कार क्‍लब के हजारों वफादार प्रशंसक हैं, जो इसे कार के एक ब्रांड के लिये विश्‍व के सबसे बड़े क्‍लबों में से एक बनाते हैं। विगत 99 वर्षों में एमजी एक आधुनिक, भविष्‍यगामी और अभिनव ब्राण्‍ड के तौर पर विकसित हुआ है।

हलोल, गुजरात में स्थित इसकी अत्‍याधुनिक विनिर्माण सुविधा 1,25,000 वाहनों के वार्षिक उत्‍पादन की क्षमता रखती है और वहाँ लगभग 2,500 लोग काम करते हैं। सीएएसई (कनेक्‍टेड, ऑटोनॉमस, शेयर्ड और इलेक्ट्रिक) परिवहन के अपने सपने के आधार पर यह तेजतर्रार कारमेकर आज ऑटोमोबाइल सेगमेंट में विभिन्‍न ‘अनुभवों’ को शामिल कर चुका है। इसने भारत में कई ‘पहलों’ की पेशकश की है, जैसे भारत की पहली इंटरनेट एसयूवी- एमजी हेक्‍टर, भारत की पहली प्‍योर इलेक्ट्रिक इंटरनेट एसयूवी- एमजी जेडएस ईवी, भारत की पहली ऑटोनॉमस (लेवल 1) प्रीमियम एसयूवी- एमजी ग्‍लॉस्‍टर और पर्सनल असिस्‍टेंट एवं ऑटोनॉमस (लेवल 2) टेक्‍नोलॉजी के साथ भारत की पहली एसयूपी- एमजी एस्‍टर।

LEAVE A REPLY