TODAY EXPRESS NEWS : फरीदाबाद। ट्रेड यूनियन व कर्मचारी संगठनों के संयुक्त आह्वान पर हरियाणा रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल रविवार छठे दिन भी जारी रही। बल्लभगढ़ के राजा नाहर सिंह बस अड्डे पर हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों को आज कांग्र्रेसी नेताओं ने समर्थन देते हुए भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस मौके पर तिगांव विधानसभा क्षेत्र के विधायक ललित नागर, होडल के कांग्रेसी विधायक उदयनभान, पूर्व मुख्य संसदीय सचिव कुमारी शारदा राठौर, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता लखन सिंगला, नीरज शर्मा ने कर्मचारियों को सभी मांगों को जायज करार दिया। कर्मचारियों को संबोधित करते हुए विधायक ललित नागर ने कहा कि भाजपा सरकार की दमनकारी नीतियों के चलते कर्मचारी वर्ग परेशान होकर सडक़ों पर उतर गया है परंतु यह सरकार पूरी तरह से गूंगी-बहरी है, इसे जनभावनाओं की कोई क्रद नहीं है। उन्होंने कहा कि इस सरकार में कर्मचारियों को लाठियों और जेल के रुप में अच्छे दिन मिले है, जिसका जवाब कर्मचारी वर्ग आने वाले चुनावों में इस सरकार को वोट की चोट से देने का काम करेंगे। उन्होंने सरकार से मांग की कि जिन 700 कर्मचारियों पर एस्मा लगाकर उन्हें सस्पेंड किया गया है, उन्हें बहाल किया जाए वहीं पूरे प्रदेश में करीब एक हजार कर्मचारी जेलों में बंद है, उन्हें बाहर निकालकर उनके केस खत्म किए जाएं और जो प्राईवेट बसें सरकार लेने की बात कर रही है, उसकी जगह नई बसें बेड़े में शामिल करके कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाए। उन्होंने कहा कि इस हड़ताल से जहां सरकार के राजस्व की हानि पहुंच रही है वहीं लोगों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है इसलिए सरकार को चाहिए कि जल्द ही कर्मचारियों की सभी मांगें मानकर उनकी हड़ताल खत्म करवाएं। नागर ने कर्मचारियों को विश्वास दिलाते हुए कहा कि अगर भाजपा सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है तो प्रदेश में कांग्रेेस सरकार आने पर पहली कलम से उनकी सभी मांगें पूरी की जाएंगी। धरने पर बैठे कर्मचारियों को संबोधित करते हुए विधायक उदयभान ने भी भाजपा सरकार पर जमकर आरोप लगाते हुए कहा कि यह ऐसी पहली सरकार है, जिसमें कर्मचारियों को अपने हक मांगने पर जहां लाठियों से पीटा जाता है इसके चलते आज प्रदेश में कर्मचारी सडक़ों पर आकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि सरकार के इन सभी कृत्यों का समय पर आने पर मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा। वहीं पूर्व मुख्य संसदीय सचिव कुमारी शारदा राठौर ने भी भाजपा सरकार को कर्मचारी विरोधी करार देते हुए कहा कि यह सरकार तानाशाही रवैया अपनाते हुए कर्मचारियों के हकों पर कुठाराघात कर रही है, जिसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वहीं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता लखन सिंगला व नीरज शर्मा ने भी धरने पर बैठे कर्मचारियों की मांगों को जायज ठहराया। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के महासचिव सुभाष लांबा ने कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए दमन एवं उत्पीडऩ के बावजूद सफल हड़ताल के लिए रोडवेज के कर्मचारियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि एस्मा, गिरफ्तारी एवं बल प्रयोग के बावजूद सभी डिपो में कर्मचारी हड़ताल पर डटे रहे और वास्तव में रोडवेज के कर्मचारी जनता की लड़ाई लड़ रहे हैं, किन्तु सरकार निजी ट्रांसपोर्टरज को लाभ पहुंचाने के लिए प्राइवेट बसें चलाने पर अड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि सरकारी बसों से न केवल आम यात्रियों को सस्ती, सुरक्षित और समयबद्ध परिवहन सेवा मिलती है, बल्कि इसके चलते लाखों छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करना संभव हुआ है, उन्होंने सरकार से हड़ताली कर्मचारियों से बात करके निजीकरण का फैसला वापस लेने और सभी प्रकार की उत्पीडऩ एवं दमन की कार्यवाहियों को वापस लेने की मांग की। इस अवसर पर नरेश कुमार शास्त्री, अशोक कुमार, महेंद्र सिंह, निरंतर पराशर,बेचु गिरी,लाल बाबू शर्मा, युद्धवीर सिंह खत्री, कृष्ण अत्री, सुनील चिंडालिया, सुनील खटाना, बलबीर सिंह बालगुहेर सहित अनेकों कर्मचारी नेता मौजूद थे।
( टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ के लिए अजय वर्मा की रिपोर्ट )