TODAY EXPRESS NEWS ( AJAY VERMA )सूरजकुण्ड, (फरीदाबाद) 14 फरवरी- भारत के प्रत्येक राज्य के पास इमारतों के रूप में ऐसी धरोहरें मौजूद हैं, जिन्हें देखने देश-विदेश से लोग खींचे चले आते हैं। ये इमारतें वास्तुकला का बेजोड़ नमूना हैं। कैसा हो अगर इन मशहूर इमारतों का दीदार एक ही जगह हो जाए। जी हां ऐसा मुमकिन हो रहा है फरीदाबाद के सूरजकुण्ड में चल रहे 32वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुण्ड षिल्प मेला में। सूरजकुंड मेले में विभिन्न राज्यों की प्रसिद्ध इमारतों की प्रतिकृति द्वार (गेट) के रूप में मौजूद है।
उल्लेखनीय है कि मेले में हर साल एक राज्य को थीम स्टेट बनाया जाता है। उस राज्य की प्रसिद्ध इमारतों में से किसी एक की प्रतिकृति स्थायी गेट के तौर पर मेले में बनाई जाती है। वह हमेशा मेला परिसर में मौजूद रहती है। आपको बता दें इस बार का थीम स्टेट यूपी है।
सूरजकुंड मेला में आपको कोट्टयंबलम गेट, मुक्तवष्वर गेट, दंतेष्वरी गेट, चार मीनार गेट, राजस्थानी हवेली, सिक्किम गेट, महाराष्ट्र गेट, गुजरात गेट, छत्तीसगढ गेट, तेलंगाना गेट के अलावा झारखंड गेट की झलक दिखाई देगी।
सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में दिल्ली की तरफ बना छत्तीसगढ़ गेट बेहतरीन कलाकारी व हस्तशिल्प का बेजोड़ नमूना है। छत्तीसगढ़ के आदिवासी बस्तर आर्ट को इस गेट पर उकेरा गया है। सूरजकुंड मेले में दिल्ली की तरफ से आने वाले दर्शक को छत्तीसगढ़ गेट की झलक दूर से ही दिखने लगती है। सुनहरी रंग में चमकता छत्तीसगढ़ गेट अनायास ही लोगों को अपनी तरफ खींचता है।
सेल्फी पॉइंट बने ये द्वार
देश के कोने-कोन में स्थित इन पर्यटन स्थलों और ऐतिहासिक धरोहरों की प्रतिकृतियां मेले में युवाओं के लिए सेल्फी पॉइंट बने हुए हैं। युवा यहां पर सेल्फी क्लिक करने के साथ ही जमकर फोटो भी खिंचवा रहे हैं।