किसानों को किया गांव जवाँ में जलशक्ति अभियान के तहत जागरूक – बताए बागवानी करने के फायदे

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Farmers made aware under Jalshakti Abhiyan in village Jawan - tell the benefits of doing gardening

टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ । रिपोर्ट अजय वर्मा । फरीदाबाद,16 जुलाई। डीसी जितेन्द्र यादव के दिशा-निर्देश पर सीईओ जिला परिषद सतेन्द्र दुहन के कुशल मार्गदर्शन में आजादी के अमृत महोत्सव के तत्वावधान में गाँव जवां में मेरी फसल मेरा ब्यौरा, मेरा पानी मेरी विरासत, मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना, भावांतर भरपाई योजना व विभागीय योजनाओं के बारे में किसानों को अवगत करवाने व जागरूक करने के लिए एक बागवानी जागरूकता कैंप का आयोजन किया गया। इस कैंप की अध्यक्षता जिला बागवानी अधिकारी डॉक्टर रमेश कुमार ने की। जागरूकता कैम्प में किसानों को बागवानी अधिकारियों द्वारा विभागीय योजनाओं से रूबरू करवाया गया। इसके अतिरिक्त बागवानी विभाग द्वारा किसानों को योजनाओं के पम्पलेट्स भी वितरित किए गए ताकि किसान ज्यादा से ज्यादा योजनाओं का लाभ ले सके। डा. रमेश कुमार ने किसानो से आह्वान किया कि वे उद्यान विभाग की योजनाओं को ज्यादा से ज्यादा अपनाएं जिससे किसान बागवानी फसले लेकर अपनी आय बढ़ा सकते हैं। जल शक्ति अभियान के तहत जल संरक्षण के भागीदार बन सकते हैं। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वे विभागीय योजनाओं मेरा पानी मेरी विरासत को अपनाकर धान की फसल को छोड़ कर बागवानी की फसलें अपनाएं जिससे पानी की बचत हो सके तथा अधिक आय प्राप्त कर सकें। खेतों में फलदार पौधों के बाग़ लगाने वाले किसानों को बागवानी विभाग अब ज्यादा सब्सिडी देगा। बागवानी विभाग ने किसानों को मिलने वाली सब्सिडी को बढ़ाकर 50 प्रतिशत तक कर दिया है। सब्सिडी की धनराशि बाग़ लगाने वाले किसानों को तीन किस्तों में दिया जाएगा।

अधिक सब्सिडी देकर सरकार का मकसद किसानों की आय व फलों के उत्पादन को बढ़ाना है। एक किसान को अधिकतम 10 एकड़ तक सब्सिडी दी जाएगी।

चार केटेगरी में अलग- अलग मिलेगी सब्सिडी : जिला बागवानी अधिकारी डॉक्टर रमेश कुमार ने बताया कि बाग़ लगाने के लिए बागवानी विभाग ने चार कैटेगरी बनाई हैं। चारों कटेगरी में किसानों को सब्सिडी उसी आधार पर अलग-अलग मिलेगी। पहली केटेगरी में एक एकड़ में छह गुना सात मीटर की दूरी पर 95 पौधे लगाए जाएँगे। इसमें बेर के फलदार पौधे लगा सकते हैं। इसमें जो किसान धान की फसल की जगह बाग लगाएँगे उन्हें 32500 रुपए प्रति एकड़ व जो किसान सामान्य जगह पर बाग़ लगायेंगे उन्हें 25500 रुपए प्रति एकड़ सब्सिडी मिलेगी। पहले साल जो किसान धान की फसल की जगह बाग लगायेंगे उन्हें 19500 रूपए व सामान्य जगह पर बाग लगाने वाले किसानों को 12500 रुपए दिए जाएंगे। इसी प्रकार दूसरे व तीसरे साल 6500- 6500 रुपए दिए जाएंगे। दूसरी कैटेगरी में छह गुना छह मीटर पर एक एकड़ में 110 या इससे ज्यादा पौधे अमरूद, नींबू, अनार के फलदार पौधे लगेंगे। इसमें जो किसान धान की फसल की जगह बाग लगाएँगे उन्हें 50 हजार रुपए की धनराशि प्रति एकड़ व जो किसान सामान्य जगह पर बाग़ लगाएँगे उन्हें 43000 रूपए की धनराशि प्रति एकड़ सब्सिडी मिलेगी। पहले वर्ष किसान को धान की फसल की जगह बाग़ लगाने पर 30 हजार रुपए की धनराशि व सामान्य जगह पर बाग लगाने पर 23000 रुपए की धनराशि दी जाएगी। दूसरे व तीसरे साल 10-10 हजार रुपए मिलेंगे। इसी तरह तीसरी कैटेगरी में ड्रैगन फ्रूट, अनार बागों पर ट्रेललिसिंग सिस्टम लगाने पर 70 हजार रूपए सब्सिडी मिलेगी और चौथी कैटेगरी में आठ गुना आठ मीटर दूरी पर टिश्यू कल्चर खजूर के बाग लगाने पर 1 लाख 40 हजार रुपए की धनराशि की सब्सिडी मिलेगी। इसमें ज्यादातर खजूर के पौधे लगते हैं। पहले साल किसान को 84 हजार, दूसरे व तीसरे साल 28-28 हजार रुपए सब्सिडी मिलेगी।

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