‘बैक टू लर्न’ पहल के तहत एमजी ने सेव द चिल्ड्रन के साथ अपनी भागीदारी को और मजबूत किया

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MG further strengthened its partnership with Save the Children as part of the 'Back to Learn' initia

Today Express News | Ajay verma | नई दिल्ली, 31 मार्च, 2021: एमजी मोटर इंडिया ने “बैक टू लर्न” पहल के तहत सेव द चिल्ड्रन के साथ अपने सहयोग को आगे बढ़ाने का फैसला किया है। यह पहल मुख्य रूप से ऑनलाइन टीचिंग क्लासेस और लड़कियों के लिए सुरक्षित तौर पर स्कूलों में लौटने पर केंद्रित है। इसमें स्कूल के बाहर हो चुकी लड़कियों के माता-पिता तक पहुंचना और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ कम्युनिटी पाठशालाओं को शुरू करना शामिल है ताकि लड़कियां फिर से पढ़ाई शुरू कर सकें। इसके अलावा एसडीएमसी स्कूलों में बच्चों के डेटाबेस का अपग्रेडेशन, एजुकेशन किट और स्पोर्ट्स किट का वितरण, और स्कूल स्टाफ को ऑनलाइन और ऑफलाइन साइकोसोशल सपोर्ट प्रदान करना शामिल है। अन्य गतिविधियों में स्कूल लाइब्रेरी को समृद्ध करना और स्कूलों को फिर से खोलने के रूप में एक ‘वॉश (WASH) पैकेज’ की शुरुआत शामिल है।

कार्यक्रम के बारे में बोलते हुए एमजी मोटर इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक राजीव चाबा ने कहा, “एमजी और सेव द चिल्ड्रन ने 2020 में क्वालिटी एजुकेशन के माध्यम से वंचित तबके की लड़कियों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से अपनी भागीदारी शुरू की थी। ‘बैक टू लर्न’ पहल इस भागीदारी को आगे बढ़ाते हुए लड़कियों को घरेलू कामों जैसे अन्य कामों में व्यस्तता से दूर करते हुए वापस स्कूल में दाखिला दिलाने में मदद करती है। हम शिक्षा के क्षेत्र में विभिन्न गैर-सरकारी संगठनों और अन्य भागीदारों के साथ काम करना जारी रखेंगे।”

दिल्ली में स्थानीय समुदायों के बीच अभियान को आगे बढ़ाने जागरूकता बढ़ाने के लिए मोबाइल ऑडियो-विज़ुअल वैन भेजे जाएंगे।

सेव द चिल्ड्रन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुदर्शन सुचि ने कहा, “हम एमजी मोटर के साथ अपने संबंधों को आगे बढ़ाने को लेकर बेहद खुश हैं। हमारा मानना है कि जब लड़कियां शिक्षित होती हैं, तो परिवार, समुदाय और देश मजबूत और समृद्ध होते हैं। हम एमजी मोटर इंडिया के समर्थन से काफी खुश हैं, ताकि उन लड़कियों की निरंतर शिक्षा सुनिश्चित की जा सके, जो अपने परिवार और आने वाली पीढ़ियों के लिए चेंजमेकर बनेंगी ”।

एमजी ने पहले न्यू नॉर्मल में बच्चों के लिए ऑनलाइन टीचिंग क्लासेस संचालित करने के लिए गुरुग्राम स्थित एक एनजीओ, इम्पैक्ट (IIMPACT) सहित कई गैर सरकारी संगठनों के साथ काम किया है।

MG Motor India के बारे में

1924 में यूके में स्थापित हुई Morris Garages वाहन अपनी स्पोर्ट्स कारों, रोडस्टर्स और कैब्रियोलेट सीरीज के लिए विश्वप्रसिद्ध थे। MG व्हीकल के स्टाइल, एलिगेंस और बेहतर प्रदर्शन के कारण ब्रिटिश प्रधानमंत्रियों और यहां तक कि ब्रिटिश शाही परिवार सहित कई मशहूर हस्तियों के बीच यह लोकप्रिय रही है। यूके के एबिंगडन में 1930 में स्थापित MG Car Club के कई निष्ठावान प्रशंसक हैं, जो इसे एक कार ब्रांड के रूप में दुनिया के सबसे बड़े क्लबों में से एक बनाता है। MG पिछले 96 वर्षों में एक मॉडर्न, फ्यूचरिस्टिक और इनोवेटिव ब्रांड के रूप में विकसित हुआ है। गुजरात के हलोल में इसकी अत्याधुनिक विनिर्माण सुविधा की वार्षिक उत्पादन क्षमता 80,000 वाहनों की है और लगभग 2,500 मिलियन कार्यबल को रोजगार देती है। CASE (कनेक्टेड, ऑटोनॉमस, शेयर्ड, और इलेक्ट्रिक) मोबिलिटी के अपने ध्येय से प्रेरित, इस अत्याधुनिक ऑटोमेकर ने आज ऑटोमोबाइल सेगमेंट में संपूर्ण ‘अनुभवों’ को बढ़ाया है। इसने भारत में कई चीजों की शुरुआत की है, जैसे कि भारत की पहली इंटरनेट SUV – MG Hector, भारत की पहली प्योर इलेक्ट्रिक इंटरनेट SUV – MG ZS EV, और भारत की पहली ऑटोनॉमस (स्तर 1) प्रीमियम SUV – MG Gloster।

सेव द चिल्ड्रन के बारे में

सेव द चिल्ड्रन भारत के 18 राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों में बच्चों के शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा से जुड़ी समस्याओं को दूर करने पर काम करता है। यह आपदाओं और आपात स्थितियों के दौरान जीवन रक्षक मानवीय राहत भी प्रदान कर रहा है। वैश्विक रूप से सेव द चिल्ड्रन 110 से अधिक देशों में मौजूद है।

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