Today Express News / Report / Ajay Verma / फरीदाबाद। आज एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन के नेतृत्व हरियाणा प्रदेश समेत अन्य प्रदेशों के कार्यकर्ताओं ने एमएचआरडी मंत्रालय के बाहर प्रदर्शन किया। एनएसयूआई ने मुख्यतः दो मांगो को लेकर के प्रदर्शन किया जिसमें फाइनल ईयर के छात्रों की परीक्षाएं रद्द करवाना तथा सभी स्कूल-कॉलेजों की 6 माह की फीस माफ करवाना हैं। इस दौरान दिल्ली पुलिस ने एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार भी किया तथा नई दिल्ली मंदिर मार्ग थाने में ले जाया गया। साथ ही सोशल मीडिया पर भी दोनों मांगो को लेकर ट्रेंड चला हैं जिसमें ट्विटर पर #WakeUpMHRD हैश टैग का प्रयोग करके छात्रों ने अपनी मांग को सरकार के सामने रखा हैं। एनएसयूआई हरियाणा के प्रदेश महासचिव कृष्ण अत्री ने बताया कि जब से यूजीसी की फाइनल ईयर के छात्रों की परीक्षाएं करवाने को लेकर गाइडलाइन आई है तभी से एनएसयूआई के कार्यकर्ता पूरे देशभर में इसका पुरजोर विरोध कर रहे है लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार और एचआरडी मिनिस्टर रमेश पोखरियाल के कानों पर जूं तक नही रेंग रही हैं। आज कोरोना महामारी के कारण पूरे देश में लगभग 12 लाख लोग संकम्रित हो चुके हैं लेकिन इसके बावजूद यूजीसी फाइनल ईयर के छात्रों की परीक्षाएं लेना चाहती हैं। कृष्ण अत्री ने कहा कि आज पूरा देश देश आर्थिक मंदी से जूझ रहा हैं और तो और लोगों को जीवनयापन में भी समस्याएं आ रही है लेकिन इसके बावजूद स्कूल-कॉलेजों द्वारा फीस मांगी जा रही हैं। प्राइवेट स्कूल-कॉलेज अपनी मनमानी पर उतरे हुए हैं। ऐसे में केंद्र और प्रदेश भाजपा सरकार को स्कूल-कॉलेजो की मनमानी पर अंकुश लगाते हुए छात्रहितों में फैसला लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि एनएसयूआई की मुहिम के चलते दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने प्रदेश सरकार के अंतर्गत आने वाली यूनिवर्सिटियों के फाइनल ईयर की परीक्षा रद्द करदी है साथ ही पंजाब की सरकार ने फीस ना देने का समर्थन किया हैं। अत्री ने कहा कि केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार ने अगर छात्रहितों में फैसला नही लिया तो एनएसयूआई इसी प्रकार से प्रदर्शन करती रहेंगी लेकिन छात्रों को न्याय दिलवा कर रहेगी। गिरफ्तार होने वालों में एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन, राष्ट्रीय महासचिव नागेश करियप्पा, राष्ट्रीय सचिव अविनाश यादव, राष्ट्रीय संयोजक अर्जुन चपराना, डूसू छात्रसंघ उपाध्यक्ष कुणाल सहरावत, पंजाब प्रदेश अध्यक्ष अक्षय शर्मा, हरियाणा अध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धिराजा, हरियाणा प्रदेश महासचिव कृष्ण अत्री, विवेक बुल्ला, राकेश शर्मा सहित कई अन्य छात्रनेता भी शामिल थे।