TODAY EXPRESS NEWS : राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सराय ख्वाजा की प्राचार्या श्रीमती नीलम कौशिक की अध्यक्षता में विद्यालय के जूनियर रेड क्रॉस व सेंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड अधिकारी रविन्दर कुमार मनचन्दा ने ” अंगदान — जीवन दान — कार्य महान ” विषय पर स्लोगन लिखो प्रतियोगिता का आयोजन किया। छात्राओं ने नेत्र दान और अंग दान बारे आकर्षक स्लोगन लिख कर अनमोल जीवन बचाने का संदेश दिया। इस से पूर्व बच्चों को इंग्लिश प्रवक्ता रविन्दर मनचन्दा ने कहा कि जागरूकता की कमी और समाज में व्याप्त भ्रांतियों के कारण हम लोग मृत्योपरांत अंगदान और नेत्रदान से कतराते है जबकि ऐसा करने में सभी का फायदा है एक व्यक्ति अपने जीते जी लीवर का हिस्सा, एक किडनी , बोन मेर्रो और रक्त दान कर सकता है, रक्त दान तो अब आम हो गया है। डॉक्टर्स के अनुसार ब्रेन डेड की अवस्था मे रोगी को ब्रेन डेड घोषित करनेके बाद डॉक्टर्स का पैनल रोगी के परिजनों को रोगी के आवश्यक अंगों को डोनेट करने के लिए मोटीवेट करते है ताकि वे अंग जरूरतमंद व इंतजार कर रहे लोगों को प्रत्यारोपित किये जा सके और उन का अनमोल जीवन बचाया जा सके।अंगदान व नेत्रदान पखवाड़े के अंतर्गत ब बच्चों को बताया गया कि एक ब्रेन डेड व्यक्ति द्वारा किये गए अंगदान से कम से कम सात आठ लोगो का जीवन बचाया जा सकता है। हार्ट, लिवर, किडनी, नेत्र, इंटेस्टाइन आदि अंगों को दूसरे के शरीर मे प्रत्यारोपित कर उन के जीवन को उजियारा बनाने के लिए जागरूकता की आवश्यकता है। विकसित और पश्चिमी देश विशेष रूप से स्वीडन अंगदान में और श्रीलंका नेत्रदान में अग्रणी है। प्राचार्या श्रीमती नीलम कौशिक, रविन्दर कुमार मनचन्दा, रेनू शर्मा और प्रज्ञा मित्तल ने आकर्षक सलोगन लिखने वाली सभी छात्राओं की हौसलाफजाई की।
( टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ के लिए अजय वर्मा की रिपोर्ट )