TODAY EXPRESS NEWS : चंडीगढ़- 11 दिसम्बर-मानव अधिकारों की रक्षा के लिए हरियाणा मानव अधिकार आयोग अपने पूरे प्रयास कर रहा है । सन 2012 में गठन के बाद से कमीशन ने लगातार प्राप्त शिकायतों के निवारण के लिए कानूनी प्रक्रिया अपनाते हुए लोगों को अधिक से अधिक न्याय दिलाने का प्रयास किया है| वर्तमान में न्याय मूर्ति श्री सतीश कुमार मित्तल (पूर्व मुख्य न्यायधीश राजिस्थान हाई कोर्ट एवं पूर्व लोकपाल पंजाब) मानव अधिकार कमीशन के अध्यक्ष है | न्याय मूर्ति श्री के. सी. पूरी एवं श्री दीप भाटिया आयोग के माननीय सदस्य है| आयोग के गठन के बाद से ही पूरे प्रदेश से 12115 शिकायतें दर्ज कराई गई है जिनमें से 9729 शिकायतों का निपटारा किया जा चुका है| सप्ताह के पांचो दिन कमिशन लगातार शिकायतों की सुनवाई करता है और जहां भी सरकार के किसी अधिकारी के द्वारा किसी को प्रताड़ित किए जाने की कोई शिकायत आती है उस पर कमिशन संज्ञान लेता है । मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर एवं हरियाणा सरकार ने आयोग की सिफारिशो पर सदा तत्परता दिखाई और उन्हें लागू करवाया है। बहुत सारे ऐसे विषय जो मीडिया के माध्यम से कमीशन की संज्ञान में आए जहां जनता के साथ मानव अधिकारों का हनन हो रहा था,सार्वजनिक रूप से जनता को परेशानी थी | वहां कमीशन ने स्वयं संज्ञान लेते हुए सभी संबंधित विभागों को नोटिस जारी किया और जनता की समस्याओं को हल करवाया । वैसे तो सरकार के सभी विभागों के संबधित शिकायतों का निवारण हरियाणा हुमन राइट्स कमिशन बहुत तत्परता से कर रहा है | आज वर्ल्ड ह्यूमन राइट्स डे पर भी कमीशन के सदस्य सामाजिक संस्थान एवं बिग एफ.एम.रेडियो के माध्यम से जुड़ कर #नोखालीपेट की मुहिम में भाग लिया। मानव अधिकार कमीशन के सदस्य श्री दीप भाटिया ने पीजीआई के बाहर #नोखालीपेट मुहिम में जरुरतमंद लोगो को फल व् खाने के सामान वितरत किये | कार्यक्रम के बाद मानव अधिकार कमीशन के सदस्य श्री दीप भाटिया ने बताया कि यह एक अच्छा प्रयास है | मनुष्य के मूल अधिकारों में से भोजन एक है और हरियाणा मानव अधिकार आयोग का भीं यही लक्ष्य है कि हरियाणा के लोगों को उनके मूल अधिकार मिले | उन्होंने अपील करते हुए कहां कि समाज के शोषित, वंचित, पीड़ित व्यक्ति को सम्मान और न्याय मिले इसके लिए सबको प्रयास करना चाहिए | मानव अधिकार कमीशन के सदस्य श्री दीप भाटिया ने बताया कि अधिकतर देखा जाता है कि पुलिस विभाग की संबंधित शिकायते ज्यादा होती है| आयोग के पास अपनी एक जांच एजंसी है जिसके मुखिया वर्तमान में डी. जी.पी. स्तर के अधिकारी श्री के पी सिंह है ।कई मामलो में कमीशन ने कड़ा रुख भी अख्तियार किया गया है| कई केसों में अपनी जांच एजंसी की रिपोर्ट के बाद दोषी अधिकारियों को जुर्माना लगाया उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही की सिफारिश की गई तथा कुछ केसों में पीड़ित पक्ष को मुआवजा भी दिलवाया गया ।बहुत सारे ऐसे गरीब मजदूर लोग लेबर जो सीवर की सफाई या फैक्ट्री में किसी वजह से चोटिल हो गए या फैक्ट्री में लगी आग से घायल या मृत्यु को प्राप्त हो गए उनके परिवारों को भी कमीशन ने प्रयासों के प्रयासों की वजह से मुआवजा दिलवाया गया है । वह गरीब लोग जो बीपीएल कार्ड की सूची में नहीं आ पाते या सरकार द्वारा चलाई जा रही कल्याण कारी योजनाओं में पात्रता एवं योग्यता के बाद भी उन्हें लाभ नही मिल पता ऐसे लोग भी बड़ी संख्या में कमीशन के पास न्याय की गुहार ले कर आते हैं| उन मामलो में मेरिट के आधार पर विचार करके उनका निवारण किया जाता हैं |
( टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ के लिए अजय वर्मा की रिपोर्ट )