TODAY EXPRESS NEWS : फरीदाबाद। सिद्धपीठ श्री हनुमान मंदिर मार्केट नंबर एक के बैनरतले रविवार को फरीदाबाद में एक बड़ी बैठक हो रही है। इसमें आल इंडिया सनातन धर्म संस्था के साथ ही फरीदाबाद की करीब 102 संस्थाएं शिरकत कर रही हैं। इस बैठक में दशहरा उत्सव को लेकर गहन मंथन किया जाएगा। क्योंकि तीन साल से शहर के दो राजनेताओं द्वारा पैदा की जा रही दखलंदाजी के कारण सिद्धपीठ श्री हनुमान मंदिर मार्केट नंबर एक के बैनरतले 67 साल से भव्य रूप से मनाए जाने वाला दशहरा उत्सव नहीं मन पा रहा है। इन दोनों नेताओं के पऱ्शासनिक दबाव के कारण किसी साल दशहरा न मनाने की परमीशन नहीं दी जाती है तो किसी साल दशहरा मैदान नहीं िदया जाता। इससे संस्था तीन साल से दशहरा नहीं मना पा रही है। रविवार को होने वाली इन संस्थाओं की बैठक में इस मुद्दे पर गहन मंथन कर यह निर्णय लिया जाएगा कि इस बार दशहरा मनाया जाए या नहीं। यह बैठक दो चरण में होगी।
पहली बैठक सुबह 11 बजे होगी
सिद्धपीठ श्री हनुमान मंदिर मार्केट नंबर एक के पऱ्धान राजेश भाटिया ने शनिवार को पत्रकारों को बताया कि पहली बैठक सुबह 11 बजे आल इंडिया सनातन धर्म संस्था की होगी। इसकी अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत स्वरूप बिहारी करेंगे। इस बैठक में कई राज्यों से संस्था के करीब 45-45 पदाधिकारी शिरकत करेंगे। इस बैठक में इस बात पर मंथन होगा कि जब 67 साल से सिद्धपीठ श्री हनुमान मंदिर दशहरा उत्सव मनाता आ रहा है तो तीन साल से भाजपा के केंदऱ्ीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर और विधायक सीमा त्रिखा क्यों हस्तक्षेप कर रहे हैं। इनके पऱ्शासनिक हस्तक्षेप के कारण ही संस्था दशहरा नहीं मना पा रही है। संस्थाएं इस मुद्दे पर सभी पदाधिकारियों के साथ बैठक कर निर्णय लेंगी कि दशहरा इस बार मनाया जाए या नहीं। या फिर उसे क्या कदम उठाना चाहिए।
दूसरी बैठक सुबह 12 बजे होगी
इसी मुद्दे को लेकर दूसरी बैठक सुबह 12 बजे होगी। इसमें शहर की 102 संस्थाएं भाग लेंगी। इसमें जो संस्थाएं मौजूद होंगी उनमें महारानी वैष्णो देवी मंदिर, सेवा समिति, शिवालय मंदिर, व्यापार मंडल, आल इंडिया बन्नू बिरादरी सहित शहर की महत्वपूर्ण सौ से ज्यादा संस्थाओं के पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। यह बैठक सवा एक बजे तक चलेगी। मंदिर के पऱ्धान राजेश भाटिया के अनुसार इस बैठक में भी यही मंथन होगा कि तीन साल से जिस तरह से दशहरा उत्सव को लेकर राजनीतिक दखलंदाजी पैदा की जा रही है, उसे देखते हुए इस बार दशहरा मनाए जाए या नहीं। इस बैठक में संस्थाओं के जो पदाधिकारी निर्णय लेंगे। उसके बाद सवा एक बजे सभी संस्थाओं की मौजूदगी में पत्रकारवार्ता कर घोषणा कर दी जाएगी कि इस बार दशहरा मनाए जाए या नहीं। यदि दशहरा मनाने का निर्णय लिया जाता है तो उसी समय उत्सव की तैयारियों का मुहूर्त कर दिया जाएगा। रविवार को हो रही इस महत्वपूर्ण बैठक में पूर्व मेयर अशोक अरोड़ा, सेवा समिति के पऱ्धान अजय नौनिहाल, जनता रामलीला कमेटी के पऱ्धान मानकचंद भाटिया, आल इंडिया बन्नू बिरादरी के चेयरमैन सोमनाथ गऱ्ोवर, व्यापार मंडल के पऱ्धान जगदीश भाटिया, पूर्व विधायक चंदर भाटिया सहित शहर की विभिन्न संस्थाओं की हस्तियां मौजूद रहेंगी।
जो संस्था मनाती आई है वही मनाए
दशहरा उत्सव को लेकर तीन साल से चल रहे विवाद के कारण पिछली बार जिला पऱ्शासन के बैनरतले दशहरा मनाया गया था। इसमें सीएम मनोहर लाल खट्टर ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत किया था। दशहरा उत्सव को लेकर चल रहे विवाद के बारे में सीएम को पता चल गया था। उन्हें यह भी मालूम था कि एनआईटी के दशहरा गऱ्ाउंड में दशहरा उत्सव सिद्धपीठ श्री हनुमान मंदिर मार्केट नंबर एक लंबे समय से मनाती आ रही है। इसलिए उन्होंने पिछले साल दशहरा उत्सव में इस संस्था के पदाधिकारियों के साथ ही पूर्व विधायक चंदर भाटिया को आमंत्रित किया था। तब उन्होंने यह कहा था कि जो संस्था इतने साल से दशहरा मनाती आ रही है, उसी को ही मनाना चाहिए। सिद्धपीठ श्री हनुमान मंदिर मार्केट के पऱ्धान राजेश भाटिया का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि इस बार दशहरा उत्सव को लेकर पऱ्शासन उन्हें पूरा सहयोग करेगा। यदि पऱ्शासन उनका सहयोग करता है तो वे इस बार भव्य तरीके से दशहरा मनाएंगे।
( टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ के लिए अजय वर्मा की रिपोर्ट )