डीपीएस-19 के प्रबंधक द्वारा स्कूल बंद रहने के बावजूद ट्रांसपोर्ट फीस, एनुअल चार्ज, बड़ी हुई ट्यूशन फीस तिमाही आधार पर मांगने के विरोध में इस स्कूल के अभिभावकों ने मास्क लगाकर और सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए स्कूल गेट के सामने प्रदर्शन किया और बरसात में भीगते हुए नारेबाजी की। प्रदर्शन में शामिल अभिभावक मनीष, जॉनी, निपुण, श्वेता, हीना, पूजा, हर्ष, विवेक, अतुल, भारत, निशांत, विपिन, विशाल, हिमांशु, गौरव, हर्षुल, विनी, संदीप आदि ने बताया कि 8 जुलाई को चेयरमैन एफएफआरसी ने इस स्कूल सहित सभी स्कूल प्रबंधकों को आदेश दिए थे कि स्कूल प्रबंधक शिक्षा विभाग के आदेश के अनुसार गत वर्ष की ही बिना बढ़ाई गई ट्यूशन फीस ही लें, इसके अलावा अन्य कोई फंड ना लें और ट्यूशन फीस का ब्रेकअप भी दें। चेयरमैन एफएफआरसी ने यह भी आदेश दिया था कि स्कूल प्रबंधकों ने पेरेंट्स से जो बड़ी हुई ट्यूशन फीस वसूल कर ली है उस वसूली गई फालतू फीस को आगे की मासिक ट्यूशन फीस में एडजस्ट करें और आगे भी मासिक आधार पर ही फीस लें लेकिन इस स्कूल के प्रबंधक एफएफआरसी के इस आदेश का पालन नहीं कर रहे हैं। स्कूल प्रबंधक ने अभिभावकों को नोटिस भेजकर स्कूल बंद रहने के बावजूद ट्रांसपोर्ट फीस , एनुअल चार्ज व बढ़ी हुई ट्यूशन फीस तिमाही आधार पर जमा कराने को कहा है निर्धारित अवधि तक फीस जमा न कराने पर ऑनलाइन क्लास बंद करने व बच्चे का नाम काटने की धमकी दी है। स्कूल प्रबंधक ने अपने नोटिस में हाईकोर्ट की सिंगल बेंच द्वारा दिए गए आदेश का हवाला दिया है। इस पर इस स्कूल के पेरेंट्स का कहना है कि हाईकोर्ट की सिंगल बेंच के फैसले के बाद अभी तक शिक्षा विभाग ने कोई नया आदेश नहीं निकाला है और आज की तारीख में शिक्षा विभाग का वही आदेश लागू है जिसके अनुसार स्कूल प्रवंधक गत वर्ष की बिना बढ़ाई गई ट्यूशन फीस ही मासिक आधार पर वसूलेंगे । लेकिन स्कूल प्रबंधक अपने स्तर पर ही हाईकोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए पेरेंट्स को मनमानी मांगी गई फीस जमा कराने के लिए दबाव डाल रहे हैं इसी को लेकर आज पेरेंट्स ने अपनी नाराजगी प्रकट करते हुए विरोध प्रदर्शन किया है।अगर स्कूल ने अपना नोटिस वापिस नहीं लिया तो पेरेंट्स एक अभिभावक एकता रैली निकालकर चेयरमैन एफएफआरसी को ज्ञापन सौंपेंगे। मंच के प्रदेश महासचिव कैलाश शर्मा ने कहा है की मंच अभिभावकों की सभी मांगों का समर्थन करता है। पेरेंट्स एकजुट व जागरूक होकर स्कूलों की हर मनमानी व लूट का विरोध करें ।मंच उनके साथ है।