परीक्षाओ के नाम पर छात्रों की जान से खिलवाड़ ना करे खट्टर सरकार : कृष्ण अत्री

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Today Express News / Ajay Verma / फरीदाबाद। आज एनएसयूआई हरियाणा के प्रदेश महासचिव कृष्ण अत्री ने सभी कोर्सो के फाइनल ईयर, री-अपीयर के छात्रों को बिना परीक्षा लिए पास करवाने के लिए हरियाणा सरकार में परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा की अनुपस्थिति में उनके निजी सचिव राजेश शर्मा को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान कृष्ण अत्री ने मंत्री मूलचंद शर्मा से फ़ोन पर बात की तथा मूलचंद शर्मा ने आश्वस्त किया की मुख्यमंत्री के सामने इस मांग को रखेंगे। इस दौरान प्रदेश महासचिव कृष्ण अत्री ने कहा कि जहाँ कोविड-19 के चलते हुए पूरा देश त्राहि-त्राहि कर रहा है वहीं मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने प्रदेश के फाइनल ईयर, री-अपीयर के छात्रों को मौत के मुँह में धकेलने का पूरा इंतजाम कर लिया है। उन्होंने कहा कि जहाँ नॉन फाइनल ईयर एवं गैर हरियाणवी फाइनल ईयर के छात्रों को बिना परीक्षा के पास करने का फैसला लिया है वहीं फाइनल ईयर एवं री-अपीयर के छात्रों के साथ भेदभाव करते हुए उन्हें परीक्षा देने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा एनएसयूआई हरियाणा एवं प्रदेश के छात्रों द्वारा की जा रही मांग को दरकिनार करते हुए कल कई यूनिवर्सिटियों ने अपनी फाइनल ईयर एवं री-अपीयर के छात्रों की डेट शीट भी जारी कर दी है जबकि ट्रांस्पोर्टशन और होस्टल में रहने की भी व्यवस्था नही है। ऐसे में एक जिले से दूसरे जिले में परीक्षा देने के लिए जाने वाले छात्र कैसे तो दूसरे जिलों में जायेंगे और जब रुकने की व्यवस्था ही नही है तो कहाँ रुकेंगे। कृष्ण अत्री ने खट्टर सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि खट्टर सरकार का छात्र विरोधी चेहरा समय समय पर उजागर होता रहता है। एक तरफ तो मुख्यमंत्री खट्टर इलेक्शन के समय में ‘हरियाणा एक, हरियाणवी एक’ का नारा देते है और दूसरी तरफ हरियाणा के ही छात्रों को 2 वर्गों में बाँटकर भेदभाव करते है। हरियाणा में नॉन फाइनल ईयर के छात्रों को बिना परीक्षा के प्रोमोशन दे देते है और फाइनल ईयर एवं री-अपीयर वाले छात्रों को परीक्षा देने के आदेश देते है। और तो और फाइनल ईयर के गैरहरियाणवी छात्रों को भी जनरल प्रोमोशन दे देते है। ऐसे में खट्टर सरकार का ‘हरियाणा एक, हरियाणवी एक’ का नारा झूठा साबित होता हुआ नजर आ रहा है। उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार को डेट शीट को रद्द करते हुए सभी कोर्सो के फाइनल ईयर एवं री-अपीयर के छात्रों को नॉन फाइनल ईयर के छात्रों की तर्ज पर पास कर देना चाहिए। इस मौके पर ओंकार पंडित मौजूद रहे।

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