TODAY EXPRESS NEWS ( AJAY VERMA ) फरीदाबाद में पदमश्री आवार्ड से सम्मानित डा. ब्रह्मदत्त और अनेकों समाजसेवियों ने प्रेसवार्ता का आयोजन कर शहर के तीन प्रमुख मुद्दों की जानकारी दी, जिसमें समाज में बेहतर काम करने वाले क्राईम ब्रांच में एसीपी राजेश चेची के तबादले, नगर निगम में भ्रष्ट्राचार पर कोई एसआइटी गठित न करने और लाखों लोगों के निकास प्याली चौक से हार्डवेयर चौक तक टूटी पडी सडक पर बेहद नाराजगी जताई गई। समाजसेवियों ने चेतावनी दी है कि मंगलवार को एसीपी राजेश चेची को वापिस बुलाने के लिये सीपी से मुलाकात करेंगे, वहीं निगम और सडक के मुद्दे को लेकर सोमवार से हार्डवेयर पर धरना देंगे।
हाल ही में फरीदाबाद के क्राईम ब्रांच एसीपी राजेश चेची के तबादले पर पूरा शहर गुस्से में नजर आ रहा है सोशल मीडिया पर पुलिस के इस कदम की निंदा की जा रही है तो दूसरी ओर लोगों ने एसीपी राजेश चेची को वपिस लाने की मांग को लेकर सडकों पर भी उतरना शुरू कर दिया। लोगों का मानना है कि जान बूझकर कुछ भ्रष्ट्राचारियों के कहने पर एक ईमानदार समाजसेवी अधिकारी का तबादला किया गया है जिसे फरीदाबाद की जतना बिल्कुल भी बर्दास्त नहीं करेगी।
इसी कडी में आज फरीदाबाद में पदमश्री आवार्ड से सम्मानित डा. ब्रह्मदत्त और अनेकों समाजसेवियों ने प्रेसवार्ता का आयोजन किया जिसमें उन्होंने साफ तौर पर कहा कि सोची समझी साजिस के चलते ईमानदार अफ्सर का तबदला किया गया है जिसको लेकर सभी समाजसेवी मंगलवार को फरीदाबाद पुलिस आयुक्त से मुलाकात करेंगे और उन्हें फरीदाबाद में वापिस बुलाने की मांग करेंगे, जिसके लिये पुलिस को एक सप्ताह का समय दिया जायेगा अगर राजेश चेची को वापिस फरीदाबाद में नहीं लगाया गया तो शहर के सैंकडों लोग सडकों पर उतर आंदोलन का रास्ता अपनायेंगे। वहीं इस प्रेसवर्ता में नगर निगम में हो रहे भ्रष्ट्राचार को लेकर एसआईटी गठित करने और लाखों लोगों के प्रयोग में आने वाली प्याली चौक से हार्डवेयर चौक तक सडक को बनवाने पर भी बात की गई। जिस पर पदमश्री आवार्डी डा. बह्मदत्त ने कहा कि निगम के भ्रष्ट्राचार को लेकर करीब डेढ महीने तक धरना प्रदर्शनक करने के बाद केबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने उन्हें आश्वासन दिया था कि एसआईटी गठित कर जांच करवाई जायेगी मगर कई महीने बीत जाने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
वहीं भ्रष्ट्राचार के लिये अनशन करने वाले बाबा रामकेवल ने कहा कि उनके साथ छल किया गया उन्हें जांच करवाने का आश्वासन देकर अनशन से उठाया गया है और उसके अपना ही वायदा पूरा नहीं किया, इसलिये वो एक बार फिर से आरपार की लडाई लडने के लिये तैयारी कर रहे हैं।