TODAY EXPRESS NEWS ( AJAY VERMA )आज राजकीय बाल वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नम्बर 3 एन.आई.टी.फरीदाबाद ( हरियाणा ) में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के चल रहे सात दिवसीय विशेष शिविर के दूसरे दिन शिविर के दौरान स्वयंसेवकों को पानी बचाओ
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जीवन बचाओ का पाठ पढ़ाया । फरीदाबाद के एन.एस.एस. जिला संयोजक व विद्यालय इकाई के एन.एस.एस प्रभारी सुशील कणवा ने बताया की आज शिविर में आज सुबह की पारी में स्वयंसेवकों को पानी बचाओ जीवन बचाओ का सन्देश दिया । आज मुख्य अतिथि के रूप में जानी मानी हस्ती डॉक्टर एम् पी सिंह ने स्वयंसेवकों को बताया की अगर इस धरती पर पानी को लेकर यही हालात रहे तो अगला विश्व युद्ध पानी को लेकर होगा | आज पीने का पानी मिलना आसान नहीं है और हमने पानी को नहीं बचाया तो आने वाला कल बहुत बुरा होगा इसलिए हम सभी का कर्तव्य बनता है की हम पानी की बर्बादी रोके |” पानी बचाओं – जीवन बचाओं ” जागरूकता अभियान तहत एक रैली का आयोजन भी किया गया जिसको हरी झण्डी दिखाकर डॉक्टर एम् पी सिंह ने रवाना किया
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दोपहर बाद की पारी में शिविर में पढ़ाया पाठ — रक्तदान – महादान
राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के चल रहे सात दिवसीय विशेष शिविर के दूसरे दिन दोपहर बाद की पारी में शिविर के दौरान स्वयंसेवकों को रक्तदान – महादान का पाठ पढ़ाया । फरीदाबाद के एन.एस.एस. जिला संयोजक व विद्यालय इकाई के एन.एस.एस प्रभारी सुशील कणवा ने बताया की आज शिविर में आज दोपहर बाद की पारी में स्वयंसेवकों को रक्तदान – महादान का सन्देश दिया । मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रेड क्रॉस के आजीवन सदस्य दर्शन भाटिया ने स्वयंसेवकों को बताया की कोई भी 18 से 50 साल का स्वस्थ व्यक्ति जिसका हीमोग्लोबिन 12 से अधिक है अपना रक्त दान कर सकता है और मानव केवल मानव द्वारा ही दिया हुआ रक्त इस्तेमाल कर सकता है । एन.एस.एस जिला संयोजक सुशील कणवा ने इस अवसर सभी स्वयंसेवकों को बताया की एक व्यक्ति साल में चार बार रक्त दान कर किसी का बहुमूल्य जीवन बचा सकता है और रक्त केवल दान द्वारा ही लिया जा सकता है और ना ही रक्त किसी कारखाने नही बनाया जा सकता है
एन.एस.एस. जिला संयोजक सुशील कणवा के मार्गदर्शन में एक रक्त दान महादान को लेकर एक रैली का भी आयोजन किया गया जिसको मुख्य अतिथि रेड क्रॉस के आजीवन सदस्य दर्शन भाटिया ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया , रैली डी ए वी कॉलेज से होती हुई तीन नम्बर की गलियों में ” रक्त दान -महादान ” के नारे लगाते हुए घूमकर वापिस स्कूल में लौट आई । विद्यालय के प्रधानाचार्य सुरेंदर मदान, राजेश शर्मा आदि का विशेष योगदान रहा ।