खबर का असर , गुरुग्राम से शुरू हो चुका है पत्रकारों का कोरोना टेस्ट

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Today Express News / Report / Ajay Verma / कोरोना महामारी को लेकर जहां देशभर में आज तक लगातार इस बीमारी के केसों में बढ़ोतरी हो रही है । इसी बीच टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ पर एक खबर प्रकाशित की गई थी जिसका लिंक यहां लगाया जा रहा है.  (न्यूज़ लिंक – https://www.todayexpressnews.com/journalists-getting-ignored-in-lockdown-no-package-found/ )

इस खबर में साफ साफ बताया गया था कि जिस तरह से तमाम कोरोना योद्धाओं यानी स्वास्थ्यकर्मचारियो , सफाई कर्मचारियों , पुलिस कर्मियों सहित एसेंशियल सर्विसेज़ में जुड़े है लोगो का सम्मान व उनकी सैलरी तक बढ़ा दी गयी है । जो कि एक सराहनीय कदम है। लेकिन समाज का चौथा स्तंभ यानी मीडिया के लिए किसी भी तरह का कोई सम्मान या पैकेज उन्हें नहीं दिया गया । जबकि लगातार मीडियाकर्मी इस महामारी के चलते भी लोगो तक जागरूकता फैलाने वाले संदेश पहुचा रहे है वहीं महामारी की हर अपडेट पहुचा रहे है।

बात करें प्रिंट , इलेक्ट्रॉनिक ओर सोशल मीडिया के न्यूज़ पोर्टल्स के द्वारा लगातार सेवाएं निस्वार्थ दी जा रही है। जहां प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक चैनल को उनके संस्था के द्वारा खबरों के बदले पैसे व सेलरी दी जाती है लेकिन न्यूज़ पोर्टल्स चलाने वाले पत्रकारों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

सभी पत्रकारों की स्तिथि को देखते हुए खबर लिखी गयी थी कि सरकार पत्रकारों के लिए कुछ सोचे । वहीं इस खबर को देश के प्रधानमंत्री को  ट्विटर पर भी टैग किया गया था । जिसके बाद छोटी सी ही सही अच्छी ख़बर गुरुग्राम से सामने आ रही है। जहां पत्रकारों का कोविड 19 का टेस्ट करवाया जा रहा है । हालांकि पहले चरण में इलेक्ट्रॉनिक यानी टीवी चैनल्स के पत्रकारों को इस श्रेणी में रखा गया है । जिनका टेस्ट शुरू हो चुका है। आपको बता दें कि गुरुग्राम के एक विधायक ने इस टेस्ट को करवाने की सराहनीय पहल की है।

इस सराहनीय पहल को टुडे एक्सप्रेस न्यूज़  की तरफ से सैल्यूट है। वही सरकार से एक बार फिर से मांग करते हैं को तमाम पत्रकारों को एक श्रेणी में रखते हुए उनकी आर्थिक मदद भी केंद्र को सरकार करे ओर ऐसी स्कीम बनाई जाए जिसमे इलेक्ट्रॉनिक , सोशल व प्रिंट मीडिया के हर जरूरतमंद मीडियाकर्मी को आर्थिक मदद दी जाए । इसके लिए ऑनलाइन फार्म भी भरने के लिए विचार  किया जाए । ताकि अपना ब्यौरा भरकर पत्रकार अपने अकाउंट में मदद की राशि मान सम्मान से प्राप्त कर सके।

जायदातर पत्रकार किराए के मकानों में रहते है। ऐसे हालात में वह किराया देने में सक्षम नही है। क्योंकि सेलरी उतनी नही जितना बोझ बढ़ रहा है।

वहीं ऐसे फ्री लांस पत्रकार भी है जो फोटो जर्नलिस्ट या वीडियो जर्नलिस्ट के तौर पर काम कर रहे है उनके लिए भी सोचा जाए ।

कुल मिलाकर सरकार से यह अपील करते है कि तमाम पत्रकारों के लिए मदद की घोषणा जल्द से जल्द करें । ताकि मीडिया कर्मी जो कोरोना योद्धा बनकर इस बीमारी में अपना सहयोग दे रहे है उनको कुछ राहत की सांस ज़रूर मिले।

टीम टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ , जय हिंद

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