TODAY EXPRESS NEWS ( Ajay verma ) गुलशन कुमार फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (जीकेएफटीआई) के छात्रों के लिए यह एक बेहद खास दिन था, जिसमें शिक्षकों का उनके छात्र के साथ पुनर्मिलन हुआ। फिल्म ‘वॉर छोड़ ना यार’ (2014) और ‘नानू की जानू’ (2018) जैसी बॉक्स ऑफिस हिट फिल्म देने वाले बाॅलीवुड के प्रसिद्ध निर्देशक फराज हैदर यहां अपने शिक्षकों प्रोफेसर कल्याण सरकार ( जीकेएफटीआई के डीन) और जीकेएफटीआई के एसोसिएट प्रोफेसर मंसूर नकवी के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने संस्थान आए। संस्थान में निर्देशक फराज हैदर के दिशा-निर्देश पर मास्टर-क्लास भी आयोजित किया गया, जिसमें उप्होंने छात्रों के साथ लंबी बातचीत की। यह एक ऐसा सत्र था, जो ज्ञान के शानदार शब्दों से भरपूर था, छात्रों के ज्ञान भंडार को समृद्ध करनेवाला था और उनके आत्मविश्वास के स्तर को बढ़ानेवाला था। जिन छात्रों ने हाल ही में फराज की रिलीज फिल्म ‘नानू की जानू’ को देखा था, उन्होंने अपने सिनेमाई ज्ञान में वृद्धि करने के लिए निर्देशन, छायांकन और स्क्रिप्ट लेखन के संबंध में कई विचारोत्तेजक प्रश्न भी उनके समक्ष रखे थे। ऐसे में फराज हैदर ने भी अपने अनुभव के साथ संयुक्त तार्किक तर्क के साथ छात्रों के सभी जिज्ञासाओं एवं प्रश्नों का जवाब दिया। उन्होंने छात्रों के आत्मविश्वास को सही दिशा में स्थापित करने के साथ आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।
अपनी सफलता के मंत्र के संबंध के बारे में पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने फिल्म निर्माण के क्षेत्र में सफल होने के लिए धैर्य रखने के साथ ही इस संबंध में पूरा ज्ञान से सुसज्जित होने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कुछ आवश्यक चरित्र लक्षण भी सूचीबद्ध किए, जो मीडिया छात्रों के लिए आत्मविश्वास और गंभीरता का अनिवार्य हिस्सा होना चाहिए।
फराज हैदर ने फिल्म उद्योग की कार्यप्रणाली एवं कार्यशैली के बारे में भी छोत्रों को बताया। फराज ने संस्थान के सभी शिक्षकों से भी मुलाकात की और संकाय के युवा प्रतिभाशाली छात्रों की भी प्रशंसा की। उन्होंने गुलशन कुमार फिल्म और टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया परिसर का दौरा किया और यहां के बुनियादी ढांचे और सुविधाओं से बहुत प्रभावित नजर आए। फराज हैदर ने छात्रों से कहा कि वे बेहद भाग्यशाली हैं और अच्छे शिक्षकों की छत्रछाया में ज्ञान हासिल कर रहे हैं। इस मौके पर टी-सीरीज के निदेशक विजय सचदेव ने फराज हैदर को शाॅल ओढ़ाकर सम्मानित किया।