फरीदाबाद, । बडख़ल विधानसभा क्षेत्र के पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता विजय प्रताप सिंह ने कहा है कि शनिवार व रविवार को बाजार तथा आफिस बंद करने का फैसला हरियाणा सरकार का तुगलकी फरमान है। उन्होंने कहा कि इस एक निर्णय ने व्यापारी वर्ग को बर्बादी की आग में धकेल दिया है। कांग्रेस इस निर्णय की कड़ी आलोचना करती है। प्रेस को जारी बयान में कांग्रेस नेता विजय प्रताप सिंह ने कहा कि इस मुद्दे को उनकी पार्टी विधानसभा सत्र में जोरदार तरीके से उठाएगी। इस मुद्दे पर सरकार से जवाब मांगा जाएगा।
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में लॉकडाऊन की वजह से पहले से ही दुकानदार व व्यापारी वर्ग बुरी तरह से दुखी है। सरकार को चाहिए था कि वह दुकानदारों को प्रोत्साहन व आर्थिक पैकेज के माध्यम से राहत प्रदान करती। जिससे व्यापारी वर्ग को भी कुछ सहायता मिल जाती। लेकिन यह सहायता व राहत देना तो दूर उल्टा बाजार बंद का हिटलरी फरमान जारी कर हरियाणा सरकार ने प्रदेश के व्यापारी वर्ग को भूखे मरने की नौबत पर लाकर खड़ा कर दिया है। लॉकडाऊन के दौरान से ही व्यापारी वर्ग को अपने वर्कर, घर व दुकान के बिजली बिल, बच्चों की स्कूल फीस सहित तमाम खर्चे सहन करने पड़ रहे हैं, लेकिन उनके काम धंधे पूरी तरह से ठप्प पड़े हैं। लेकिन अब धीरे धीरे ही सही व्यापारी वर्ग के काम पटरी पर आने लगे थे तो एक बार फिर से सरकार ने बाजार बंद की घोषणा कर उनके लिए जीवित रहने के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि बंद करने की इस घोषणा से शराब के ठेकों को क्यों अलग रखा गया है, यह भी एक बड़ा सवाल है। आखिर भाजपा सरकार शराब ठेकेदारों पर इतना प्यार क्यों लुटा रही है।
विजय प्रताप ने कहा कि कांग्रेस इसका पुरजोर विरोध करती है और व्यापारियों के हित में संघर्ष करेगी। इसके अलावा विजय प्रताप ने स्मार्ट सिटी को लेकर भी सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी एक बहुत बड़ा घोटाला है। स्मार्ट सिटी पर हजारों करोड़ रुपए खर्च करने के बावजूद पूरे देश में फरीदाबाद शहर को सबसे गंदे शहरों में शामिल किया गया है। इसका सीधा सा मतलब है कि स्मार्ट सिटी के नाम पर आया हजारों करोड़ रुपए इस शहर के विकास व सफाई पर खर्च ही नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी एक जांच का विषय है।
अजय वर्मा की रिपोर्ट —