TODAY EXPRESS NEWS : नई दिल्ली, 16 जुलाई, 2019ः सड़क सुरक्षा उपायों और संबंधित नियमों में सुधार के लिए सरकार द्वारा हाल ही में जारी की अधिसूचनाओं के साथ, ब्रांडेड आईएसआई हेलमेट्स के लिए बाजार मजबूत हो रहा है। इससे एशिया की सबसे बड़ी हेलमेट निर्माता कंपनी स्टीलबर्ड हेलमेट की बिक्री का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ा है। कंपनी ने हेलमेट श्रेणी में 40 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। पिछले साल बिक्री का आंकड़ा 5 लाख से अधिक था और इस साल पहली तिमाही के आंकड़े ही 9 लाख हेलमेट की बिक्री तक पहुंच गए हैं।
“हेलमेट की अनुमानित मांग प्रति वर्ष लगभग 100 मिलियन पीसेज की है और अच्छी खबर यह है कि यह अंतर उन खिलाड़ियों द्वारा भरा जा रहा है जो बीआईएस मानदंडों के अनुसार हेलमेट बना रहे हैं। अनिवार्य प्रमाणीकरण के लागू होने के बाद, किसी भी तरह के दो पहिया हेलमेट का निर्माण नहीं किया जा सकता है जो कि आईएस 4151ः2015 के अनुरूप नहीं है। ऐसा करना पूरी तरह से अपराध है।
इस संबंध में प्रतिक्रिया देते हुए श्री राजीव कपूर, एमडी, स्टीलबर्ड हेलमेट ने कहा कि “इसके अलावा हाल ही में, तमिलनाडु और मध्य प्रदेश के परिवहन आयुक्तों ने दो पहिया वाहन निर्माताओं और डीलरशिप को निर्देश दिया था कि वे चालक के साथ-साथ पिलर के लिए नए दो पहिया वाहनों की खरीद पर हेलमेट अनिवार्य करें। जबकि हमारी बिक्री बढ़ रही है, हम पूरे स्पेक्ट्रम को कवर करने वाले बीआईएस मानदंडों और ग्राहकों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए नए उत्पादों को विकसित करने के लिए आरएंडडी पर बहुत निवेश कर रहे हैं। इससे हम नए नए उत्पाद सामने ला रहे हैं।”
हेलमेट उद्योग के ब्रांड लीडर होने के नाते, स्टीलबर्ड वर्तमान में हेलमेट उद्योग में 3 अत्याधुनिक प्लांटस के साथ लगभग 38 (प्रतिशत) बाजार हिस्सेदारी का आनंद ले रहा है और अब एक दिन में 22,000 हेलमेट की निर्माण क्षमता है। इसके अलावा, कंपनी अपनी उत्पादन क्षमता को लगातार बढ़ा रही है और आने वाले समय में कंपनी प्रति दिन44,500 हेलमेट बनाने में सक्षम होगी। बढ़ती मांग को देखते हुए स्टीलबर्ड की योजना दुनिया के सबसे बड़े हेलमेट प्लांट को बनाने की है ताकि बाजार में मौजूद सब-स्टैंडर्ड उत्पादों को दूर किया जा सके। इससे बाजार में मानक हेलमेटों की मांग को पूरा करने में भी मदद मिलेगी।
राजीव कपूर ने कहा कि “स्टीलबर्ड लगातार अपने प्लांटस और हेलमेटस को अपग्रेड कर रहा है और अंतरराष्ट्रीय मानक और डिजाइन के साथ तालमेल बिठा रहा है क्योंकि हमारे पास इटली और भारत दोनों में हमारी बेहतरीन डिजाइनिंग और आरएंडडी टीम है। हमें एक पूरी नई मॉडल रेंज जोड़ने और मौजूदा श्रृंखला में वेरिएंट जोड़ने पर गर्व है इसलिए राइडर्स के लिए हेलमेटस की अपनी पूरी रेंज का विस्तार किया गया है। सुरक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए हम स्टाइल और आराम पर भी जोर दे रहे हैं। हमारा उद्देश्य पूर्ण बिजनेस पिरामिड को कवर करना है जिसका मतलब है कि एक व्यापक ग्राहक आधार से लेकर प्रीमियम ग्राहक वर्ग और अलग अलग मूल्य वर्ग के ग्राहकों की मांग को पूरा करना है, जिसमें 899रूपए से लेकर उच्चतम रेंज जो 12,999 रूपए मूल्य तक के हेलमेट शामिल हैं।”
वर्तमान में स्टीलबर्ड के अपने डीलर/वितरक नेटवर्क के साथ पूरे भारत में उपस्थिति है। प्रत्यक्ष रूप से ब्रांड 2000$ डीलरों/वितरकों की पूरे देश में 10,000 से अधिक खुदरा विक्रेताओं के साथ अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ा हुआ है। टियर 2 और टियर 3 शहर भारत में पूर्ण कवरेज और विकास के लिए कंपनी प्रमुख तौर पर ध्यान दे रही है। विश्व स्तर पर,यह दक्षिण एशियाई देशों, खाड़ी और अफ्रीका में उपस्थिति बढ़ाने की योजना बना रहा है क्योंकि ये हेलमेट मानकों के संदर्भ में हेलमेट के लिए बहुत अधिक संभावना वाले उभरते बाजार हैं।
आगामी मॉडल युवाओं की पसंद को ध्यान में रखते हुए शानदार रंगों के विकल्पों और डेकल्स के साथ बेहद स्टाइलिश हैं। ग्राहकों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए नए उत्पादों के विकास पर बहुत सारी रिसर्च एंड डेवलपमेंट की जा रही है।
ग्राहकों को सर्वोत्तम गुणवत्ता और तेजी से सेवाएं प्रदान करने के साथ, स्टीलबर्ड अगले स्तर तक ब्रांड को बढ़ावा देने के लिए कई एटीएल और बीटीएल गतिविधियां भी संचालित कर रहा है क्योंकि भारत ऑटोमोबाइल के लिए एक बड़ा बाजार है और अर्ध-शहरी और ग्रामीण क्षेत्र की खर्च क्षमता दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है।
अंत में श्री कपूर ने कहा कि मोटर व्हीकल एक्ट के अनुसार, अब पूरे देश में दोपहिया वाहन चलाते हुए हेलमेट पहनना अनिवार्य है लेकिन ज्यादातर सवारियां हेलमेट नहीं पहनती हैं लेकिन फिर भी हेलमेट की बिक्री बढ़ रही है। एक बार जब नियम सख्त हो जाते हैं और सवार हेड गियर पहनना शुरू कर देते हैं, तो अपने आप ही मांग काफी बढ़ जाएगी।
( टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ के लिए अजय वर्मा की रिपोर्ट )