• सेब और संतरे की सोर्स करने की क्षमताएं बढ़ाईं
• हिमाचल प्रदेश और कश्मीर में किसानों से सेब और महाराष्ट्र में किसानों से संतरे को सीधे मंगा रहे हैं
• कटाई के बाद की (पोस्ट-हार्वेस्ट) टेक्नोलॉजी का उठा रहे हैं लाभ
टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ । रिपोर्ट अजय वर्मा । 16 नवंबर, 2022: भारत की प्रमुख खाद्य एवं कृषि-प्रौद्योगिकी(एग्री-टेक) कंपनी वेकूल फूड्स ने ऑलफ्रेश सप्लाई मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड (ऑलफ्रेश) में निवेश की घोषणा की है। वेकूल ने यह निवेश वैश्विक खाद्य आपूर्ति श्रृंखला को बेहतर बनाने के लिये अपनी रणनीति के तहत किया है।
ऑलफ्रेश सेब और सिट्रस फलों के क्षेत्र में आधुनिक आपूर्ति श्रृंखलाओं के विकास की पहल कर रही है और इसने इन उत्पादों में नुकसान को कम करने और शेल्फ लाइफ बढ़ाने के लिये अत्याधुनिक पद्धतियों तथा टेक्नोलॉजी की पेशकश की है। भारत में समृद्धि बढ़ने के साथ, प्रीमियम फलों की खपत में तेजी से उछाल आने की उम्मीद है। चूंकि देश में बढ़ती मांग को पूरा करने के लिये कृषिभूमि में बढ़ोतरी की जा रही है, इसलिये वेकूल ऑफफ्रेश की क्षमताओं और हिमाचल प्रदेश, पंजाब, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, आदि जगहों पर सेब तथा सिट्रस फलों के किसानों के नेटवर्क का फायदा उठाएगी और उनकी उपज को 1,25,000 से ज्यादा रिटेल ग्राहकों के वेकूल के व्यापक नेटवर्क से जोड़ेगी। यह निवेश कटाई के बाद की टेक्नोलॉजी में अपनी क्षमताओं में निवेश करने में भी ऑलफ्रेश की मदद करेगा, ताकि गुणवत्ता और शेल्फ लाइफ बढ़ सके। ऑलफ्रेश को भारत और यूएई में वेकूल के गहन और सघन वितरण तंत्र तक ज्यादा पहुँच का फायदा भी मिलेगा।
वेकूल फूड्स के ग्रुप सीएफओ श्री चिन्ना पार्धसारधी ने कहा, “हम ऑलफ्रेश का वेकूल परिवार में स्वागत करते हैं। ऑलफ्रेश में निवेश से भारत में प्रीमियम सेबों और सिट्रस फलों की हमारी सोर्सिंग को और भी मजबूती मिलेगी। वेकूल इन उत्पादों को पहले से वैश्विक स्रोतों से लेकर आ रही है। इसलिये ऑलफ्रेश में हमारा निवेश हमारी आपूर्ति श्रृंखला की क्षमता को पूरा करता है और हमें पूरे साल ताजे फल देने में समर्थ बनाता है।”
ऑलफ्रेश के फाउंडर और प्रमोटर श्री नरेश जावा ने कहा, “मैं वेकूल के साथ जुड़कर खुश हूँ। ऑलफ्रेश और वेकूल का एक ही उद्देश्य है, भारत में फल और सब्जी के बिखरे हुए उद्योग को एक आकार देना। हम अत्याधुनिक ज्ञान और टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर कटाई से पहले और बाद के नुकसान को कम करना चाहते हैं और चाहते हैं कि किसानों उनकी उपज का बेहतर मूल्य मिले। हम वेकूल के साथ मिलकर प्रीमियम फलों की एक बड़ी टोकरी बनाने के लिये भारतीय सेब और संतरे की कुशलता से की जाने वाली खरीदारी और मार्केटिंग में हमारी विशेषज्ञता का विस्तार करने के लिए तत्पर हैं।”
वेकूल ऐसी कंपनियों में कई प्रभावशाली निवेश कर रही है, जोकि उसके प्लेटफॉर्म को पूरक क्षमताएं देती हैं, खासकर वे, जिनकी गहन क्षमताएं तीव्र वृद्धि को संभव बना सकती हैं। सबसे हाल ही में इसने भारत में आलू की सबसे बड़ी स्वतंत्र आपूर्ति श्रृंखला एवं समाधान कंपनियों में से एक एसवी एग्री में निवेश किया था, जिसने वेकूल से सबसे हाल में पूंजी जुटाने के बाद से 2.5 गुना से ज्यादा वृद्धि की है।
वेकूल के विषय में: वेकूल फूड्स भारत का प्रमुख खाद्य एवं कृषि-टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म है। खाद्य विकास एवं वितरण पर केन्द्रित होकर यह कंपनी खेत से लेकर बिक्री तक एक पेचीदा आपूर्ति श्रृंखला को बढ़ाने और चलाने के लिये अभिनव टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करती है। अपने किसान भागीदारी कार्यक्रम ‘आउटग्रो’ के माध्यम से कंपनी 2,00,000 किसानों के साथ मिलकर काम करती है। वेकूल कई चैनल्स और कैटेगरीज में एक फुल स्टैक, ब्रॉडलाइन प्रोडक्ट रेंज चलाती है, जैसे कि ताजा उपज, सब्जियाँ, और डेयरी। कंपनी जनरल ट्रेड, मॉडर्न ट्रेड और फूड सर्विसेस के क्षेत्र में 1,25,000 से ज्यादा ग्राहकों को सेवा देती है। वेकूल के कंज्यूमर ब्राण्ड्स में मधुरम, किचनजी, लेक्जोटिक, डेज़ी फ्रेश और फ्रेशीज शामिल हैं।
ऑलफ्रेश के विषय में: ऑलफ्रेश ग्राहक की आवश्यकताओं के अनुसार फलों की आपूर्ति के लिये तैयार की गईं कटाई के बाद की सटीक प्रबंधन प्रक्रियाओं के बाद फलों की खरीदारी कर उन्हें अपने ग्राहकों तक पहुंचाने के बिजनेस में संलग्न है। ऑलफ्रेश मुख्य रूप से सेब, सिट्रस फलों (खासकर नागपुरी संतरे, किन्नू और मीठे नींबू) और स्टोन फ्रूट्स (आलूबुखारा, नाशपाती) में व्यवसाय करती है। यह फल हिमाचल प्रदेश और महाराष्ट्र के 1000 से ज्यादा किसानों से प्राप्त किये जाते हैं। ऑलफ्रेश भारत में जनरल ट्रेड और मॉडर्न ट्रेड के द्वारा 150 से ज्यादा ग्राहकों को सेवा देती है।